वित्त मंत्री जेटली ने की Money Control की तारीफ, कहा- मैं भी लेता हूं इसकी मदद
वित्त मंत्री ने माना कि देश में नीतियों को लेकर चर्चा का स्तर काफी कमजोर है. उन्होंने कहा, 'देश में नीतियों और खासकर आर्थिक क्षेत्र की नीतियों के मामले में चर्चा के सतर में सुधार लाया जाये इसके लिये राष्ट्रीय स्तर पर प्रयास किया जाना चाहिये.'
- News18Hindi
- Last Updated: November 17, 2018, 3:31 PM IST
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि MoneyControl भारत का प्रतिष्ठित, फाइनेंसियल न्यूज और डाटा प्लेटफॉर्म है. यह निवेशकों और व्यवसायों को जरूरी फैसलों की जानकारी देता है. जेटली ने यह बात Moneycontrol Wealth Creator Awards के दौरान कही.
उन्होंने कहा कि नीति निर्माता, यहां तक कि वह खुद फैसले लेने के लिए Money Control से डाटा की मदद लेते हैं. 16 नवंबर को Money Control ने 'Wealth Creator Awards' का आयोजन किया था.
वित्त मंत्री ने कहा, 'आर्थिक क्षेत्र की चर्चा और नीतियों को केवल नारों और लोकलुभावन वादों से निर्देशित नहीं किया जा सकता. यह चर्चा आंकड़ों के विश्लेषण के साथ ठोस तथ्यों और आकलन पर आधारित होनी चाहिये.' जेटली वीडियो लिंक के जरिये एक पुरस्कार सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. इसका आयोजन एक समाचार पोर्टल मनीकंट्रोल ने आयोजित किया.
यह भी पढ़ें: GST महत्वपूर्ण सुधार, केवल दो तिमाही में पड़ा विकास दर पर असर: जेटलीजेटली की ओर से यह टिप्पणी रिजर्व बैंक के केन्द्रीय निदेशक मंडल की अहम बैठक से दो दिन पहले की गई है. कुछ नीतियों को लेकर सरकार और रिजर्व बैंक के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है. सरकार और रिजर्व बैंक बोर्ड में उसके प्रतिनिधि चाहते हैं कि रिजर्व बैंक छोटे उद्यमियों की परेशानी पर ध्यान दे, त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई (पीसीए) के तहत आये बैंकों की शर्त को उदार बनाये तथा परेशानी से जूझ रहे गैर बैंकिंग संस्थानों को राहत पहुंचाये. समझा जाता है कि रिजर्व बैंक इसका विरोध करता रहा है.
वित्त मंत्री ने माना कि देश में नीतियों को लेकर चर्चा का स्तर काफी कमजोर है. उन्होंने कहा, 'देश में नीतियों और खासकर आर्थिक क्षेत्र की नीतियों के मामले में चर्चा के सतर में सुधार लाया जाये इसके लिये राष्ट्रीय स्तर पर प्रयास किया जाना चाहिये.'
उन्होंने यह भी कहा, कि इन दिनों और भविष्य में भी संपत्ति सृजन एक चुनौती बना रहेगा. जेटली ने इस बात पर खेद जताया कि एक समय था जब हम उत्पादकता बढ़ाने के बजाय केवल नारों और विकल्प पर ध्यान दे रहे थे. उत्पादकता बढ़ाने पर ध्यान देने से समान और अधिक समृद्ध वाला परिवेश बनाया जा सकता है.
यह भी पढ़ें: सरकार की हर मांग मान ली जाए तो फिर रिजर्व बैंक की जरूरत क्या है: पूर्व डिप्टी गवर्नर आर गांधी
कार्यक्रम के दौरान इंडसइंड बैंक के सीईओ और प्रबंध निदेशक रमेश सोबती ने 'बेस्ट फाइनेंशियल सर्विसेज पर्सनिलिटी ऑफ द ईयर' का पुरस्कार जीता.
अन्य विजेताओं में बंधन बैंक ('बेस्ट बैंक'), मोतीलाल ओसवाल ('बेस्ट ब्रोकिंग बिजनेस'), एचडीएफसी स्टैंडर्ड लाइफ इंश्योरेंस ('बिग लीग में सबसे अधिक वचनबद्ध शुरुआत'), बजाज फाइनेंस ('एनबीएफसी वेल्थ क्रिएटर'), आईसीआईसीआई प्रू लाइफ इंश्योरेंस ('लाइफ इंश्योरेंस'), आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस ('जनरल इंश्योरेंस') और आदित्य बिड़ला सन लाइफ एएमसी ('बेस्ट एएमसी') शामिल रहे.
