Work From Home rules: कोरोना महामारी के बाद कामकाज के तौर-तरीकों में भी बदलाव आया है. इस महामारी ने घर बैठे काम करने यानी वर्क फ्रॉम होम की कल्चर को और प्रसारित किया है. अब जब बहुत से कामकाज सामान्य हो चले हैं, इसके बाद भी बहुत सी कंपनियों में वर्क फ्रॉम होम का कल्चर जारी है. कुछ कंपनियों ने स्थाई तौर पर घर से काम करने की सहूलियत दे दी है.
वर्क फ्रॉम होम कल्चर का असर कंपनी और कर्मचारी, दोनों पर ही दो तरीके से देखा जा रहा है. कुछ लोग इस व्यवस्था में खुश हैं और उन्होंने खुद को इसके लिए ढाल लिया है, लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जो घर से काम करते-करते बुरी तरह से कोफ्त आ चुके हैं. इन लोगों का कहना है कि घर से काम करने से उनकी क्षमता पर नकारात्मक असर पड़ रहा है और तनाव भी बढ़ रहा है.
खैर ये तो वर्क फ्रॉम होम कल्चर के दोनों पहलू हैं. अब बात इस व्यवस्था को लेकर कायदे-कानूनों की.
पुर्तगाल के वर्क फ्रॉम होम को लेकर नए नियम की चर्चा पूरी दुनिया में है. नए नियम के मुताबिक घर से काम करने के दौरान कर्मचारी की शिफ्ट खत्म होने पर कंपनी किसी भी कर्मचारी को फोन नहीं कर सकती है. अगर वह ऐसा करती है तो उस पर जुर्माना लगाया जाएगा.
“वर्क फ्रॉम होम” टाइम खत्म होने के बाद किसी कर्मचारी को फोन करने वाले बॉस या सीनियर को सजा तक हो जाएगी.
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पुर्तगाल की संसद ने पिछले हफ्ते वर्क फ्रॉम होम को लेकर नए श्रम कानून को अपनी मंजूरी दे दी है. यह कानून कर्मचारियों को कंपनी से दूर घर पर काम करने के दौरान अतिरिक्त सुरक्षा मुहैया कराता है.
पुर्तगाल की समाजवादी सरकार ने कहा कि नए नियम COVID-19 महामारी के दौरान घर से काम करने वाले ज्यादातर कर्मचारियों की प्रतिक्रिया के आधार पर बनाया गया है.
सरकार ने पाया कि वर्क फ्रॉम होम के दौरान कंपनी या कंपनी का कोई सीनियर अपने कर्मचारी को हर वक्त काम में व्यस्त रखता है. वक्त वे वक्त फोन करके कर्मचारियों की निजी जीवन में व्यवधान किए जाते हैं. घर बैठे कर्मचारी को लगता ही नहीं है कि कब उसका ऑफिस शुरू हुआ और कब खत्म. वह हमेशा काम में ही उलझा रहता है. इन तमाम बातों को देखते हुए पुर्तगाली सरकार ने यह कानून बनाया है.
पुर्तगाली सरकार का तर्क है कि घर से काम कर रहे कर्मचारी को किसी भी वक्त फोन करना किसी इंसान के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने के दृष्टिकोण से इसे सही नहीं माना जा सकता है.
अब इस कानून के बाद कंपनी का कोई भी सीनियर घर से काम कर रहे कर्मचारी को ड्यूटी की समयसीमा खत्म होने के बाद फोन नहीं कर सकता. नए नियमों में कहा गया है कि असाधारण परिस्थितियों को छोड़कर, कंपनियों को कार्यालय समय के बाद कर्मचारियों से संपर्क करने से बचना चाहिए.
नियम में कहा गया है कि कर्मचारियों को भी कम से कम हर दो महीने में अपने वरिष्ठ अधिकारियों से मिलना चाहिए, ताकि वे खुद को कंपनी से अलग-थलग ना महसूस कर सकें.
नया नियम कहता है कि कंपनियों को घर से काम करने वाले कर्मचारियों को अतिरिक्त व्यक्तिगत खर्च जैसे बिजली या इंटरनेट के बिल का भुगतान करना चाहिए.
यह कानून तो यहां तक कहता है कि अगर किसी कर्मचारी का बच्चा छोटा है तो वह उसके 8 साल की उम्र होने तक वर्क फ्रॉम होम कर सकता है. यह नया कानून उन संस्थानों कार्यस्थलों, समूहों पर लागू होगा जहां 10 से ज्यादा लोग काम करते हैं.
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Tags: Work From Home
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