खतरनाक है छत्तीसगढ़ की ये सड़कें, आप कभी भी हो सकते है हादसे का शिकार

शिकायत के बाद भी इन सड़कों की मरम्मत नहीं की जा सकी है.
इन सड़कों पर दौड़ते क्षमता से अधिक भारी वाहनों (Heavy Vehicles) ने इसकी सूरत बदल कर जानलेवा एनएच बन दी है.
- News18 Chhattisgarh
- Last Updated: August 21, 2019, 5:00 PM IST
अगर आप कटघोरा (Katghora) से पाली और पाली से बिलासपुर (Bilapur) जा रहे है तो हो तो जरा सावधान हो जाए. क्योंकि आप कभी भी हादसे (Accident) का शिकार हो सकते हैं. दरअसल, इस रूट की सड़क की गायब हो गई है. सड़क की जगह बस अब गड्ढे ही बचे है. बारिश (Rainy Season) के मौसम में गड्ढों में पानी भर जाचा है. कीचड़ की वजह से इस रास्ते से गुजरना बेहद मुश्किल हो जाता है. इन बड़े-बड़े जानलेवा गड्ढों में बारिश का पानी जमा होकर कीचड़ बनकर मुसीबत खड़ा करती है. इन सड़कों पर दौड़ते क्षमता से अधिक भारी वाहनों ने इसकी सूरत बदल कर जानलेवा एनएच (National Highway) बन दी है.
सड़क की मरम्मत आखिर करेगा कौन?
जब एनएच अथॉरिटी (National Highway Authority)से उस सड़क की मरम्मत के बारे में पूछा गया तो अधिकारियों ने साफ कह दिया कि ये सड़क उनके विभाग के अंदर आता ही नहीं. तो वहीं लोक निर्माण विभाग बजट नहीं होने की बात कर रही है. तो अब इन सड़कों की मरम्मत कैसे होगी ये एक बड़ा सवाल है. पाली मार्ग की दुर्दशा देख सभी ने अपने हाथ खड़े कर दिए. इस वजह से आए दिन इन गड्ढों में चालक गिरकर घायल हो रहे है. पाली क्षेत्र की सड़क में आए दिन तालाब नुमा गड्ढों बन जाते है. इस दलदल में छोटे-बड़े वाहन फंस जाते है और बच्चे भी इस गड्ढे में गिरकर हादसे का शिकार हो रहे है.
प्रशासन ने गड्ढों की मरम्मत के सख्त निर्देश तो दे दिए है लेकिन राशि के अभाव में एनएच अथॉरिटी और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने अपने हाथ खड़े कर दिए है. अब हर दिन हादसे की सुबह के साथ हादसे की रात बनकर बीत रही है. घर से निकलने के बाद वापसी तक सलामती की दुआ परिजन करते रहते है. बिलासपुर से कटघोरा के मध्य ये एकमात्र आवागमन की मुख्य सड़क होने के कारण बिलासपुर से आकर अंबिकापुर, बनारस और दूसरी दिशाओं की ओर जाने वाले भारी वाहनों का भी मार्ग है. हालांकि कोरबा की ओर आने वाले भारी वाहनों का परिचालन तो दीपका बाइपास मार्ग से रूकवा दिया गया है लेकिन दूसरे भारी वाहनों को रोका नहीं जा सकता. ऐसे में भारी वाहन चलने से इन सड़कों की हालत और भी बदतर होती जा रही है. पिछले दिनों पाली के लोगों ने चक्काजाम सड़क मरम्मत के लिए किया था,फिर जनप्रतिनिधि और प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी आश्वासन जरूर दिया था,लेकिन सड़क की सूरत आज तक नहीं बदली. अब जिम्मेदार अधिकारी मीडिया के सवालों से भी भाग रहे है.ये भी पढ़ें:
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सड़क की मरम्मत आखिर करेगा कौन?
जब एनएच अथॉरिटी (National Highway Authority)से उस सड़क की मरम्मत के बारे में पूछा गया तो अधिकारियों ने साफ कह दिया कि ये सड़क उनके विभाग के अंदर आता ही नहीं. तो वहीं लोक निर्माण विभाग बजट नहीं होने की बात कर रही है. तो अब इन सड़कों की मरम्मत कैसे होगी ये एक बड़ा सवाल है. पाली मार्ग की दुर्दशा देख सभी ने अपने हाथ खड़े कर दिए. इस वजह से आए दिन इन गड्ढों में चालक गिरकर घायल हो रहे है. पाली क्षेत्र की सड़क में आए दिन तालाब नुमा गड्ढों बन जाते है. इस दलदल में छोटे-बड़े वाहन फंस जाते है और बच्चे भी इस गड्ढे में गिरकर हादसे का शिकार हो रहे है.
प्रशासन ने गड्ढों की मरम्मत के सख्त निर्देश तो दे दिए है लेकिन राशि के अभाव में एनएच अथॉरिटी और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने अपने हाथ खड़े कर दिए है. अब हर दिन हादसे की सुबह के साथ हादसे की रात बनकर बीत रही है. घर से निकलने के बाद वापसी तक सलामती की दुआ परिजन करते रहते है. बिलासपुर से कटघोरा के मध्य ये एकमात्र आवागमन की मुख्य सड़क होने के कारण बिलासपुर से आकर अंबिकापुर, बनारस और दूसरी दिशाओं की ओर जाने वाले भारी वाहनों का भी मार्ग है. हालांकि कोरबा की ओर आने वाले भारी वाहनों का परिचालन तो दीपका बाइपास मार्ग से रूकवा दिया गया है लेकिन दूसरे भारी वाहनों को रोका नहीं जा सकता. ऐसे में भारी वाहन चलने से इन सड़कों की हालत और भी बदतर होती जा रही है. पिछले दिनों पाली के लोगों ने चक्काजाम सड़क मरम्मत के लिए किया था,फिर जनप्रतिनिधि और प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी आश्वासन जरूर दिया था,लेकिन सड़क की सूरत आज तक नहीं बदली. अब जिम्मेदार अधिकारी मीडिया के सवालों से भी भाग रहे है.ये भी पढ़ें:
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