डॉक्टरों की कमी से मरीज परेशान, उप स्वास्थ्य केंद्रों से बुलाए जा रहे डॉक्टर

यहां डॉक्टरों की कमी से मरीज परेशान
एक ओर जहां सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्रवाई के बाद से सरकारी अस्पतालों में मरीजो के आने जाने में बढ़ोतरी हुई है, वहीं उन्हें डॉक्टरों की कमी का खामियाजा भी भुगतना पड़ रहा है.
- ETV MP/Chhattisgarh
- Last Updated: July 23, 2017, 11:31 AM IST
एक ओर जहां सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्रवाई के बाद से सरकारी अस्पतालों में मरीजो के आने जाने में बढ़ोतरी हुई है, वहीं उन्हें डॉक्टरों की कमी का खामियाजा भी भुगतना पड़ रहा है.
दरअसल, छत्तीसगढ़ में बेमेतरा जिले के सबसे बड़े जिला अस्पताल में डॉक्टर ही नहीं है. इस कारण जिले भर से आ रहे मरीजों को अस्पताल आने के बाद सिर्फ मायूसी हाथ लग रही है.
जिला अस्पताल में कोई डॉक्टर नहीं होने के कारण उन्हें मजबूरन दूसरी जगहों पर इलाज कराने जाना पड़ रहा है. वेसे तो 2 माह पहले तक जिला अस्पताल में दर्जन भर डॉक्टर कार्यरत थे, लेकिन अब हालत बदल गए हैं.
जिला अस्पताल के सिविल सर्जन वी. के. श्रीवास्तव ने बताया कि इस कारण उप स्वास्थ्य केंद्रों में तैनात डॉक्टरों को जिला अस्पताल में बैठाया जा रहा, जिनसे मरीजों के इलाज कराए जा रहे हैं.फिलहाल, जिला अस्पताल में महज 5 डॉक्टर पदस्थ हैं, जिनमें से 3 डॉक्टर आंख के हैं और बाकी 2 महिला डॉक्टर हैं.
दरअसल, जिला अस्पताल से 2 डॉक्टरों का तबादला हो गया और 2 डॉक्टरों ने इस्तीफा दे दिया है. वहीं 1 डॉक्टर बिना बताए अक्टूबर माह से ही छुट्टी पर है. इसके अलावा 2 अन्य डॉक्टर अध्ययन के लिए रायपुर चले गए हैं.
ऐसे में यहां बचे 5 डॉक्टरों में से 2 अभी अगले माह रिटायर हो जाएंगे, जिससे जिला अस्पताल की स्थिति आने वाले दिनों में और भी खराब होने की संभावना है. क्योंकि इनके खाली स्थान पर कोई नया डॉक्टर जिला अस्पताल नहीं आया है.
दरअसल, छत्तीसगढ़ में बेमेतरा जिले के सबसे बड़े जिला अस्पताल में डॉक्टर ही नहीं है. इस कारण जिले भर से आ रहे मरीजों को अस्पताल आने के बाद सिर्फ मायूसी हाथ लग रही है.
जिला अस्पताल में कोई डॉक्टर नहीं होने के कारण उन्हें मजबूरन दूसरी जगहों पर इलाज कराने जाना पड़ रहा है. वेसे तो 2 माह पहले तक जिला अस्पताल में दर्जन भर डॉक्टर कार्यरत थे, लेकिन अब हालत बदल गए हैं.
जिला अस्पताल के सिविल सर्जन वी. के. श्रीवास्तव ने बताया कि इस कारण उप स्वास्थ्य केंद्रों में तैनात डॉक्टरों को जिला अस्पताल में बैठाया जा रहा, जिनसे मरीजों के इलाज कराए जा रहे हैं.फिलहाल, जिला अस्पताल में महज 5 डॉक्टर पदस्थ हैं, जिनमें से 3 डॉक्टर आंख के हैं और बाकी 2 महिला डॉक्टर हैं.
दरअसल, जिला अस्पताल से 2 डॉक्टरों का तबादला हो गया और 2 डॉक्टरों ने इस्तीफा दे दिया है. वहीं 1 डॉक्टर बिना बताए अक्टूबर माह से ही छुट्टी पर है. इसके अलावा 2 अन्य डॉक्टर अध्ययन के लिए रायपुर चले गए हैं.
ऐसे में यहां बचे 5 डॉक्टरों में से 2 अभी अगले माह रिटायर हो जाएंगे, जिससे जिला अस्पताल की स्थिति आने वाले दिनों में और भी खराब होने की संभावना है. क्योंकि इनके खाली स्थान पर कोई नया डॉक्टर जिला अस्पताल नहीं आया है.