बिलासपुर. छत्तीसगढ़ की बिलासपुर पुलिस ने 10वीं की छात्रा के अपहरण कांड का खुलासा कर दिया है. उसे 22 साल के आरोपी ने अगवा कर दुष्कर्म किया. लड़की तीन महीने से उसके पास थी. नाबालिग को तलाश करने के लिए बाकायदा सोशल मीडिया पर कैंपेन चलाया गया, परिवार और NGO उसे प्रदेश में ढूंढते रहे. जबकि, वो मिली थाने से महज 5 किमी दूर. उसे आरोपी ने थाने से बेहद करीब बंधक बनाकर रखा था. घटना सिविल लाइन थाना इलाके की है.
सिविल लाइन थाना शनीप रात्रे ने बताया कि नाबालिग की मां ने थाने में आकर रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उनकी 16 वर्ष की नाबालिक लड़की को कोई अंजान शख्स बहला-फुसलाकर भगा ले गया है. इसके बाद अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ अपहरण का केस दर्ज किया गया. मामले को लेकर बिलासपुर एसपी पारुल माथुर ने पुलिस की टीम गठित की. जांच में 22 साल के अविनाश साहू का नाम आया. उसके बाद आरोपी के मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल निकाली गई. पता चला कि वो पुलिस से बचने के लिए कई मोबाइल और लोकेशन बदल रहा है.
इन धाराओं में दर्ज हुआ मामला
इस बीच मुखबिर ने पुलिस को सूचना दी कि अविनाश साहू ने नाबालिक लड़की को बंधवापारा सरकंडा में एक किराए के मकान में रखा है. ये सूचना मिलते ही पुलिस ने छापा मारा और नाबालिग को छुड़ा लिया. पुलिस ने अविनाश साहू को नाबालिग लड़की का शारीरिक शोषण करने के आरोप में धारा 376 एवं पास्को एक्ट की धाराओं के तहत गिरफ्तार कर लिया. उसे जेल भेज दिया गया है.
NGO ने चलाया सोशल कैंपेन
पुलिस ने बताया कि लड़की को तलाश करने के लिए परिजनों ने कई तरीके अपनाए. सहेलियों-रिश्तेदारों से लेकर सब जगह पता किया, लेकिन लड़की नहीं मिली. इसके बाद साइबर सेल की भी मदद ली गई. इस दौरान कई सामाजिक संगठनों ने भी सक्रियता दिखाई और फेसबुक, वॉट्सऐप में उसकी तस्वीरें शेयर कीं. लेकिन फिर भी कहीं कुछ पता नहीं चल सका था.
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