शिल्पकारों को टाटा का तोहफा, अब ऐप के जरिए मिलेगा कमाई करने का मौका

इस ऐप के जरिए शिल्पकार अपने प्रोडक्ट्स देशभर के रिटेलर्स, डिज़ाइनर्स और बुटिक मालिकों को सीधे बचे सकेंगे.
टाटा ट्रस्ट (Tata Trust) अब क्षेत्रिय शिल्पकला को रिटेलर्स, डिज़ाइनर्स और बुटिक मालिकों तक पहुंचाने के लिए खास पहल कर रही है. ‘अंतरण’ प्रोग्राम के तहत टाटा ट्रस्ट एक ऐप और वेबसाइट लॉन्च करेगी ताकि शिल्पकार अपने प्रोडक्ट्स सीधे बचे सकें. यह ऐप एंड्रॉयड और iOS प्लेटफॉर्म पर लॉन्च होगा.
- News18Hindi
- Last Updated: January 20, 2021, 8:48 AM IST
नई दिल्ली. टाटा ट्रस्ट अपने ‘अंतरण’ प्रोग्राम के तहत मोबाइल ऐप और वेबसाइट - Craft Xchange लॉन्च करने जा रही है. इस ऐप और वेबसाइट के माध्यम से रिटेलर्स, डिज़ाइनर्स और बुटिक चलाने वाले देशभर के शिल्पकारों से सीधे खरीदारी कर सकेंगे. टाटा ट्रस्ट के एक अधिकारी ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा है कि इस ऐप को लॉन्च करने का मकसद है कि शिल्पकारों और इन खरीदारों के बीच पारदर्शिता लाई जाए और वे आसानी से एक दूसरे से संपर्क कर सकें. पहले दोनों पक्षों में बातचीच न कर पाना या संपर्क न कर पाना ही सबसे बड़ी बाधा थी. इस ऐप लॉन्च के बाद यह समस्या दूर हो जाएगी.
इस ऐप के जरिए शिल्पकार अपनी डिज़ाइनों को शेयर कर सकेंगे ताकि खरीदार इसे देख सकें. अगर कोई खरीदार अपने हिसाब से कोई डिज़ाइन बनवाना चाहता है तो वो भी इस ऐप के जरिए शिल्पकारों से संपर्क कर सकता है. इसके बाद खरीदार इन शिल्पकारों से उनके प्रोडक्ट्स खरीदकर डिलीवरी प्राप्त कर सकते हैं.
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खरीदारों को प्रोडक्शन स्टेज के बारे में पूरी जानकारी मिलेगीऑर्डर मिलने के बाद शिल्पकार प्रोडक्शन स्टेज साइकिल के बारे में जानकारी अपडेट कर सकेंगे. इससे खरीदार को पता चलेगा कि उनके द्वारा तैयार किया गया प्रोडक्ट किस स्टेज में है ओर उन्हें कब तक डिलीवरी मिल सकेगी. इस ऐप में यह भी सुविधा है कि शिल्पकार इनवॉइस तैयार कर सीधे तौर अपना प्रोडक्ट भेज सकेंगे. टाटा ट्रस्ट की अंतरण टीम भी इस ऐप के जरिए दोनों पक्षों के बीच मध्यस्थ का काम करेंगे.
एंड्रॉयड व iOS प्लेटफॉर्म पर लॉन्च होगा ऐप
टाटा ट्रस्ट ने बताया कि यह ऐप अभी बीटा फेज़ में है और 30 शिल्पकार पाइलट प्रोजेक्ट के तौर पर काम कर रहे हैं. ये 30 शिल्पकार अंतरण के 6 क्लस्टर से हैं. अभी तक उन्होंने नल्ली सिल्क, तनेरिया, रिलायंस स्वदेशी, रेमंड आदि के साथ काम किया है. इस ऐप को अब एंड्रॉयड और iOS प्लेटफॉर्म पर लॉन्च किया जाएगा.
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इसके अलावा भी टाटा ट्रस्ट अपने अंतरण प्रोग्राम के तहत इन शिल्पकारों को ट्रेन करने और कुशल बनाने की दिशा में भी काम कर रही है. इस पहल के तहत इन शिल्पकारों को उद्यमी बनने के लिए पूरी मदद की जा रही है. अंतरण प्रोग्राम के जरिए टाटा ट्रस्ट ओड़िशा, असम, आंध्र प्रदेश और नागलैंड के 6 क्लस्टर्स में काम कर रही है ताकि यहां के क्षेत्रिय शिल्प को बढ़ावा दिया जा सके.
इस ऐप के जरिए शिल्पकार अपनी डिज़ाइनों को शेयर कर सकेंगे ताकि खरीदार इसे देख सकें. अगर कोई खरीदार अपने हिसाब से कोई डिज़ाइन बनवाना चाहता है तो वो भी इस ऐप के जरिए शिल्पकारों से संपर्क कर सकता है. इसके बाद खरीदार इन शिल्पकारों से उनके प्रोडक्ट्स खरीदकर डिलीवरी प्राप्त कर सकते हैं.
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खरीदारों को प्रोडक्शन स्टेज के बारे में पूरी जानकारी मिलेगीऑर्डर मिलने के बाद शिल्पकार प्रोडक्शन स्टेज साइकिल के बारे में जानकारी अपडेट कर सकेंगे. इससे खरीदार को पता चलेगा कि उनके द्वारा तैयार किया गया प्रोडक्ट किस स्टेज में है ओर उन्हें कब तक डिलीवरी मिल सकेगी. इस ऐप में यह भी सुविधा है कि शिल्पकार इनवॉइस तैयार कर सीधे तौर अपना प्रोडक्ट भेज सकेंगे. टाटा ट्रस्ट की अंतरण टीम भी इस ऐप के जरिए दोनों पक्षों के बीच मध्यस्थ का काम करेंगे.
एंड्रॉयड व iOS प्लेटफॉर्म पर लॉन्च होगा ऐप
टाटा ट्रस्ट ने बताया कि यह ऐप अभी बीटा फेज़ में है और 30 शिल्पकार पाइलट प्रोजेक्ट के तौर पर काम कर रहे हैं. ये 30 शिल्पकार अंतरण के 6 क्लस्टर से हैं. अभी तक उन्होंने नल्ली सिल्क, तनेरिया, रिलायंस स्वदेशी, रेमंड आदि के साथ काम किया है. इस ऐप को अब एंड्रॉयड और iOS प्लेटफॉर्म पर लॉन्च किया जाएगा.
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इसके अलावा भी टाटा ट्रस्ट अपने अंतरण प्रोग्राम के तहत इन शिल्पकारों को ट्रेन करने और कुशल बनाने की दिशा में भी काम कर रही है. इस पहल के तहत इन शिल्पकारों को उद्यमी बनने के लिए पूरी मदद की जा रही है. अंतरण प्रोग्राम के जरिए टाटा ट्रस्ट ओड़िशा, असम, आंध्र प्रदेश और नागलैंड के 6 क्लस्टर्स में काम कर रही है ताकि यहां के क्षेत्रिय शिल्प को बढ़ावा दिया जा सके.