'31 जुलाई तक कोरोना के 5.5 लाख मामले हो जाएंगे, सीबीएसई रद्द करे 10वीं और 12वीं के बोर्ड एग्जाम'

सीबीएसई की दसवीं और बारहवीं की परीक्षाएं कोरोना वायरस के चलते स्थगित कर दी गईं थीं.
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) ने कहा है कि सीबीएसई बोर्ड (CBSE Board) की बची परीक्षाओं को रद्द कर इंटरनल असेस्टमेंट के आधार पर नंबर दिए जाने चाहिए.
- News18Hindi
- Last Updated: June 18, 2020, 9:39 AM IST
नई दिल्ली. दिल्ली (Delhi) के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) ने सीबीएसई बोर्ड (CBSE Board) की दसवीं और बारहवीं की बची हुई परीक्षाएं रद्द करने की अपील की है. टाइम्सनाउ की रिपोर्ट के अनुसार इसके लिए सिसोदिया ने मानव संसाधन विकास मंत्री (Human Resource Development Minister) रमेश पोखरियाल निशंक (Ramesh Pokhriyal Nishank) को एक पत्र भी लिखा है. इस पत्र में सिसोदिया ने कई कारण बताए हैं, जिनकी वजह से परीक्षा का आयोजन संभव नहीं है. बता दें कि कई पेरेंट्स ने भी परीक्षाएं रद्द करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है, जिसके बाद कोर्ट ने सीबीएसई से इस पर विचार करने के लिए कहा है. जवाब में सीबीएसई ने भी जल्द ही इस पर कोई फैसला लेने की बात कही है. सिसोदिया ने निशंक को ये पत्र 17 जून को लिखा.
1. बढ़ रहे कोरोना के मामले
मानव संसाधन विकास मंत्री (Human Resource Development Minister) रमेश पोखरियाल निशंक (Ramesh Pokhriyal Nishank) को लिखे पत्र में मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) ने कहा, दिल्ली में कोरोना वायरस (Coronavirus) के मामले काफी बढ़ गए हैं. इस पत्र को लिखे जाने के समय तक दिल्ली में कोरोना के 44,688 मामले सामने आ चुके हैं. जुलाई के अंत तक कोरोना के मामले 5.5 लाख तक पहुंचने की आशंका है. ऐसे में बच्चों की सुरक्षा को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता.
2. स्कूल उपलब्ध नहींमनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) ने साथ ही बताया कि सीबीएसई एग्जाम (CBSE Exam) कराने के लिए स्कूलों की उपलब्धता भी एक बड़ा संकट है. उन्होंने पत्र में लिखा, 343 स्कूलों की इमारतें कोविड19 राहत कार्यो के लिए इस्तेमाल की जा रही है. इनमें से 251 इमारतों को वितरण केंद्र बनाया गया है जबकि 33 को हंगर रिलीफ सेंटर्स के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है. वहीं 39 को शेल्टर होम, 10 इमारतों को माइग्रेंट कैंप व 10 को क्वारंटाइन सेंटर के तौर पर काम में लाया जा रहा है.
3. अभी और 242 स्कूलों की दरकार
इसके अलावा सरकार की योजना 242 स्कूलों के आडिटोरियम को इस्तेमाल में लेने की भी है. इन्हें मेक शिफ्ट केयर सेंटर बनाया जाएगा. इनमें 80 हजार बेड लगाकर कोरोना पीड़ितों का इलाज किया जाएगा.
4. ऐसे स्कूलों में परीक्षा से बढ़ेगा जोखिम
मनीष सिसोदिया के अनुसार, अगर इन स्कूलों में परीक्षाएं आयोजित कराई जाती है तो ये बेहद जोखिम भरा होगा, ऐसे में इनमें एग्जाम नहीं कराए जा सकते. इसके अलावा दिल्ली में पहले से ही 242 कंटेनमेंट जोन हैं. इस बारे में भी स्पष्टता नहीं है कि इन 242 कंटेनमेंट जोन के स्टूडेंट्स किस तरह परीक्षा देंगे.
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1. बढ़ रहे कोरोना के मामले
मानव संसाधन विकास मंत्री (Human Resource Development Minister) रमेश पोखरियाल निशंक (Ramesh Pokhriyal Nishank) को लिखे पत्र में मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) ने कहा, दिल्ली में कोरोना वायरस (Coronavirus) के मामले काफी बढ़ गए हैं. इस पत्र को लिखे जाने के समय तक दिल्ली में कोरोना के 44,688 मामले सामने आ चुके हैं. जुलाई के अंत तक कोरोना के मामले 5.5 लाख तक पहुंचने की आशंका है. ऐसे में बच्चों की सुरक्षा को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता.
2. स्कूल उपलब्ध नहींमनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) ने साथ ही बताया कि सीबीएसई एग्जाम (CBSE Exam) कराने के लिए स्कूलों की उपलब्धता भी एक बड़ा संकट है. उन्होंने पत्र में लिखा, 343 स्कूलों की इमारतें कोविड19 राहत कार्यो के लिए इस्तेमाल की जा रही है. इनमें से 251 इमारतों को वितरण केंद्र बनाया गया है जबकि 33 को हंगर रिलीफ सेंटर्स के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है. वहीं 39 को शेल्टर होम, 10 इमारतों को माइग्रेंट कैंप व 10 को क्वारंटाइन सेंटर के तौर पर काम में लाया जा रहा है.
3. अभी और 242 स्कूलों की दरकार
इसके अलावा सरकार की योजना 242 स्कूलों के आडिटोरियम को इस्तेमाल में लेने की भी है. इन्हें मेक शिफ्ट केयर सेंटर बनाया जाएगा. इनमें 80 हजार बेड लगाकर कोरोना पीड़ितों का इलाज किया जाएगा.
4. ऐसे स्कूलों में परीक्षा से बढ़ेगा जोखिम
मनीष सिसोदिया के अनुसार, अगर इन स्कूलों में परीक्षाएं आयोजित कराई जाती है तो ये बेहद जोखिम भरा होगा, ऐसे में इनमें एग्जाम नहीं कराए जा सकते. इसके अलावा दिल्ली में पहले से ही 242 कंटेनमेंट जोन हैं. इस बारे में भी स्पष्टता नहीं है कि इन 242 कंटेनमेंट जोन के स्टूडेंट्स किस तरह परीक्षा देंगे.
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