श्रम कार्यालय में ACB का छापा, लेबर इंस्पेक्टर रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार

आरोपी ने कहा- 'मुझे झूठे मामले में फंसाया गया है'
जशपुर (Jashpur) जिले के श्रम कार्यालय (Labor office) में सोमवार को एंटी करप्शन ब्यूरो (Anti Corruption Bureau, ACB) की टीम ने लेबर इंस्पेक्टर (Labor inspector) सुरेश कुर्रे को रिश्वत (bribe) लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है.
- News18 Chhattisgarh
- Last Updated: October 15, 2019, 8:17 AM IST
जशपुर. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में जशपुर (Jashpur) जिले के श्रम कार्यालय (Labor office) में सोमवार देर शाम एंटी करप्शन ब्यूरो (Anti Corruption Bureau, ACB) की टीम ने लेबर इंस्पेक्टर (Labor inspector) सुरेश कुर्रे को रिश्वत (bribe) लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है. लेबर इंस्पेक्टर ने मुख्यमंत्री कौशल विकास उन्नयन योजना (Chief Minister Skill Development Upgradation Scheme) की ट्रेनिंग का पैसा निकालने के लिए एनजीओ (NGO) से करीब 1 लाख 90 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी.
आरोपी ने कहा- 'मुझे झूठे मामले में फंसाया गया है'
एसीबी की गिरफ्त में आया लेबर इंस्पेक्टर सुरेश कुर्रे ने अपने बचाव में कहा कि उसे झूठे केस में फंसाया गया है. लेबर इंस्पेक्टर का कहना है कि "प्रार्थी (Applicant) रमेश यादव ने 320 युवाओं को ट्रेनिंग देने में भारी फर्जीवाड़ा किया है, जिसकी जांच भी चल रही है. जांच को प्रभावित करने के लिए साजिश के तहत उधार के पैसे को रिश्वत का पैसा बताकर फंसाया गया है."
प्रार्थी ने एंटी करप्शन ब्यूरो में दी थी शिकायत एसीबी की टीम ने बताया कि प्रार्थी रमेश यादव ने बिलासपुर एंटी करप्शन ब्यूरो में शिकायत दी थी. शिकायत में कहा था कि श्रम विभाग (Labour Department) में ट्रेनिंग के बाकी पैसे निकालने के लिए लेबर इंस्पेक्टर सुरेश कुर्रे 1 लाख 90 हजार रुपए की रिश्वत मांग रहा है, जिस पर पहली किश्त 40 हजार रुपए लेते हुए एसीबी की टीम ने लेबर इंस्पेक्टर सुरेश कुर्रे को उसी दफ्तर में रंगे हाथों पकड़ लिया. एसीबी की टीम लेबर इंस्पेक्टर सुरेश कुर्रे को अब न्यायालय में पेश करने की तैयारी कर रही है.
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आरोपी ने कहा- 'मुझे झूठे मामले में फंसाया गया है'
एसीबी की गिरफ्त में आया लेबर इंस्पेक्टर सुरेश कुर्रे ने अपने बचाव में कहा कि उसे झूठे केस में फंसाया गया है. लेबर इंस्पेक्टर का कहना है कि "प्रार्थी (Applicant) रमेश यादव ने 320 युवाओं को ट्रेनिंग देने में भारी फर्जीवाड़ा किया है, जिसकी जांच भी चल रही है. जांच को प्रभावित करने के लिए साजिश के तहत उधार के पैसे को रिश्वत का पैसा बताकर फंसाया गया है."
प्रार्थी ने एंटी करप्शन ब्यूरो में दी थी शिकायत एसीबी की टीम ने बताया कि प्रार्थी रमेश यादव ने बिलासपुर एंटी करप्शन ब्यूरो में शिकायत दी थी. शिकायत में कहा था कि श्रम विभाग (Labour Department) में ट्रेनिंग के बाकी पैसे निकालने के लिए लेबर इंस्पेक्टर सुरेश कुर्रे 1 लाख 90 हजार रुपए की रिश्वत मांग रहा है, जिस पर पहली किश्त 40 हजार रुपए लेते हुए एसीबी की टीम ने लेबर इंस्पेक्टर सुरेश कुर्रे को उसी दफ्तर में रंगे हाथों पकड़ लिया. एसीबी की टीम लेबर इंस्पेक्टर सुरेश कुर्रे को अब न्यायालय में पेश करने की तैयारी कर रही है.
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First published: October 15, 2019, 8:08 AM IST
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