रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए लंबी अवधि वाले निवेश विकल्प चुनें.
नई दिल्ली. बुढ़ापे के लिए दो पैसे जोड़ना हर किसी की ख्वाहिश होती है. लेकिन, इन ख्वाहिशों को पूरा करने के लिए कई और ख्वाहिशों को दबाना पड़ता है और पाई-पाई जोड़कर एक ऐसा फंड तैयार करना पड़ता है, जो आपके बुढ़ापे की लाठी बन सके.
वैसे तो रिटायरमेंट प्लानिंग (Retirement Planning) लगभग हर निवेशक और कामकाजी व्यक्ति के जेहन में रहता है, लेकिन इसे लागू बहुत कम लोग ही कर पाते हैं. अक्सर देखा गया है कि रिटायरमेंट प्लानिंग पर काम करने में लोग कई तरह की गलतियां कर जाते हैं. ऐसे ही कुछ कॉमन गलतियों पर हम यहां बात करने जा रहे, जिन्हें आपने दूर कर लिया तो भविष्य के लिए बड़ा फंड समय रहते बना सकते हैं.
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कम अवधि वाले रिटर्न पर फोकस
अक्सर लोग लंबी अवधि के रिटर्न पर जोर देने के बजाए जल्द ही कुछ रिटर्न बटोर लेने पर ज्यादा ध्यान देते हैं. रिटायरमेंट के लिए निवेश करना भी लंबी अवधि का इन्वेस्टमेंट है. इसके बजाए कई लोग 2-3 साल में फटाफट मिलने वाले रिटर्न पर ज्यादा दांव लगाते हैं. देखा जाए समान पैसे का लांग टर्म निवेश आपको शॉर्ट टर्म निवेश के मुकाबले ज्यादा रिटर्न देता है.
निवेश में टालमटोल करना
यह सबसे ज्यादा कॉमन गलती है, जिसे अधिकतर निवेशक दोहराते हैं. रिटायरमेंट प्लानिंग लंबी अवधि का निवेश मानकर लोग इसे अगले साल से शुरू करने की बात कहकर पीछे हट जाते हैं. ऐसे में आपके पास समय कम होता जाता है और आपके निवेश पर मिलने वाले रिटर्न पर भी असर पड़ता है. देरी से निवेश शुरू करने पर आपको बड़ा फंड पाने के लिए ज्यादा पैसे भी लगाने पड़ते हैं.
गलत जगह निवेश करना
कई बार गलती से या जल्दबाजी में अथवा जानकारी के अभाव में हम ऐसी जगह अपने पैसे लगा देते हैं, जहां से बेहतर रिटर्न की गुंजाइश नहीं होती. समय के साथ हम ये भी नहीं जान पाते कि हमारा निवेश गलत जगह हो गया है और इसे बदल जाने की जरूरत है. ऐसे में आपको समय-समय पर अपने निवेश और उस पर मिलने वाले रिटर्न की समीक्षा करते रहना चाहिए. अगर आप खुद नहीं जान पाते हैं तो किसी विशेषज्ञ की मदद ले सकते हैं.
दूसरों की देखादेखी पैसे लगाना
हम कई बार उन्हीं निवेश विकल्पों में हाथ आजमाते हैं, जिसमें हमारे बड़ों ने पैसे लगाए थे या हमारी साथी जिनका चुनाव करते हैं. ऐसे किसी प्रभाव में आने के बजाए हमें अपनी जरूरतों और रिस्क क्षमता के आधार पर निवेश विकल्प का चुनाव करना चाहिए. हमें टैक्स बचत की प्लानिंग भी लंबी अवधि के आधार पर करनी चाहिए. साथ ही रिटायरमेंट फंड के लिए शुरुआत में रिस्क उठाने से भी नहीं चूकना चाहिए.
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Tags: Investment tips, Retirement fund, Retirement savings
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