बाजार के विशेषज्ञों को उम्मीद है कि जल्द ही सेंसेक्स 1 लाख अंक के स्तर को पार कर जाएगा.
मुंबई. सेंसेक्स सप्ताह के पहले दिन यानी 28 नवंबर 2022 को अपने सर्वोच्च स्तर 62,504.80 अंक पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी भी तेजी के साथ बंद-बंद होते-होते 18,562.75 अंक पर पहुंच गया. पहली बार भारतीय शेयर बाजार (Indian Share Market) इस स्तर पर बंद हुए हैं. शेयर बाजार के इस स्तर पर पहुंचने के बाद ज्यादातर लोगों के मन में ये सवाल जरूर आया होगा कि सेंसेक्स 1,00,000 अंक के जादुई आंकड़े (Sensex will hit 1 lakh magic figure) को कब तक छू लेगा? लंबी अवधि के निवेशकों और बाजार विशेषज्ञों ने इसको लेकर कैलकुलेशन व अनुमान लगाने भी शुरू कर दिए हैं.
साल 2022 की शुरुआत में जेफरीज़ (Jefferies) में इक्विटी स्ट्रेटजीज के ग्लोबल हेड क्रिस्टोफर वुड ने कहा था कि सेंसेक्स वित्त वर्ष 2027 या वित्त वर्ष 2026 के अंत तक 1 लाख अंक के जादुई आंकड़े को छूने में कामयाब हो जाएगा. वहीं, इसके बाद अक्टूबर 2022 में दलाल स्ट्रीट के वेटर्न फंड मैनेजर हीरेन वेद ने उम्मीद जताई कि सेंसेक्स 2025 की शुरुआत में ही इस आंकड़े को छूने का कमाल कर सकता है. इसके अलावा अब दूसरे बाजार विशेषज्ञ भी उम्मीद जता रहे हैं कि सेंसेक्स 1 लाख अंक के स्तर को छूने में ज्यादा समय नहीं लगाएगा.
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क्यों छू लेगा 1 लाख का आंकड़ा?
सोमवार के रिकॉर्ड हाई के बाद ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टेनली का मानना है कि सेंसेक्स दिसंबर 2023 तक 80,000 अंक का आंकड़ा छू लेगा. वहीं, केडिया एडवाइजरी के प्रबंध निदेशक अजय केडिया का कहना है कि सिर्फ डेढ़ साल के भीतर सेंसेक्स 1 लाख के जादुई आंकड़े को छूकर पूरी दुनिया को चौंका देगा. उनका कहना है कि जियोग्राफिक हालात में अब काफी सुधार हो चुका है. वहीं, अब इंडस्ट्रियल डिमांड में भी इजाफा होगा. इसका फायदा बाजार को मिलेगा और ये नई ऊंचाइयों को छूएगा.
कहां निवेश पर मिलेगा फायदा?
एमडी अजय केडिया से जब पूछा गया कि ऐसे में निवेशकों को क्या करना चाहिए. उन्हें कहां निवेश करना चाहिए, जिससे उनको ज्यादा से फायदा मिल सके? इस पर उन्होंने कहा कि लंबी अवधि के निवेशकों को कमोडिटी में निवेश को लेकर खुले दिमाग से विचार करना चाहिए. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ समय में चांदी की मांग लगातार बढ़ी है. कुछ समय में गोल्ड सिल्वर रेशियो में सुधार आया है. इसका मतलब है कि माहौल निवेश के अनुकूल बन रहा है.
ईंट खरीदें या सिल्वर ईटीएफ?
केडिया ने तर्क दिया कि जब माहौल में अनिश्चितता होती है तो गोल्ड में निवेश बढ़ता है. वहीं, जियो-पॉलिटिकल और जियो-ग्राफिकल माहौल में सुधार होने पर निवेशक गोल्ड के बजाय दूसरे विकल्पों में निवेश करना शुरू कर देते हैं. जब उनसे पूछा गया, ‘अगर आज हम 1 किलोग्राम चांदी में निवेश करते हैं तो 2 साल में कितना फायदा मिल सकता है तो उन्होंने कहा कि मौजूदा माहौल के हिसाब से लोगों को 40 फीसदी मुनाफा मिलना लगभग तय है.’ उनसे फिर पूछा गया, ‘चांदी की 1 किग्रा की ईंट खरीदें या डिजिटल सिल्वर में निवेश करें तो उन्होंने कहा कि निवेशकों को सिल्वर ईटीएफ (Silver ETF) में निवेश करना चाहिए क्योंकि चांदी की ईंट बेचने जाने पर कई तरह के चार्ज से आपका फायदा घट जाएगा.’
‘FPIs बरकरार रखेंगे मजबूत निवेश’
जैफरीज़ के क्रिस्टोफर वुड ने साल की शुरुआत में कहा था कि 15 प्रतिशत ईपीएस वृद्धि संभव है. उनका यह आकलन पांच साल के दृष्टिकोण पर आधारित था. वुड का कहना था कि महंगाई भारतीय बाजार के लिए चिंता का विषय नहीं है. भारतीय शेयर बाजार को तेल की बढ़ती कीमतों (Crude Price Hike) से खतरा है. भारतीय शेयर बाजार की तेजी निवेशकों के लिए हमेशा अच्छी रही है. वृद्धि आधारित इक्विटी के लिए भारत प्रमुख निवेश गंतव्य (Investment Destination) होना चाहिए. भारत कोरोना महामारी से भी अब उबर चुका है. वुड के मुताबिक, ऐसे में विदेशी निवेशक (FPIs) भारत में मजबूत निवेश बरकरार रखेंगे.
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’10 साल में पहुंच जाएगा 2,00,000′
कुछ दूसरे बाजार विशेषज्ञ भी भारतीय शेयर बाजार के भविष्य में नई ऊंचाइयां छूने की उम्मीद जता चुके हैं. कुछ समय पहले मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के चेयरमैन रामदेव अग्रवाल ने भी कहा था कि सेंसेक्स 10 साल के भीतर 2,00,000 अंक के स्तर पर पहुंच जाएगा. उन्होंने कहा कि इन 10 साल में मार्केट में चार गुना वृद्धि होगी. सेंसेक्स 10 साल में चार बार ऐसा कर चुका है. वहीं, सैमको सिक्योरिटीज के रिसर्च हेड अपूर्व सेठ ने भी कहा था कि अप्रैल 2024 तक सेंसेक्स 1,00,000 अंक तक पहुंच जाएगा.
20 साल में 20 गुना बढ़ा सेंसेक्स
सेंसेक्स पिछले 20 साल में 3,000 अंक से 20 गुना बढ़कर 60,000 अंक के स्तर को पार कर चुका है. अगर बाजार 15% सालाना की दर से बढ़ता रहता है तो बाजार अब से 4 साल के भीतर 1 लाख के जादुई आंकड़े को पार कर जाएगा. एकबार महंगाई और ब्याज दरों को लेकर बाजार की चिंताओं में स्थिरता आ जाए तो भारत दुनियाभर के निवेशकों के लिए पसंदीदा निवेश गंतव्य बन जाएगा. तमाम उठापटक के बावजूद साल 2022 में भारतीय शेयर बाजार का प्रदर्शन बहुत शानदार रहा है. ऐसे में उम्मीद की जा सकती है कि आने वाले समय में स्थितियां बेहतर ही होंगी और भारतीय शेयर बाजार तेजी से ऊपर जाएगा.
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