क्या चीन के नागरिकों को भारत नहीं लाएंगी एयरलाइंस? हरदीप सिंह पुरी ने कही ये बात

नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पूरी
कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया था कि भारत सरकार ने अनौपचारिक रूप से विमान कंपनियों (Airlines) को चीनी नागरिकों को भारत न लाने का निर्देश दिया है. अब केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी (Hardeep Singh Puri) ने इस बारे में स्पष्ट जानकारी दी है.
- News18Hindi
- Last Updated: December 28, 2020, 9:12 PM IST
नई दिल्ली. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा था कि केंद्र सरकार (Government of India) ने अनौपचारिक तौर पर सभी विमान कंपनियों (Airlines) से कहा है कि वो चीनी नागरिकों को भारत न लाएं. पिछले सप्ताह ही कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में इस बारे में जानकारी दी गई थी. इन रिपोर्ट्स में कहा गया था कि भारतीय और विदेशी एयरलाइंस को स्पष्ट रूप से निर्देश दिया गया है कि वो चीनी नागरिकों को भारत न लाएं. अब नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी (Hardeep Singh Puri) ने इन रिपोर्टस को सिरे से खारिज कर दिया है.
हरदीप सिंह पुरी ने सोमवार को इस तरह के रिपोर्ट्स को खारिज करते हुए स्पष्ट रूप से कहा कि हमने अनौपचारिक तौर पर भी किसी एयरलाइंस को इस प्रकार का निर्देश नहीं दिया है. ज्ञात हो कि हाल ही में चीन ने भारतीय नागरिकों के चीन में प्रवेश पर पाबंदी लगाई थी. चीन की तरफ से इस फैसले के बाद सोशल मीडिया पर इसी खबरें आई थीं.
यह भी पढ़ें: अगर आप भी लेने जा रहे LIC पॉलिसी तो हो जाएं सावधान, नहीं तो डूब जाएगा सारा पैसा...!
भारत में सस्पेंड है टूरिस्ट वीजा
दरअसल, कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए भारत और चीन के बीच हवाई यात्रा बंद है. जबकि, विदेशियों के लिए सरकार द्वारा तय किए गए वर्तमान नियम के मुताबिक, चीनी नागरिक पहले किसी दूसरे देश में जाते हैं. इन देशों में भारत के साथ एयर बबल के तहत सहमति है. इसके बाद चीनी नागरिकों को उन देशों से भारत में आने की अनुमति मिलती है. एयर बबल सहमति (Air Bubble Agreement) के तहत चीनी नागरिक भी बिजनेस के काम से भारत आते हैं. महामारी के चलते ही विदेशियों के लिए भारत में टूरिस्ट वीजा नहीं जारी किया जा रहा है. हालांकि, काम के सिलसिले में विदेशी नागरिक भारत आ सकते हैं.
यह भी पढ़ें: FPI के जरिए दिसंबर में हुआ 60 हजार करोड़ से ज्यादा का निवेश, इससे शेयर बाजार पर पड़ा ये असर
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अधिकतर चीनी नागरिक यूरोपीय देशों से भारत में आते हैं. इन देशों के साथ भारत का एयर बबल सिस्टम के तहत समझौता है. बता दें कि कोरोना वायरस महामारी के चलते सैकड़ों भारतीय नागरिक चीन में फंसे हुए हैं. इसके पहले भारत सरकार वंदे भारत मिशन और ऑपरेशन सेतु के जरिए बड़ी संख्या में दूसरे देशों से भारतीय नागरिकों को वापस लेकर आई है.
हरदीप सिंह पुरी ने सोमवार को इस तरह के रिपोर्ट्स को खारिज करते हुए स्पष्ट रूप से कहा कि हमने अनौपचारिक तौर पर भी किसी एयरलाइंस को इस प्रकार का निर्देश नहीं दिया है. ज्ञात हो कि हाल ही में चीन ने भारतीय नागरिकों के चीन में प्रवेश पर पाबंदी लगाई थी. चीन की तरफ से इस फैसले के बाद सोशल मीडिया पर इसी खबरें आई थीं.
यह भी पढ़ें: अगर आप भी लेने जा रहे LIC पॉलिसी तो हो जाएं सावधान, नहीं तो डूब जाएगा सारा पैसा...!
It is wrong to make suggestions as to citizen of which country should come. There is no such information from our side: Civil Aviation Minister Hardeep Singh Puri on reports claiming that India has asked airlines informally not to fly Chinese nationals into the country pic.twitter.com/EsSgmMAnGe
— ANI (@ANI) December 28, 2020
भारत में सस्पेंड है टूरिस्ट वीजा
दरअसल, कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए भारत और चीन के बीच हवाई यात्रा बंद है. जबकि, विदेशियों के लिए सरकार द्वारा तय किए गए वर्तमान नियम के मुताबिक, चीनी नागरिक पहले किसी दूसरे देश में जाते हैं. इन देशों में भारत के साथ एयर बबल के तहत सहमति है. इसके बाद चीनी नागरिकों को उन देशों से भारत में आने की अनुमति मिलती है. एयर बबल सहमति (Air Bubble Agreement) के तहत चीनी नागरिक भी बिजनेस के काम से भारत आते हैं. महामारी के चलते ही विदेशियों के लिए भारत में टूरिस्ट वीजा नहीं जारी किया जा रहा है. हालांकि, काम के सिलसिले में विदेशी नागरिक भारत आ सकते हैं.
यह भी पढ़ें: FPI के जरिए दिसंबर में हुआ 60 हजार करोड़ से ज्यादा का निवेश, इससे शेयर बाजार पर पड़ा ये असर
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अधिकतर चीनी नागरिक यूरोपीय देशों से भारत में आते हैं. इन देशों के साथ भारत का एयर बबल सिस्टम के तहत समझौता है. बता दें कि कोरोना वायरस महामारी के चलते सैकड़ों भारतीय नागरिक चीन में फंसे हुए हैं. इसके पहले भारत सरकार वंदे भारत मिशन और ऑपरेशन सेतु के जरिए बड़ी संख्या में दूसरे देशों से भारतीय नागरिकों को वापस लेकर आई है.