तय समय सीमा में नहीं बन पाया अस्पताल, फंड खत्म होने से रूका काम

सीएचएमओ डॉ. सतीश शर्मा.
बेमेतरा में छत्तीसगढ़ मेडिकल कार्पोरेशन की ओर से 70 लाख की लागत से 30 बिस्तर नेत्र चिकित्सालय का निर्माण तय सीमा बीतने के बाद भी पूरा नहीं हो पाया है.
- ETV MP/Chhattisgarh
- Last Updated: January 9, 2018, 1:19 PM IST
बेमेतरा के जिला अस्पताल परिसर में छत्तीसगढ़ मेडिकल कार्पोरेशन की ओर से 70 लाख की लागत से 30 बिस्तर नेत्र चिकित्सालय का निर्माण तय सीमा बीतने के बाद भी पूरा नहीं हो पाया है. अब तक हुए निर्माण कार्य में सिविल कार्य का पूरा बजट समाप्त हो गया है. स्थिति को देखते हुए आगे के कार्यों के लिए 22 लाख रुपए के अतिरिक्त बजट की मांग की गई है.
फंड के अभाव का हवाला देते हुए बीते 18 महीने से काम बंद कर दिया गया है. सीएचएमओ डॉ. सतीश शर्मा की मानें तो नेत्र चिकित्सालय का बजट सेंक्शन नहीं होने के कारण कार्य लंबित है, जिसकी जानकारी वो समय समय पर उच्चधिकारियों को देते रहते हैं.
स्थानिय विधायक अवधेश चंदेल को मामले की जानकारी देने पर वो खुद जानकारी लेने की बात कह रहे हैं. अस्पताल के पूरा नहीं होने के कारण जिला अस्पताल मे मोतियाबिद के साथ ही नेत्र सम्बंधित रोगों का उपचार जिला में होता. जिससे जिले के मरीजो को दीगर जिलो मे नही जाना पड़ता.
बता दें कि हर साल करोड़ों का भुगतान निजि चिकित्सालयों को मोतियाबिंद आॅपरेशन के लिए हो रहा हैश् जो अस्पताल बनने के बाद जिला अस्पताल में ही हो पाता. अब देखना होगा कि आखिर कब तक ये निर्माण पूरा होता है.
फंड के अभाव का हवाला देते हुए बीते 18 महीने से काम बंद कर दिया गया है. सीएचएमओ डॉ. सतीश शर्मा की मानें तो नेत्र चिकित्सालय का बजट सेंक्शन नहीं होने के कारण कार्य लंबित है, जिसकी जानकारी वो समय समय पर उच्चधिकारियों को देते रहते हैं.
स्थानिय विधायक अवधेश चंदेल को मामले की जानकारी देने पर वो खुद जानकारी लेने की बात कह रहे हैं. अस्पताल के पूरा नहीं होने के कारण जिला अस्पताल मे मोतियाबिद के साथ ही नेत्र सम्बंधित रोगों का उपचार जिला में होता. जिससे जिले के मरीजो को दीगर जिलो मे नही जाना पड़ता.
बता दें कि हर साल करोड़ों का भुगतान निजि चिकित्सालयों को मोतियाबिंद आॅपरेशन के लिए हो रहा हैश् जो अस्पताल बनने के बाद जिला अस्पताल में ही हो पाता. अब देखना होगा कि आखिर कब तक ये निर्माण पूरा होता है.