रिपोर्टर – रामकुमार नायक
महासमुंद. अब तक सुना था कि पालक बच्चों को सरकारी नहीं बल्कि निजी स्कूलों में मोटी फीस देकर प्रवेश दिलाते हैं. महासमुंद जिले में पालक अपने बच्चों को निजी स्कूलों से निकालकर भैरोपुर गांव स्थित सरकारी प्राथमिक विद्यालय में भेज रहे हैं. दरअसल इस स्कूल में गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा के साथ न सिर्फ अच्छा माहौल बल्कि संस्कार भी सिखाए जाते हैं. पढ़ाई ऐसी है कि हर साल कई बच्चों का नवोदय में चयन हो रहा है. वहीं, कुछ समय पहले निरीक्षण करने पहुंचे दिल्ली के दल ने इस स्कूल को देखा और व्यवस्था को लेकर प्रसन्नता जाहिर की थी. जानकारी के मुताबिक, इस स्कूल में 34 गांव के बच्चे पढ़ने आते हैं. जबकि बच्चों की संख्या 110 है.
इस स्कूल की शिक्षा व्यवस्था और बाल उद्यान के अलावा शिक्षकों द्वारा बच्चों को लेकर खास मेहनत की जाती है. यहां पर बहुत ही अच्छे माहौल में बच्चों का सर्वांगीण विकास हो रहा है. स्कूल के पूर्व प्रधान पाठक भोजराज प्रधान ने बताया कि स्कूल का वातावरण बहुत अच्छा है. शिक्षकों द्वारा बच्चों को सीखने के लिए बेहतर माहौल दिया जा रहा है. यहां के शाला प्रबंधन समिति के सदस्यों, पालकों व ग्रामवासियों का विद्यालय के विकास के लिए बहुत सहयोग मिल रहा है. जन सहयोग से हम विद्यालय के लिए संसाधन जुटाने में सफल हो रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा बच्चों को मिले, सरकारी स्कूलों के प्रति लोगों का नजरिया बदले और बच्चों का सर्वांगीण विकास हो, यही लक्ष्य लेकर हमने प्रयास शुरू किया. हम लगातार सफलता की ओर आगे बढ़ रहे हैं.
जवाहर नवोदय विद्यालय जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं में लहरा चुके हैं परचम
महासमुंद जिले के प्राथमिक विद्यालय भैरोंपुर के बच्चे हर वर्ष बड़ी संख्या में प्रतियोगी परीक्षाओं में परचम लहरा रहे हैं. इस स्कूल में 5वीं स्तर के बच्चों को जवाहर नवोदय विद्यालय, सैनिक स्कूल और एकलव्य स्कूल के चयन के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराई जा रही है. वहीं, बच्चों का चयन भी हो रहा है. जबकि यह सिलसिला पिछले आठ साल से चल रहा है. अब तक 62 बच्चे जवाहर नवोदय विद्यालय और सैनिक स्कूल में चयनित हो गए हैं. इस वर्ष 13 बच्चों का सैनिक स्कूल के लिए चयन हुआ है. पिछले 3 साल से इस सरकारी स्कूल का रिजल्ट बहुत ही शानदार रहा है. इस स्कूल में शिक्षक भोजराज प्रधान द्वारा प्रतिदिन शाला समय के बाद 1 घंटे का अतिरिक्त क्लास परीक्षाओं के तैयारी के लिए लगाई जाती है.
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