बिलासपुर के शेल्टर होम में महिलाओं से शारीरिक शोषण का आरोप, बिहार के मुजफ्फरपुर जैसी घटना की आशंका

पुलिस मामले की जांच कर रही है. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बिलासपुर (Bilaspur) जिले में संचालित उज्ज्वला शेल्टर होम में महिलाओं (Women) से शोषण का मामला सामने आया है.
- News18 Chhattisgarh
- Last Updated: January 19, 2021, 12:08 PM IST
बिलासपुर. छत्तीसगढ़ के बिलासपुर (Bilaspur) जिले में संचालित उज्ज्वला शेल्टर होम में महिलाओं (Women) से शोषण का मामला सामने आया है. यह शेल्टर होम राज्य सरकार की महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित है. शेल्टर होम प्रबंधन के खिलाफ सरकंडा पुलिस थाने में FIR भी दर्ज कराई गई है. शेल्टर होम में रहने वाली युवती और महिलाओं ने लिखित शिकायत थाने में दी है, मामले में पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं. कहा जा रहा है कि लड़कियों द्वारा बताए जाने पर भी पुलिस दैहिक शोषण की बजाय सिर्फ मारपीट व दुर्व्यहार का मामला ही दर्ज कर रही है.
दरअसल, बीते 17 जनवरी को शेल्टर होम में रहने वाली एक महिला के पति, पिता व अन्य परिवार वाले उससे मिलने पहुंचे. उनका आरोप है कि शेल्टर होम प्रबंधन ने उनको मिलने देने से इनकार कर दिया. इतने में शेल्टर होम की खिड़की से कुछ लोगों के रोने व चीखकर बचाने बचाने की आवाज आई. इसके बाद वे मामले की सूचना पुलिस को दिया. इसके बाद शेल्टर होम में रहने वाली 2 महिलाओं की लिखित शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज किया है. इस मामले में सीएसपी ने 4 महिलाओं के बयान भी दर्ज किए हैं.
मुजफ्फरपुर जैसी घटना
बिलासपुर के सामाजिक कार्यकर्ता अनुज सक्सेना का कहना है कि ये घटना बिहार के मुजफ्फरपुर शेल्टर होम की घटना जैसी ही प्रतित हो रही है, लेकिन इसमें पुलिस गंभीरता नहीं दिखा रही है. लड़कियां कह रही हैं कि उनको नशीली दवाइयां देकर उनका दैहिक शोषण किया जाता है. इतना ही नहीं उनसे जबरन देह व्यापार भी करवाया जाता है, लेकिन पुलिस ने सिर्फ मारपीट का मामला ही दर्ज किया है. जबकि लड़कियां लिखित शिकायत लेकर थाने पहुंची थीं, फिर भी उसे स्वीकार नहीं किया गया. सामाजिक कार्यकर्ता व हाई कोर्ट बिलासपुर में प्रैक्टिस कर रहीं अधिवक्ता प्रियंका शुक्ला ने सोशल मीडिया पर इससे संबधित पोस्ट किए हैं. इसमें उन्होंने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
सिर्फ मारपीट की शिकायत
बिलासपुर के सरकंडा पुलिस थाने के प्रभारी जेपी गुप्ता ने बताया कि शेल्टर होम की कर्मचारी नीलिता खुटे के खिलाफ 2 लड़कियों ने शिकायत की है. इसमें उन्होंने बताया कि उन्हें परिजनों ने नहीं मिलने दिया जाता है और यदि वो मिलना चाहें तो उनके साथ मारपीट कर जबरन कमरे में बंद कर दिया जाता है. इस शिकायत पर आरोपी के खिलाफ धारा 323, 342 और 294 के तहत अपराध दर्ज कर लिया गया है. नशीली दवाई खिलाने और दैहिक शोषण की शिकायत नहीं मिली है. मामले में जांच जारी है.
दरअसल, बीते 17 जनवरी को शेल्टर होम में रहने वाली एक महिला के पति, पिता व अन्य परिवार वाले उससे मिलने पहुंचे. उनका आरोप है कि शेल्टर होम प्रबंधन ने उनको मिलने देने से इनकार कर दिया. इतने में शेल्टर होम की खिड़की से कुछ लोगों के रोने व चीखकर बचाने बचाने की आवाज आई. इसके बाद वे मामले की सूचना पुलिस को दिया. इसके बाद शेल्टर होम में रहने वाली 2 महिलाओं की लिखित शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज किया है. इस मामले में सीएसपी ने 4 महिलाओं के बयान भी दर्ज किए हैं.
बिलासपुर , CG में तीन लड़कियों ने बड़ी हिम्मत से उज्ज्वला होम की सच्चाई सामने रखी, बताया कि उनपर जबरन सेक्स करने का दबाव...Posted by Priya Shukla on Sunday, 17 January 2021
मुजफ्फरपुर जैसी घटना
बिलासपुर के सामाजिक कार्यकर्ता अनुज सक्सेना का कहना है कि ये घटना बिहार के मुजफ्फरपुर शेल्टर होम की घटना जैसी ही प्रतित हो रही है, लेकिन इसमें पुलिस गंभीरता नहीं दिखा रही है. लड़कियां कह रही हैं कि उनको नशीली दवाइयां देकर उनका दैहिक शोषण किया जाता है. इतना ही नहीं उनसे जबरन देह व्यापार भी करवाया जाता है, लेकिन पुलिस ने सिर्फ मारपीट का मामला ही दर्ज किया है. जबकि लड़कियां लिखित शिकायत लेकर थाने पहुंची थीं, फिर भी उसे स्वीकार नहीं किया गया. सामाजिक कार्यकर्ता व हाई कोर्ट बिलासपुर में प्रैक्टिस कर रहीं अधिवक्ता प्रियंका शुक्ला ने सोशल मीडिया पर इससे संबधित पोस्ट किए हैं. इसमें उन्होंने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
सिर्फ मारपीट की शिकायत
बिलासपुर के सरकंडा पुलिस थाने के प्रभारी जेपी गुप्ता ने बताया कि शेल्टर होम की कर्मचारी नीलिता खुटे के खिलाफ 2 लड़कियों ने शिकायत की है. इसमें उन्होंने बताया कि उन्हें परिजनों ने नहीं मिलने दिया जाता है और यदि वो मिलना चाहें तो उनके साथ मारपीट कर जबरन कमरे में बंद कर दिया जाता है. इस शिकायत पर आरोपी के खिलाफ धारा 323, 342 और 294 के तहत अपराध दर्ज कर लिया गया है. नशीली दवाई खिलाने और दैहिक शोषण की शिकायत नहीं मिली है. मामले में जांच जारी है.