लोकसभा चुनाव के लिए निर्वाचन आयोग ने लांच किया नया ऐप, रहेंगे ये फीचर्स

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C-TOPS नाम के इस ऐप में छत्तीसगढ़ ट्रैकिंग ऑफ़ पोलिंग पर्सन सॉफ्टवेयर, ट्रेनिंग अटेंडेंस, हर दो घंटे के पोलिंग रिपोर्ट पीठासीन अधिकारी डाल सकेंगे.
- News18 Chhattisgarh
- Last Updated: March 7, 2019, 3:19 PM IST
छत्तीसगढ़ में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए इस बार मुख्य निर्वाचन आयोग ने नया ऐप लांच किया है. C-TOPS नाम के इस ऐप में छत्तीसगढ़ ट्रैकिंग ऑफ़ पोलिंग पर्सन सॉफ्टवेयर, ट्रेनिंग अटेंडेंस, हर दो घंटे के पोलिंग रिपोर्ट पीठासीन अधिकारी डाल सकेंगे. इस ऐप के जरिए अब ऑनलाइन रिपोर्ट निकाला जा सकेगा. पिछले बार जारी सुगम और सुविधा ऐप भी जारी रहेंगे.
जानकारी देते हुए उप जिला निर्वाचन अधिकारी कमलेश नंदिनी साहू ने बताया कि कोरबा जिले में क्रिटिकल पोलिंग स्टेशन 36 हैं. पुलिस भी अपने हिसाब से मैपिंग कर रही है. पुलिस से लिस्ट मिलने के बाद जिले के पूरे संवेदनशील मतदान केंद्रों की संख्या मिलेगी. मोबाइल नेटवर्क विहीन मतदान केंद्रों के लिए मोबाइल सर्विस प्रोवाइडर से फ्रीक्वेंसी बढ़ाने की मांग की गई है. साथ ही 71 मतदान केंद्रों की हर घंटे की रिपोर्ट के लिए सेटेलाइट फ़ोन की मांग निर्वाचन आयोग से की है. लोकसभा चुनाव में लगे कर्मचारी और अधिकारी इलेक्शन ड्यूटी सर्टिफिकेट के माध्यम से मतदान करेंगे. जिस मतदान केंद्र में उनकी ड्यूटी लगी होगी कर्मचारी वहीं मतदान कर सकेंगे.
बता दें कि इस बार लोकसभा चुनाव में लगे कर्मचारी- अधिकारियों को जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा निर्वाचन कर्तव्य प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा. इन प्रमाण पत्रों द्वारा मतदान या अन्य निर्वाचन कार्य में लगे अधिकारी-कर्मचारी ड्यूटी करने वाले मतदान केंद्र में ही वोट डालेंगे. ऐसे मतों को मतपत्र लेखा में अलग से शामिल किया जाएगा और पूरा रिकॉर्ड मतदान खत्म होने पर संबंधित स्ट्रांग रूम में जमा किया जाएगा. जिला पंचायत सभाकक्ष में राजनीतिक दल और मीडिया को आदर्श आचार संहिता की विस्तारपूर्वक जानकारी उप जिला निर्वाचन अधिकारी कमलेश नंदिनी साहू और मास्टर ट्रेनर्स डॉ. एमएम जोशी ने दी.
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जानकारी देते हुए उप जिला निर्वाचन अधिकारी कमलेश नंदिनी साहू ने बताया कि कोरबा जिले में क्रिटिकल पोलिंग स्टेशन 36 हैं. पुलिस भी अपने हिसाब से मैपिंग कर रही है. पुलिस से लिस्ट मिलने के बाद जिले के पूरे संवेदनशील मतदान केंद्रों की संख्या मिलेगी. मोबाइल नेटवर्क विहीन मतदान केंद्रों के लिए मोबाइल सर्विस प्रोवाइडर से फ्रीक्वेंसी बढ़ाने की मांग की गई है. साथ ही 71 मतदान केंद्रों की हर घंटे की रिपोर्ट के लिए सेटेलाइट फ़ोन की मांग निर्वाचन आयोग से की है. लोकसभा चुनाव में लगे कर्मचारी और अधिकारी इलेक्शन ड्यूटी सर्टिफिकेट के माध्यम से मतदान करेंगे. जिस मतदान केंद्र में उनकी ड्यूटी लगी होगी कर्मचारी वहीं मतदान कर सकेंगे.
बता दें कि इस बार लोकसभा चुनाव में लगे कर्मचारी- अधिकारियों को जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा निर्वाचन कर्तव्य प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा. इन प्रमाण पत्रों द्वारा मतदान या अन्य निर्वाचन कार्य में लगे अधिकारी-कर्मचारी ड्यूटी करने वाले मतदान केंद्र में ही वोट डालेंगे. ऐसे मतों को मतपत्र लेखा में अलग से शामिल किया जाएगा और पूरा रिकॉर्ड मतदान खत्म होने पर संबंधित स्ट्रांग रूम में जमा किया जाएगा. जिला पंचायत सभाकक्ष में राजनीतिक दल और मीडिया को आदर्श आचार संहिता की विस्तारपूर्वक जानकारी उप जिला निर्वाचन अधिकारी कमलेश नंदिनी साहू और मास्टर ट्रेनर्स डॉ. एमएम जोशी ने दी.
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