गाजियाबाद में बोतल बंंद पानी जांच में खराब निकला-सांकेतिक तस्वीर
नई दिल्ली. कीमती धातुओं और कच्चे तेल की तरह ही अब पानी की ट्रेडिंग भी कमोडिटी मार्केट (Commodity Market) में शुरू हो गई है. पानी की कमी को देखते हुए वॉल स्ट्रीट (Wall Street) पर इसकी ट्रेडिंग (Water Trading) शुरू की गई है. इसका मतलब है कि किसान, निवेशक और नगर पालिका पानी की ट्रेडिंग कर सकेंगे. दुनियाभर में पानी एक ऐसा रिसोर्स बनता जा रहा है, जिसकी कमी लगातार बढ़ा रही है. संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, साल 2050 तक दुनियाभर में पानी की कमी से करीब 5 अरब लोग प्रभावित होंगे. अमेरिका के शिकागो स्थिति सीएमई ग्रुप ने इस वॉटर ट्रेडिंग कॉन्ट्रैक्ट (Water Trading Contract) को लॉन्च किया है. एक रिपोर्ट में बताया गया है कि इस ग्रुप ने कैलिफोर्निया के 1.1 अरब डॉलर के स्पॉट मार्केट का करार किया है.
शुरू हो चुकी है पानी ट्रेडिंग
अमेरिका के कई इलाकों में बढ़ती गर्मी और जंगलों में आग लगने के बाद कैलिफोर्निया करीब 8 साल के सूखे से गुजर रहा था. इसी को देखते हुए सितंबर महीने में ही वॉटर ट्रेडिंग शुरू किए जाने का ऐलान किया गया. पिछले कुछ साल में कैलिफोनिर्या में पानी के दाम में कई गुना इजाफा हुआ है. बीते सप्ताह 7 दिसंबर को इसी ट्रेडिंग शुरू कर दी गई है.
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तय हो चुका है वॉटर इंडेक्स
कैलिफोर्निया स्पॉट वॉटर के आधार पर सीएमई ग्रुप (CME Group) कॉन्ट्रैक्ट जारी करेगी. इसके लिए एक इंडेक्स भी तैयार कर लिया गया है, जिसका नाम रखा NQH2O गया है. सीएमई ग्रुप का कहना है कि नये अग्रीमेंट से पानी की कमी के प्रबंधन में मदद मिलेगी.
.@Nasdaq Veles California Water Index (NQH2O) futures are here, the first-of-its kind tool to help market participants manage water supply and demand risk.
— CME Group (@CMEGroup) December 7, 2020
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