Atiq Ahmed life imprisonment : दिनेश शुक्ला न्यायिक सेवा में 2009 में आए थे.
Atiq Ahmed life imprisonment: उत्तर प्रदेश के माफिया और पूर्व सांसद अतीक अहमद को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है. सजा सुनाने वाले जज दिनेश शुक्ला उसके बाद से ही सुर्खियों में बने हुए हैं. फैसला सुनाने के बाद से ही जज दिनेश शुक्ला को वाई श्रेणी की सुरक्षा दी गई है. बता दें कि जज दिनेश शुक्ला ने अतीक अहमद को जिस अपहरण केस में सजा सुनाई है वह 17 साल से चल रहा था. साल 2012 में तो 10 जजों ने अतीक अहमद के मामले पर सुनवाई करने से ही मना कर दिया था.
स्पेशल कोर्ट (एमपी-एमएलए) के प्रोसीडिंग अफसर जज दिनेश शुक्ला मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले के रहने वाले हैं. 1 जनवरी 1968 को जन्मे दिनेश शुक्ला ने न्यायिक सेवा में अपने करियर की शुरुआत 21 अप्रैल 2009 को भदोही के ज्ञानपुर में बतौर ज्यूडिशल मैजिस्ट्रेट से की थी.
विभिन्न अदालतों में दे चुके हैं सेवाएं
अपने कार्यकाल में एमपी-एमएलए कोर्ट में प्रोसीडिंग ऑफिसर होने से पहले एडीजे झांसी, अतिरिक्त जिला एवं सेशन जज प्रयागराज और मेरठ में डिस्ट्रिक्ट लीगल सर्विस अथॉरिटी के सचिव पद पर भी सेवाएं दे चुके हैं. उन्हें स्पेशल कोर्ट का प्रोसीडिंग ऑफिसर 2022 में बनाया गया था. बता दें कि जज दिनेश शुक्ला फरवरी 2028 में रिटायर होंगे.
जज दिनेश शुक्ला का एजुकेशन
जज दिनेश शुक्ला ने 2014 में पीएचडी कंप्लीट की है. इसके पहले उन्होंने 1982 में हाईस्कूल, 1984 में इंटरमीडिएट, 1986 में बी कॉम, 1988 में एम कॉम, 1991 में एलएलबी किया था.
नंदी को सुना चुके हैं सजा
प्रयागराज की स्पेशल कोर्ट में आने के बाद जज दिनेश शुक्ला कई महत्वपूर्ण और चर्चित मामलों में सजा सुना चुके हैं. हाल ही में उन्होंने योगी सरकार में मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी को एक साल की सजा सुनाई थी. नंदी को यह सजा साल 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान दर्ज एक मुकदमे में सुनाई गई थी. उन पर आरोप था कि उन्होंने सपा नेता रेवती रमण सिंह की जनसभा में हिंसक हमला किया था.
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