अभिभावकों और छात्रों पर किसी भी प्रकार का दबाव नहीं बनाया जाएगा और कोई अतिरिक्त फीस भी नहीं ली जाएगी.
बोर्ड का कहना है कि अगर मूल्यांकन कार्य 20 दिनों में भी पूरा हो गया तो मई में 10वीं और 12वीं का रिजल्ट जारी हो सकता है. बता दें कि 3 मई तक लॉकडाउन के विस्तार के साथ, उच्च माध्यमिक कक्षाओं के शिक्षकों के एक समूह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लिखा है कि वे एमपी बोर्ड के कक्षा 10 और 12 के बाकी छात्रों की बोर्ड परीक्षा रद्द कर दें और पहले ही आयोजित परीक्षा के आंतरिक मूल्यांकन की अनुमति दें.
इस बार कॉपी जांचने का काम 21 मार्च से शुरू होना था, लेकिन लॉकडाउन के चलते कॉपियों का मूल्यांकन कार्य काफी पीछे हो गया है. ऐसे में लॉकडाउन के समय का उपयोग 10वीं और 12वीं के 2 और 3 मार्च से 19 मार्च तक हुए पेपर की कॉपियों का मूल्यांकन कार्य में किया जा रहा है. 22 अप्रैल से कॉपियों का मूल्यांकन कार्य शुरू होगा ताकि लॉकडाउन खत्म होने से पहले इन पेपर्स की सारी कापियां चेक हो सकें. वही जैसे ही लॉकडाउन खत्म होगा, वैसे ही स्थगित हुए पेपर के लिए नई तारीखों की घोषणा की जाएगी. स्थगित पेपर के होते ही उसी दिन से उस पेपर की कॉपियों का भी मूल्यांकन कार्य शुरू हो जाएगा. सबका रिजल्ट एक जगह कर लिया जाएगा और उसके बाद 10वीं और 12वीं के रिजल्ट की घोषणा एक साथ होगी.
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