लैंडिंगकार्ट के सह-संस्थापक हर्षवर्धन लुनिया ने 'फिनटेक पर्सनालिटी ऑफ द ईयर' का पुरस्कार जीता, जबकि अनुराग अग्रवाल ने 'सोशल इंपैक्ट क्रिएटिव ऑफ द ईयर' पुरस्कार जीता. फंड स्कीम्स में, एक्सिस ब्लूचिप को 'लार्ज कैप फंड ऑफ द ईयर' नाम दिया गया था, जबकि एल एंड टी मिडकैप को 'मिड कैप फंड ऑफ द ईयर' चुना गया.
यह भी पढ़ें: नोटबंदी की दूसरी सालगिरह पर बोले जेटली- बस कैश ज़ब्त करना नहीं था मक़सद
उन्होंने कहा कि नीति निर्माता, यहां तक कि वह खुद फैसले लेने के लिए Money Control से डाटा की मदद लेते हैं. 16 नवंबर को Money Control ने 'Wealth Creator Awards' का आयोजन किया था.
वित्त मंत्री ने कहा, 'आर्थिक क्षेत्र की चर्चा और नीतियों को केवल नारों और लोकलुभावन वादों से निर्देशित नहीं किया जा सकता. यह चर्चा आंकड़ों के विश्लेषण के साथ ठोस तथ्यों और आकलन पर आधारित होनी चाहिये.' जेटली वीडियो लिंक के जरिये एक पुरस्कार सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. इसका आयोजन एक समाचार पोर्टल मनीकंट्रोल ने आयोजित किया.
यह भी पढ़ें: GST महत्वपूर्ण सुधार, केवल दो तिमाही में पड़ा विकास दर पर असर: जेटलीजेटली की ओर से यह टिप्पणी रिजर्व बैंक के केन्द्रीय निदेशक मंडल की अहम बैठक से दो दिन पहले की गई है. कुछ नीतियों को लेकर सरकार और रिजर्व बैंक के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है. सरकार और रिजर्व बैंक बोर्ड में उसके प्रतिनिधि चाहते हैं कि रिजर्व बैंक छोटे उद्यमियों की परेशानी पर ध्यान दे, त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई (पीसीए) के तहत आये बैंकों की शर्त को उदार बनाये तथा परेशानी से जूझ रहे गैर बैंकिंग संस्थानों को राहत पहुंचाये. समझा जाता है कि रिजर्व बैंक इसका विरोध करता रहा है.
वित्त मंत्री ने माना कि देश में नीतियों को लेकर चर्चा का स्तर काफी कमजोर है. उन्होंने कहा, 'देश में नीतियों और खासकर आर्थिक क्षेत्र की नीतियों के मामले में चर्चा के सतर में सुधार लाया जाये इसके लिये राष्ट्रीय स्तर पर प्रयास किया जाना चाहिये.'
उन्होंने यह भी कहा, कि इन दिनों और भविष्य में भी संपत्ति सृजन एक चुनौती बना रहेगा. जेटली ने इस बात पर खेद जताया कि एक समय था जब हम उत्पादकता बढ़ाने के बजाय केवल नारों और विकल्प पर ध्यान दे रहे थे. उत्पादकता बढ़ाने पर ध्यान देने से समान और अधिक समृद्ध वाला परिवेश बनाया जा सकता है.
यह भी पढ़ें: सरकार की हर मांग मान ली जाए तो फिर रिजर्व बैंक की जरूरत क्या है: पूर्व डिप्टी गवर्नर आर गांधी
कार्यक्रम के दौरान इंडसइंड बैंक के सीईओ और प्रबंध निदेशक रमेश सोबती ने 'बेस्ट फाइनेंशियल सर्विसेज पर्सनिलिटी ऑफ द ईयर' का पुरस्कार जीता.
अन्य विजेताओं में बंधन बैंक ('बेस्ट बैंक'), मोतीलाल ओसवाल ('बेस्ट ब्रोकिंग बिजनेस'), एचडीएफसी स्टैंडर्ड लाइफ इंश्योरेंस ('बिग लीग में सबसे अधिक वचनबद्ध शुरुआत'), बजाज फाइनेंस ('एनबीएफसी वेल्थ क्रिएटर'), आईसीआईसीआई प्रू लाइफ इंश्योरेंस ('लाइफ इंश्योरेंस'), आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस ('जनरल इंश्योरेंस') और आदित्य बिड़ला सन लाइफ एएमसी ('बेस्ट एएमसी') शामिल रहे.
लैंडिंगकार्ट के सह-संस्थापक हर्षवर्धन लुनिया ने 'फिनटेक पर्सनालिटी ऑफ द ईयर' का पुरस्कार जीता, जबकि अनुराग अग्रवाल ने 'सोशल इंपैक्ट क्रिएटिव ऑफ द ईयर' पुरस्कार जीता. फंड स्कीम्स में, एक्सिस ब्लूचिप को 'लार्ज कैप फंड ऑफ द ईयर' नाम दिया गया था, जबकि एल एंड टी मिडकैप को 'मिड कैप फंड ऑफ द ईयर' चुना गया.
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