भूख से परेशान था धमतरी में फंसा मध्यप्रदेश का ये मजदूर परिवार, ऐसे मिली मदद

मजदूर परिवार को प्रशासन ने मदद का दावा किया है.
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के धमतरी (Dhamtari) जिले के भटगांव में मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) का एक मजदूर परिवार लॉक डाउन (Lock Down) के चलते फंस गया.
- News18 Chhattisgarh
- Last Updated: May 8, 2020, 11:48 AM IST
धमतरी. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के धमतरी (Dhamtari) जिले के भटगांव में मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) का एक मजदूर परिवार लॉक डाउन (Lock Down) के चलते फंस गया. बालाघाट जिले के रहने वाले इस परिवार में 7 लोग हैं, जिनमें 4 बच्चे भी हैं. ये मजदूर भटगांव के एक इंट भट्ठी में काम करने आए थे. एक सप्ताह काम करने के बाद ही लॉक डाउन हो गया. भट्ठी बंद हो गई. इसके बाद इनका रोजगार छिन गया. पैसे खत्म हो गए. अनाज खत्म हो गया. रहने के लिये जगह भी नहीं रही. भट्ठी के ठेकेदार ने इन्हें अपने घर लौट जाने के लिये कह दिया.
भटगांव में फंसे मजदूरों ने न्यूज 18 को बातया कि लॉकडाउन फेज-1 से ही उनका परिवार गांव के ही रंगमंच मे शरण लिये हुए था. मजदूरों को भूख से परेशानी और भोजन न मिलने की जानकारी प्रशासन को दी गई. इसके बाद प्रशासन की एक टीम मजदूरों के पास पहुंची और उनको राशन उपलब्ध कराया. इतना ही नहीं गांव के एक सामाजिक भवन को खुलवा कर इन्हें आश्रय दिया गया. अब ये परिवार सरकार मदद पर ही निर्भर हो गया है. फिलहाल उनके भोजन व अन्य जरूरी संसाधनों की व्यवस्था प्रशासन कर रहा है.
जानकारी मिलने पर मदद
धमतरी कलेक्टर रजत बंसल ने बताया कि इस तरह से जो भी मुसीबत में फंसेगा, उसकी खबर मिलते ही उसे हर तरह की मदद मुहैया करवाई जाएगी. भटगांव के मजदूरों की जानकारी मिलने पर उन्हें राहत पुहंचाई गई है. जिले में अन्य राज्यों के मजदूरों को वापस भेजने की कवायद भी सरकार कर रही है. लेकिन तब तक इनकी जिम्मेदारी प्रशासन की है. प्रशासन की एक टीम इनपर नजर बनाए हुई है, कोई भी आवश्यक वस्तुओं की जरूरत होने पर उन्हें तत्काल मुहैया कराने कहा गया है.ये भी पढ़ें:
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भटगांव में फंसे मजदूरों ने न्यूज 18 को बातया कि लॉकडाउन फेज-1 से ही उनका परिवार गांव के ही रंगमंच मे शरण लिये हुए था. मजदूरों को भूख से परेशानी और भोजन न मिलने की जानकारी प्रशासन को दी गई. इसके बाद प्रशासन की एक टीम मजदूरों के पास पहुंची और उनको राशन उपलब्ध कराया. इतना ही नहीं गांव के एक सामाजिक भवन को खुलवा कर इन्हें आश्रय दिया गया. अब ये परिवार सरकार मदद पर ही निर्भर हो गया है. फिलहाल उनके भोजन व अन्य जरूरी संसाधनों की व्यवस्था प्रशासन कर रहा है.
जानकारी मिलने पर मदद
धमतरी कलेक्टर रजत बंसल ने बताया कि इस तरह से जो भी मुसीबत में फंसेगा, उसकी खबर मिलते ही उसे हर तरह की मदद मुहैया करवाई जाएगी. भटगांव के मजदूरों की जानकारी मिलने पर उन्हें राहत पुहंचाई गई है. जिले में अन्य राज्यों के मजदूरों को वापस भेजने की कवायद भी सरकार कर रही है. लेकिन तब तक इनकी जिम्मेदारी प्रशासन की है. प्रशासन की एक टीम इनपर नजर बनाए हुई है, कोई भी आवश्यक वस्तुओं की जरूरत होने पर उन्हें तत्काल मुहैया कराने कहा गया है.ये भी पढ़ें:
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