साल 2020-21 का बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने RCS-UDAN स्कीम की घोषणा की जिसके तहत भारत में 100 रीजनल एयरपोर्ट बनाए जाएंगे. इसके द्वारा सरकार की मंशा उन क्षेत्रों हवाई मार्गों से जोड़ना है जहां पर एयर कनेक्टिविटी नहीं है. इसका सीधा असर बड़े एयरपोर्ट्स पर पड़ेगा. एयर कनेक्टिविटी बढ़ने से ट्रैवेल टाइम काफी कम हो जाएगा और टूरिज़म को बढ़ावा मिलने के साथ साथ मेडिकल इमरजेंसी में भी सहायता मिलेगी.
UDAN (उड़े देश का आम नागिरक) स्कीम से छोटे शहरों से कनेक्टिविटी बढ़ेगी. इसका मूख्य फोकस पूर्वोत्तर, पहाड़ी इलाकों, जम्मू कश्मीर, लद्दाख और आईलैंड वाले क्षेत्रों में होगा. बता दें कि साल 2019 में इसकी स्कीम के अंतर्गत 134 रूट्स को शुरू किया गया और 10 नए एयरपोर्ट्स को ऑपरेशनल किया गया था जिसमें से 4 एयरपोर्ट्स कम हवाई सेवाओं वाले हैं जबकि 6 एयरपोर्ट्स बिना हवाई सेवाओं वाले हैं. कम हवाई सेवाओं वाले एयरपोर्ट्स में लीलाबारी, बेलगाम, पंतनगर, दुर्गापुर शामिल हैं जबकि बिना हवाई सेवाओं वाले एयरपोर्ट्स में कुल्लू, कालबुर्गी, कन्नर, दीमापुर, हिंडन और पिथोरागढ़ शामिल हैं. इस स्कीम के तहत अब तक 34 लाख 74 हज़ार लोग यात्रा कर चुके हैं.
वर्ष 2019 के दौरान 335 मार्गों के ठेके दिये गये, जो 33 हवाई अड्डों (बिना हवाई सेवाओं वाले 20 एयरपोर्ट, अपेक्षा से कम हवाई सेवाओं वाले 3 एयरपोर्ट, 10 वाटर एयरोड्रोम) को कवर करते हैं. अप्रैल से नवम्बर, 2019 तक मौजूदा एवं नये हवाई अड्डों को बेहतर बनाने के लिए 304.49 करोड़ रुपये खर्च किये गये हैं. बेलगाम, प्रयागराज, किशनगढ़, हुबली और झारसुगुड़ा हवाई अड्डे ‘उड़ान’ के तहत शुरू किये गये व्यस्ततम एयरपोर्ट हैं.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
Tags: Airports, Auto, Auto News, Domestic flight, IGI airport
FIRST PUBLISHED : February 01, 2020, 18:30 IST