प्रतीकात्मक तस्वीर
छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव के पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि 27 साल के सुरेश कुमार मिन्ज ने नक्सली विचारधारा और उनकी हिंसक गतिविधियों से निराश होने की बात कहते हुए आत्मसमर्पण किया. वह मोआवादियों के कुतुल क्षेत्र समिति का सदस्य था और 2005 में नक्सलियों के समूह में शामिल हुआ था.
इस बीच, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने पीटीआई को बताया कि बीजापुर जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर फरसेगढ़ में राज्य के वन मंत्री महेश गगडा की मौजूदगी में 25 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया. इस मौके पर बीजापुर के कलेक्टर अय्याज तंबोली और पुलिस अधीक्षक केएल ध्रुव भी मौजूद थे.
गर्ग ने कहा कि ये नक्सली फरसेगढ़ पुलिस थाना अंतर्गत चिंतनपल्ली सागमेट्टा और अन्य गांवों के हैं. इनमें सिम्मो डोडी उर्फ सुनीता और कुदियाम सामारू उर्फ वज्जा शामिल हैं जो माओवादियों की राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र समिति के तहत ‘स्थानीय संगठन दस्ता’की सदस्य थीं.
क्षेत्र की एक प्रमुख माओवादी सदस्य सुनीता 2009 में मंडम घाटी में पुलिस पर हुए हमले में कथित तौर पर शामिल थी. इस हमले में दो विशेष पुलिस अधिकारी मारे गए थे. वह बीजापुर में करपे और लोडेड में ग्रामीणों की हत्या के मामलों में भी वांछित थी। वज्जा भी क्षेत्र में सुरक्षा बलों पर हमलों में शामिल थी.
गर्ग ने कहा, इन्होंने अपने बयान में कहा कि सुरक्षा बलों की ओर से नक्सलियों पर बढ़ते दबाव, कठिन वन जीवन और नक्सलियों की खोखली विचारधारा के चलते उन्होंने यह आंदोलन छोड़ने का निर्णय किया. आत्मसमर्पण करने वाले प्रत्येक नक्सली को दस-दस हजार रुपए प्रोत्साहन राशि दी गई. इन्हें राज्य सरकार की आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति के तहत अन्य लाभ भी मिलेंगे.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
Tags: Bijapur news, Chhattisgarh news
5 हरे रंग के जूस गर्मी में रखेंगे हेल्दी और फिट, पोषक तत्वों का हैं खज़ाना, बीमारियां रहेंगी कोसों दूर
OnePlus ने पहले से और सस्ता किया अपना ये प्रीमियम स्मार्टफोन, ग्राहक धड़ाधड़ कर रहे हैं ऑर्डर!
PHOTOS: जैसे हम आसमान में हों और नीचे कोई जमीन नहीं! अद्भुत है बिहार का ग्लास ब्रिज, चीन-अमेरिका को भी देता है मात