छत्तीसगढ़ पंचायत चुनाव: बेमेतरा के इस गांव में वोटिंग से पहले ही चुने गए सरपंच

छत्तीसगढ़ में पंचायत चुनाव की प्रक्रिया चल रही है.
बेमेतरा (Bemetara) जिला मुख्यालय से करीब 12 किलोमीटर दूर ग्राम कुसमी (Kusami) में पंचायत चुनाव (Panchayat Election) में नामांकन और वोटिंग (Voting) से पहले ही नेता चुन लिए गए हैं.
- News18 Chhattisgarh
- Last Updated: January 1, 2020, 12:22 PM IST
बेमेतरा. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बेमेतरा (Bemetara) जिले में ग्राम पंचायत चुनाव के लिए नामांकन से पहले ही एक गांव के लोगों ने पंचायत का चुनाव (Election) कर लिया है. गांव वालों ने एक राय बनाकर अपने सरपंच, उपसरपंच और सभी वार्डों के लिए निर्विरोध पंच का चयन कर लिया है. प्रदेश में अभी तक का यह संभवत: पहला ऐसा मामला जहां नामांकन प्रकिया शुरू होने पहले निर्वाचन हो गया है. इसको लेकर चर्चाओं का दौर भी शुरू हो गया है.
बेमेतरा (Bemetara) जिला मुख्यालय से करीब 12 किलोमीटर दूर ग्राम कुसमी (Kusami) में पंचायत चुनाव (Panchayat Election) में नामांकन और वोटिंग (Voting) से पहले ही नेता चुन लिए गए हैं. गांव की कुल आबादी करीब साढ़े तीन हजार और मतदाताओं की संख्या करीब 24 सौ है. पंचायत में कुल 14 वार्ड हैं. जिन पदाधिकारियों का निर्विरोध चुनाव हुआ उनमें 32 वर्षीय युवा मोहन वर्मा को सरपंच, जबकि 35 वर्षीय युवा छत्रकुमार देवांगन को उपसरपंच चुना गया है. इसके साथ ही 14 पंचों का भी चयन किया गया है.
एकता की मिसाल
बताया जा रहा है कि चुने गए प्रतिनिधियों में मोहन वर्मा वर्तमान में उपसरपंच हैं. अब वो सरपंच पद की शपथ लेंगे. आबादी के हिसाब एक बड़ा पंचायत होने के बाद भी गांव में सभी पदाधिकारियों को निर्विरोध चुना जाना गांव वालों की एकता को दर्शाता है. निर्विरोध पंचायत चुनाव के लिए गांव राज्य सरकार की ओर से लाखों रुपए के इनाम का हकदार भी बन गया है. बताया जा रहा कि बीते 40 साल से एक ही परिवार का सरपंच पद के लिए दबदबा रहा है. कभी सबसे विवादित गाव होने का तमगा लगा गाव आज एकता के लिए भी जिले मे चर्चा का विषय बना हुआ है.ये भी पढ़ें:
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बेमेतरा (Bemetara) जिला मुख्यालय से करीब 12 किलोमीटर दूर ग्राम कुसमी (Kusami) में पंचायत चुनाव (Panchayat Election) में नामांकन और वोटिंग (Voting) से पहले ही नेता चुन लिए गए हैं. गांव की कुल आबादी करीब साढ़े तीन हजार और मतदाताओं की संख्या करीब 24 सौ है. पंचायत में कुल 14 वार्ड हैं. जिन पदाधिकारियों का निर्विरोध चुनाव हुआ उनमें 32 वर्षीय युवा मोहन वर्मा को सरपंच, जबकि 35 वर्षीय युवा छत्रकुमार देवांगन को उपसरपंच चुना गया है. इसके साथ ही 14 पंचों का भी चयन किया गया है.
एकता की मिसाल
बताया जा रहा है कि चुने गए प्रतिनिधियों में मोहन वर्मा वर्तमान में उपसरपंच हैं. अब वो सरपंच पद की शपथ लेंगे. आबादी के हिसाब एक बड़ा पंचायत होने के बाद भी गांव में सभी पदाधिकारियों को निर्विरोध चुना जाना गांव वालों की एकता को दर्शाता है. निर्विरोध पंचायत चुनाव के लिए गांव राज्य सरकार की ओर से लाखों रुपए के इनाम का हकदार भी बन गया है. बताया जा रहा कि बीते 40 साल से एक ही परिवार का सरपंच पद के लिए दबदबा रहा है. कभी सबसे विवादित गाव होने का तमगा लगा गाव आज एकता के लिए भी जिले मे चर्चा का विषय बना हुआ है.ये भी पढ़ें:
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