यूपीएससी (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा (civil service examinations) में इंटरव्यू एक ऐसा पड़ाव होता है, जहां-जहां अच्छे-अच्छे उम्मीदवार मुश्किल में पड़ जाते हैं. उम्मीदवारों के व्यक्तित्व को परखने के लिए कई बार साक्षात्कारकर्ता ऐसे ट्रिकी और दिलचस्प सवाल पूछते हैं कि उम्मीदवार भी सोच में पड़ जाते हैं. ऐसे ही कुछ अजीबो-गरीब यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2018 में 53वीं रैंक हासिल करने वाले सुमित कुमार से इंटरव्यू के दौरान पूछा गया है. सुमित ये उनके एकेडमिक बैकग्राउंड और मौजूदा ढर्रे से जुड़ा एक दिलचस्प सवाल पूछ लिया गया है.
दरअसल इंटरव्यू के दौरान सुमित से पूछा गया- इतने आईआईटीयन सिविल सेवा में क्यों आ रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सुमित ने इसका जवाब दिया- 'सिविल सेवा में सबको समान मौका मिलता है. यूपीएससी सभी बैकग्राउंड के लोगों को मौका देती है.अब क्यों इंजीनियर लोग यहां ज्यादा आ रहे हैं, ये तो मुझे नहीं पता. हो सकता है कि इंजीनियर ज्यादा हो गए हों, तो उस हिसाब से यहां पर भी ज्यादा लोग आ रहे हों. वैसे सिविल सर्विसेज सबसे बराबर चांस देती है और विविधता को प्रमोट करती है.
मुझसे कंपीटीशन कमीशन ऑफ इंडिया (भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग) के बारे में पूछा गया. मैंने बताया कि यह भारतीय बाजार में प्रतिस्पर्धा के माहौल की देख-रेख करती है. ये संस्था देखती है कि किसी का एकाधिकार न हो, फिर मुझसे पूछा गया कि क्या कंपीटीशन मैनटेन करने के लिए इससे जुड़ा कोई एक्ट भी है? मैंने कहा कि मुझे इस बारे में नहीं पता.
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FIRST PUBLISHED : September 05, 2019, 15:39 IST