बस्तर में बच्चा बेचने का गिरोह सक्रिय, 1 नवजात का सौदा करते 2 महिला समेत 3 गिरफ्तार

भनपुरी थाना पुलिस ने मामले में कार्रवाई की है.
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बस्तर (Bastar) जिला मुख्यालय जगदलपुर (Jagadalpur) में एक दिन के नवजात के बेचे जाने के मामले में पुलिस (Police) ने बड़ी सफलता का दावा किया है.
- News18 Chhattisgarh
- Last Updated: March 17, 2020, 10:24 AM IST
बस्तर. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बस्तर (Bastar) जिला मुख्यालय जगदलपुर (Jagadalpur) में एक दिन के नवजात के बेचे जाने के मामले में पुलिस (Police) ने बड़ी सफलता का दावा किया है. पुलिस का दावा है कि एक गिरोह सक्रिय है, जो बच्चों की सौदेबाजी करता है. पुलिस ने नवजात की सौदेबाजी में 2 महिला समेत तीन लोगों को गिरफ्तार करने का दावा किया है. इस मामले में बस्तर के चपका स्वास्थ्य केन्द्र में काम करने वाले एएनएम को को भी हिरासत में लिया गया है.
बस्तर (Bastar) के एएसपी संजय महादेवा (ASP Sanjay Mahadeva) के मुताबिक शहर के मोतीतालाब पारा में रहने वाले एक शख्स को ऐसी जानकारी मिली थी कि कुछ लोग मिलकर एक नवजात बच्ची का सौदा करने वाले हैं. पुलिस के पास जैसे ही इसकी जानकारी मिली उसके बाद पुलिस ने तत्काल महिला पुलिस को सिविल ड्रेस में उस इलाके में तैनात किया, जिस जगह से ये जानकारी सामने आ रही थी.
इस तरह हुई सौदेबाजी
बताया जा रहा है कि मोतीतालाब पारा में रहने वाले एक मुस्लिम दम्पति को संतान नहीं थी. इस बात की जानकारी जगदलपुर के शहर के अटल आवास में रहने वाली रूखसार बानो को पता चली. रूखसार बानों ने ये बात उस दम्पति तक पहुंचाई कि वो एक नवजात उन्हें दिला सकती है. इसके लिए रूखसार बानों ने ढाई लाख रूपए में बच्चा दिलवाने की बात कही, लेकिन मुस्लिम दम्पत्ति ने मना कर दिया. आरोपी रूखसार बानों परिवार पर लगातार ये दबाब बनाती रही ऐसे दम्पत्ति ने पुलिस की शरण ली. पुलिस ने बच्चा बेचने वाले गिरोह दबोचने के लिए एक टीम तैयार की और उसके बाद नवजात बच्ची का सौदा करते हुए रंगे हाथो पकड़ा. इस पूरे मामले में चपका प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की एएनएम पर फर्जी जन्म प्रमाण पत्र तैयार करने का आरोप है.ये भी पढ़ें:
Coronavirus Alert: छत्तीसगढ़ में 89 संदिग्ध मरीज मिले, 77 की रिपोर्ट निगेटिव, 5 की रिपोर्ट का इंतजार
Coronavirus Alert: छत्तीसगढ़ में कोरोना की आड़ में 300 में बिक रहा 20 रुपए का मास्क
बस्तर (Bastar) के एएसपी संजय महादेवा (ASP Sanjay Mahadeva) के मुताबिक शहर के मोतीतालाब पारा में रहने वाले एक शख्स को ऐसी जानकारी मिली थी कि कुछ लोग मिलकर एक नवजात बच्ची का सौदा करने वाले हैं. पुलिस के पास जैसे ही इसकी जानकारी मिली उसके बाद पुलिस ने तत्काल महिला पुलिस को सिविल ड्रेस में उस इलाके में तैनात किया, जिस जगह से ये जानकारी सामने आ रही थी.
इस तरह हुई सौदेबाजी
बताया जा रहा है कि मोतीतालाब पारा में रहने वाले एक मुस्लिम दम्पति को संतान नहीं थी. इस बात की जानकारी जगदलपुर के शहर के अटल आवास में रहने वाली रूखसार बानो को पता चली. रूखसार बानों ने ये बात उस दम्पति तक पहुंचाई कि वो एक नवजात उन्हें दिला सकती है. इसके लिए रूखसार बानों ने ढाई लाख रूपए में बच्चा दिलवाने की बात कही, लेकिन मुस्लिम दम्पत्ति ने मना कर दिया. आरोपी रूखसार बानों परिवार पर लगातार ये दबाब बनाती रही ऐसे दम्पत्ति ने पुलिस की शरण ली. पुलिस ने बच्चा बेचने वाले गिरोह दबोचने के लिए एक टीम तैयार की और उसके बाद नवजात बच्ची का सौदा करते हुए रंगे हाथो पकड़ा. इस पूरे मामले में चपका प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की एएनएम पर फर्जी जन्म प्रमाण पत्र तैयार करने का आरोप है.ये भी पढ़ें:
Coronavirus Alert: छत्तीसगढ़ में 89 संदिग्ध मरीज मिले, 77 की रिपोर्ट निगेटिव, 5 की रिपोर्ट का इंतजार
Coronavirus Alert: छत्तीसगढ़ में कोरोना की आड़ में 300 में बिक रहा 20 रुपए का मास्क