डॉक्टर का आरोप- बिना पंचनामा पीएम के लिए मजबूर करती है पुलिस

मीडिया से चर्चा करते हुए चिकित्सक.
बलरामपुर जिला अस्पताल की महिला डॉक्टर का आरोप है कि पुलिस उन्हें बिना पंचनामा दिए पोस्टमार्टम करने के लिए मजबूर करती है. बिना पंचनामा पोस्टमार्टम करने में उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है.
- ETV MP/Chhattisgarh
- Last Updated: January 24, 2018, 12:53 AM IST
बलरामपुर जिला चिकित्सालय की महिला डॉक्टर ने मीडिया के सामने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. महिला डॉक्टर का कहना है कि उन्हें जब पीएम के लिए शव मिलते हैं तो पंचनामा नहीं दिया जाता है, जिससे शव का पीएम करने में परेशानी होती है. वहीं पुलिस का कहना है कि बिना पंचनामा के शव पीएम के लिए भेजे ही नहीं जाते.
महिला चिकित्सक का आरोप है कि पुलिस उन्हें बिना पंचनामा के ही पीएम करने के लिए मजबूर करती है. इससे उन्हें पीएम करने में परेशानी होती है. पंचनामे में शरीर के किस-किस हिस्से पर चोट के निशान बताए गए हैं, इसकी जानकारी उन्हें पता नहीं चल पाती है. उन्होंने मीडिया के माध्यम से पुलिस से अनुरोध किया है कि वह नियमानुसार शव के साथ ही पंचनामा भी दे, ताकि उसके विवरण का शव के साथ मिलान किया जा सके.
वहीं इस मामले में बलरामपुर थाना प्रभारी शैलेंद्र सिंह का कहना है कि पुलिस पंचनामा रिपोर्ट में विस्तृत रूप से यह लिखती है कि शरीर पर कहां-कहां जाहिरा चोट के निशान हैं. शव के साथ ही पंचनामा भी उपलब्ध कराया जाता है. उनका कहना है कि ये उनके थाने का मामला नहीं हो सकता. ये किसी और थाने का होगा, क्योंकि अस्पताल क्षेत्र में और भी थाने हैं. बलरामपुर थाना पुलिस सारे नियम-कायदों का पालन करती है.
महिला चिकित्सक का आरोप है कि पुलिस उन्हें बिना पंचनामा के ही पीएम करने के लिए मजबूर करती है. इससे उन्हें पीएम करने में परेशानी होती है. पंचनामे में शरीर के किस-किस हिस्से पर चोट के निशान बताए गए हैं, इसकी जानकारी उन्हें पता नहीं चल पाती है. उन्होंने मीडिया के माध्यम से पुलिस से अनुरोध किया है कि वह नियमानुसार शव के साथ ही पंचनामा भी दे, ताकि उसके विवरण का शव के साथ मिलान किया जा सके.
वहीं इस मामले में बलरामपुर थाना प्रभारी शैलेंद्र सिंह का कहना है कि पुलिस पंचनामा रिपोर्ट में विस्तृत रूप से यह लिखती है कि शरीर पर कहां-कहां जाहिरा चोट के निशान हैं. शव के साथ ही पंचनामा भी उपलब्ध कराया जाता है. उनका कहना है कि ये उनके थाने का मामला नहीं हो सकता. ये किसी और थाने का होगा, क्योंकि अस्पताल क्षेत्र में और भी थाने हैं. बलरामपुर थाना पुलिस सारे नियम-कायदों का पालन करती है.