बाथरूम में खतरनाक कोबरा ने जमा रखा था डेरा, आधी रात को इस तरह हुआ रेस्क्यू ऑपरेशन, देखें वीडियो

बाथरूम में कोबरा देख कांपी मकान मालिक की रूह, रेस्क्यू कर इस तरह पकड़ा गया सांप
गृहस्वामी जैसे ही बॉथरूम के भीतर गया तो साक्षात काल को देख उसकी रूह कांप गई. भिलाई के प्रगति नगर में रहने वाले एक परिवार के घर रात करीब 3 बजे निकले कोबरा ने पूरे परिवार की नींद उड़ा दी
- News18Hindi
- Last Updated: March 6, 2021, 7:40 PM IST
दुर्ग-भिलाई. कल्पना कीजिए, आप रात के अंधेरे में बाथरूम गए हैं और वहां आपको फुफकारने की डरावनी आवाज सुनने को मिले, और साक्षात मौत के दर्शन हो जाएं. छत्तीसगढ़ के भिलाई (Bhilai) में यही हुआ है. यहां रात के अंधेरे में बाथरूम के भीतर भयंकर सांप (Snake) फन फैलाए बैठा था. गृहस्वामी जैसे ही बॉथरूम के भीतर गया सामने साक्षात काल को देख उसकी रूह कांप गई. भिलाई के प्रगति नगर में रहने वाले एक परिवार के घर देर रात लगभग तीन बजे निकले जहरीले कोबरा (Cobra) ने पूरे परिवार की नींद उड़ा दी. किरण साहू ने सांप को सबसे पहले बाथरूम में देखा तो उनके होश उड़ गए.
बाथरूम में विषधर को देख कांप रहे किरण साहू ने तत्काल अपनी पत्नी पेशे से नर्स संजू साहू को यह बताया. इसके बाद उन्होंने सांपों के संरक्षण की दिशा में कार्य करने वाले अजय कुमार को इसकी जानकारी दी. फिर रातों रात कोबरा को पकड़ने का कार्य शुरू हुआ. अजय कुमार ने कोबरा की फुंफकार के बीच बहुत साहस से उसका रेस्क्यू कर उसे पकड़ लिया. यह अंदेशा जताया जा रहा है कि करीब पांच फीट लम्बा कोबरा घर के वेटिलेशन से अंदर आया था.
स्नेक रेस्क्यूअर अजय कुमार का कहना है कि गर्मी के वक्त सांप अक्सर ठंडी जगह तलाशने के लिए घरों के अंदर आ जाते हैं, लेकिन उन्हें मारना नहीं चाहिए. क्योंकि वो भी हमारी प्रकृति का हिस्सा हैं. उन्होंने लोगों से सांपों को देखने पर घबराए बिना किसी अनुभवी या एक्सपर्ट को इसकी सूचना देने की बात कही. इनका कहना है कि सांपों से छेड़छाड़ करने से इसके दुष्परिणाम सामने आ सकते हैं. उन्होंने बताया कि सांपों के सरंक्षण की दिशा में नोवा नेचर संस्था पिछले 12 वर्षो से लगातार काम कर रही है. इनके द्वारा 18 हजार से भी अधिक जहरीले सांपों का सुरक्षित रेस्क्यू कर उनहें जंगलों में छोड़ा जा चुका है.
बाथरूम में विषधर को देख कांप रहे किरण साहू ने तत्काल अपनी पत्नी पेशे से नर्स संजू साहू को यह बताया. इसके बाद उन्होंने सांपों के संरक्षण की दिशा में कार्य करने वाले अजय कुमार को इसकी जानकारी दी. फिर रातों रात कोबरा को पकड़ने का कार्य शुरू हुआ. अजय कुमार ने कोबरा की फुंफकार के बीच बहुत साहस से उसका रेस्क्यू कर उसे पकड़ लिया. यह अंदेशा जताया जा रहा है कि करीब पांच फीट लम्बा कोबरा घर के वेटिलेशन से अंदर आया था.

स्नेक रेस्क्यूअर अजय कुमार का कहना है कि गर्मी के वक्त सांप अक्सर ठंडी जगह तलाशने के लिए घरों के अंदर आ जाते हैं, लेकिन उन्हें मारना नहीं चाहिए. क्योंकि वो भी हमारी प्रकृति का हिस्सा हैं. उन्होंने लोगों से सांपों को देखने पर घबराए बिना किसी अनुभवी या एक्सपर्ट को इसकी सूचना देने की बात कही. इनका कहना है कि सांपों से छेड़छाड़ करने से इसके दुष्परिणाम सामने आ सकते हैं. उन्होंने बताया कि सांपों के सरंक्षण की दिशा में नोवा नेचर संस्था पिछले 12 वर्षो से लगातार काम कर रही है. इनके द्वारा 18 हजार से भी अधिक जहरीले सांपों का सुरक्षित रेस्क्यू कर उनहें जंगलों में छोड़ा जा चुका है.