अस्पातल के चक्कर काटता रहा युवक, नहीं मिला एंटी रेबीज वैक्सीन, हुई मौत

कोरबा में एंटी रेबीज वैक्सीन की कमी.
इलाज कराने से पहले ही रैबिज के संक्रमण ने असर दिखाना शुरू कर दिया.
- News18 Chhattisgarh
- Last Updated: July 8, 2019, 12:22 PM IST
छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में एंटी रैबिज की कमी ने एक युवक की जान ले ली. दरअसल युवक को जिला अस्पताल में रैबिज का टीका नहीं मिला. इलाज कराने से पहले ही रैबिज के संक्रमण ने असर दिखाना शुरू कर दिया. पीड़ित युवक को लेकर परिजन अस्पताल का चक्कर काटते रहे, लेकिन वैक्सीन नहीं मिलने से युवक ने दम तोड़ दिया.
टीका नहीं मिला, हुई मौत
मामला सीएसईबी चौकी क्षेत्र का है. पंप क्षेत्र के निवासी 26 वर्षीय कपिल चौहान अपनी पत्नी रजनी चौहान के साथ रहता था. जानकारी के मुताबिक कपिल एक होटल में कुक का काम करता था. वही उसकी पत्नी ब्यूटी पार्लर का संचालन करती थी. करीब 6 महीने पहले कपिल अपने घर के पास बैठा था. इसी दौरान घर में पाले कुत्ते ने उसे काट लिया.
कपिल अपना इलाज कराने अस्पताल पहुंचा, जहां से एंटी रैबिज का टीका नहीं होने के कारण उसे बैरंग लौटना पड़ा. अचानक तीन दिन पहले उसकी अचानक तबियत बिगड़ गई. वो पानी के छींटे और हवा के झोंके से डरने लगा,जिससे परिजनों को रैबिज का संक्रमण बढ़ने का संदेह हुआ.कपिल को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया,जहां दो दिनों तक चले उपचार के बाद भी उसकी हालत सुधरने के बजाय बिगड़ गई. उसे निजी अस्पताल से बिलासपुर सिम्स रेफर कर दिया गया. सिम्स के डॉक्टरों ने भी इलाज से अपना हाथ खींच लिया. परिजन बिलासपुर से वापस कोरबा के जिला अस्पताल लेकर उसे पहुंचे तो डॉक्टरों ने परिक्षण के बाद उसे मृत घोषित कर दिया.
कपिल की मौत के बाद उसकी पत्नी और बहन सदमे में होने पर उनको भी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इधर ड्रग वेयर हाउस के एक अधिकारी ने बताया की एंटी रैबिज टीका की कमी पूरे राज्य में बनी हुई है. बाहर से एंटी रैबिज टीके की व्यवस्था की जा रही है. एक दो दिन में करीब 300 वायल टीका पहुंच जाएगा.
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टीका नहीं मिला, हुई मौत
मामला सीएसईबी चौकी क्षेत्र का है. पंप क्षेत्र के निवासी 26 वर्षीय कपिल चौहान अपनी पत्नी रजनी चौहान के साथ रहता था. जानकारी के मुताबिक कपिल एक होटल में कुक का काम करता था. वही उसकी पत्नी ब्यूटी पार्लर का संचालन करती थी. करीब 6 महीने पहले कपिल अपने घर के पास बैठा था. इसी दौरान घर में पाले कुत्ते ने उसे काट लिया.
कपिल अपना इलाज कराने अस्पताल पहुंचा, जहां से एंटी रैबिज का टीका नहीं होने के कारण उसे बैरंग लौटना पड़ा. अचानक तीन दिन पहले उसकी अचानक तबियत बिगड़ गई. वो पानी के छींटे और हवा के झोंके से डरने लगा,जिससे परिजनों को रैबिज का संक्रमण बढ़ने का संदेह हुआ.कपिल को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया,जहां दो दिनों तक चले उपचार के बाद भी उसकी हालत सुधरने के बजाय बिगड़ गई. उसे निजी अस्पताल से बिलासपुर सिम्स रेफर कर दिया गया. सिम्स के डॉक्टरों ने भी इलाज से अपना हाथ खींच लिया. परिजन बिलासपुर से वापस कोरबा के जिला अस्पताल लेकर उसे पहुंचे तो डॉक्टरों ने परिक्षण के बाद उसे मृत घोषित कर दिया.
कपिल की मौत के बाद उसकी पत्नी और बहन सदमे में होने पर उनको भी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इधर ड्रग वेयर हाउस के एक अधिकारी ने बताया की एंटी रैबिज टीका की कमी पूरे राज्य में बनी हुई है. बाहर से एंटी रैबिज टीके की व्यवस्था की जा रही है. एक दो दिन में करीब 300 वायल टीका पहुंच जाएगा.
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