छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में 12 साल पहले नक्सली बताकर गिरफ्तार की गई महिला रिहा हो गई. सबूतों के आभाव में कोर्ट ने आरोपी महिला नक्सली निर्मलक्का को बीते 3 अप्रैल को रिहा कर दिया. साल 2007 में निर्मलक्का को उसके पति चन्द्रशेखर रेड्डी के साथ गिरफ्तार किया गया था. बाद में उनके पति को न्यायालय से रिहाई के आदेश पर छोड़ा गया था. 12 साल जेल में रहने और सभी मामलों में अलग अलग कोर्ट ने सबूतों और गवाहों के बयान के आधार पर निर्मलक्का के खिलाफ जुर्म साबित न होने पर रिहाई के आदेश दिए.
दिए, जिसके बाद तीन अप्रैल को लगभग 11 बजे उसे केंद्रीय कारागार जगदलपुर से मुक्त किया गया. निर्मलक्का से पूछने पर कि क्या वह शासन के खिलाफ कोर्ट जाएंगी? पर उन्होंने कहा कि फिलहाल मैं अपने घर जाकर अपने पति और बच्चों के साथ शांति से रहना चाहती हूं.
गौरतलब है कि पुलिस ने 157 मामले में निर्मलक्का और उसके पति चन्द्रशेखर रेड्डी को साल 2007 में गिरफ्तार किया था. सबूतों के अभाव में चंद्रशेखर को न्यायालय से पहले ही रिहा कर दिया गया था. जबकि निर्मलक्का को जेल में ही रखा गया. सभी मामलों में सबूतों और गवाहों के बयान के आधार पर निर्मलक्का के खिलाफ जुर्म साबित न होने पर दंतेवाड़ा कोर्ट ने 2 अप्रैल को रिहाई का आदेश दिया.
निर्मलक्का ने चर्चा में बताया कि साल 2007, 2008, 2014 और 2015 में भी नए-नए मामले दर्ज होते रहे, लेकिन किसी में भी अपराध साबित नहीं हो पाया. निर्मलक्का ने कहा कि अब वे शासन के खिलाफ कोर्ट जाने की बजाय अपने मायके जाएंगी, वहां से ससुराल जाकर पति और बच्चों के साथ बाकी की जिंदगी बिताना चाहेंगी.
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FIRST PUBLISHED : April 04, 2019, 11:32 IST