प्रतीकात्मक तस्वीर
UP Board Result 2019: उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा हिन्दी प्रदेश है. 27 अप्रैल के बीच यूपी बोर्ड 10वीं और 12वीं के नतीजे घोषित होंगे. लेकिन पिछले कुछ वर्षों में यह देखा जा रहा है कि छात्र, परीक्षा के नतीजे आने से पहले डरे और सहमे हुए रहते हैं. इसमें तमाम बच्चों का परीक्षाफल साथी प्रतिस्पर्धियों से कम हो सकता है, ऐसे में किसी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए मनोचिकित्सक अभिभावकों को सचेत रहने की सलाह दे रहे हैं.
न्यूज18 से खास बातचीत में लखनऊ की मनोचिकित्सक डॉ अर्चना शुक्ला ने बताया कि रिजल्ट आने से पहले मां-बाप अपने बच्चों से बात करे और पूछे की उनका पेपर कैसा हुआ था. उन्होंने बताया कि पेपर कैसा रहा और कितनी उम्मीद है. मनोचिकित्सक के मुताबिक बच्चों को समझाना चाहिए कि जीवन में कई अंतिम एग्जाम नहीं है. आगे भी जीवन में कई इम्तिहान आएंगे. खबड़ाना नहीं चाहिए. डॉ अर्चना शुक्ला ने बताया कि जीवन में कभी कोई चीज अच्छी होती है. उन्होंने बताया कि रिजल्ट से पहले अपने बच्चों पर नजर रखे. आपका बच्चा ठीक से खाना खा रहा हैं की नहीं. वहीं वो मोबाइल का इस्तेमाल तो ज्यादा नहीं कर रहा है. उन्होंने बताया कि बच्चों की हर हरकत पर नजर रखे.
अपनी उम्मीदों का बोझ:
बच्चों के नाजुक कंधों पर अपने भारी-भरकम उम्मीदों का बोझ ना लादें. परीक्षा में अगर कम मार्क्स आ गए हैं तो भी उसमें यकीन रखें. यकीन इस बात पर कि आपका बच्चा अपने जीवन के साथ कुछ ना कुछ तो अच्छा कर ही लेगा. उसे डरना नहीं, जीना सिखाएं.
अपनी ख्वाहिशें बच्चों में देखते हैं:
दरअसल, हम अपने बच्चों पर इतना दबाव इसलिए डालते हैं, क्योंकि हम उनके जरिये अपनी उन ख्वाहिशों को पूरा करना चाहते हैं, जो हम कभी पूरा नहीं कर सके. ये गलत है. बच्चों को अपने सपने जीने दीजिए. अगर बच्चा असफल हो रहा है तो भी उसके साथ खड़े रहें.
ये भी पढ़ें:
UP Board Results 2019: जानिए क्या कर रहे हैं पिछले साल के टॉपर आकाश मौर्या
एक क्लिक और खबरें खुद चलकर आएंगी आपके पास, सब्सक्राइब करें न्यूज़18 हिंदी WhatsApp अपडेट्स
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
Tags: Allahabad news, For dgp up, UP Board Inter Results, UP Board Results, UP police, Uttar pradesh news, Yogi adityanath