छत्तीसगढ़ के कांकेर जिलें में आयरन ओर माइंस से निकलने वाला लाल पानी किसानों के खेतों को बंजर बना रहा है. लाल पानी के कारण खेतों में फसल का उत्पादन दिनों दिन घटता जा रहा है.
किसानों ने प्रशासन से माइंस द्वारा लाल पानी को खेतों में छोड़े जाने से रोकने के उपाय करने की गुहार लगाई है, लेकिन किसी के कान में जू तक नहीं रेंगी.
भानुप्रतापपुर तहसील के ग्राम पंचायत कच्चे के आरीडोंगरी आयरन ओर माइंस और दुर्गूकोंदल तहसील के ग्राम हाहालद्दी चहचहाड़ में आयरन ओर माइंस को लीज में लेकर प्रबंधकों के द्वारा उत्खनन का कार्य किया जा रहा है.
इन दोनों खदानों में उत्खनन से निकला आयरन युक्त लाल पानी बहकर हजारों किसानों के खेतों में फैल रहा है और उन्हें बंजर बना रहा है. यहां धान सहित अन्य फसल का उत्पादन नहीं हो पाने से किसान परेशान है.
माइंस प्रबंधन द्वारा किसानों को हो रहे नुकसान का कोई मुआवजा नहीं दिया जा रहा है. कच्चे गांव के एक छोटे किसान पराखुराम नायक कहते हैं, लाल पानी के कारण खेतों में कुछ पैदा होना ही बंद हो रहा है.
इलाके में जब से खदान खोला गया है फसल के उत्पादन में भारी कमी आई है. अब आधे से भी कम उत्पादन हो रहा है, जिसके कारण किसानों की आर्थिक हालत खराब हो रही है.
दोनों खदानों से निकलने वाले आयरन युक्त लाल पानी को खेतों में जाने से रोकने की मांग लंबे समय से हो रही है. वहीं, फसलों को हो रहे नुकसान ने किसानों की कमर तोड़ दी है.
आयरनयुक्त लाल पानी से पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है. बावजूद इसके शासन-प्रशासन इस समस्या से निपटने कोई पहल नहीं कर रहा है.
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FIRST PUBLISHED : August 14, 2016, 22:30 IST