रामकुमार नायक/महासमुंद. भले ही दो हजार रुपये का नोट बदलने के लिए सितंबर तक समय दिया गया है, लेकिन इस खबर के आने के बाद बाजार में थोड़ी हलचल बनी हुई है. विशेषकर सर्राफा बाजार में ज्यादा हलचल देखने को मिल रही है. प्रदेश के महासमुंद जिले समेत रायपुर, धमतरी, दुर्ग आदि क्षेत्रों में दो हजार का नोट खपाने के लिए सर्राफा बाजार में पहुंच रहे हैं और खरीदारी कर रहे हैं. हालांकि 2016 में हुई नोटबंदी जैसा माहौल इस बार नहीं है.
सर्राफा व्यापारी संघ के प्रदेश पदाधिकारी तरुण कोचर ने बताया कि बाजार बहुत ही गुलजार है. 2000 के नोटबंदी के कारण लोगों को ऐसा लग रहा है कि सर्राफा में खरीदी कर ली जाए. जबकि केंद्र की मोदी सरकार द्वारा 2000 रुपये का नोट आकस्मिक रूप से ही लाया गया था. पिछली बार 500 और 1000 रुपये के नोट बंद हुए थे. उसमें जो अफरा तफरी मची थी वैसा इस बार बिल्कुल भी नहीं है. हमारे सर्राफा व्यापार में इस बार जो भी सामान ज्वेलर्स बेच रहे हैं वह वर्तमान बाजार मूल्य में ही बेच रहे हैं और 2000 रुपए के नोट आसानी से ले रहे हैं. चैंबर ऑफ कॉमर्स का सदस्य होने के नाते भी मैं कह रहा हूं कि कोई भी व्यापारी 2000 के नोट आसानी लेकर अपना व्यापार कर सकता है. नोट बदलने के लिए बहुत ही लंबा समय दिया गया है. 2000 रुपये का नोट लीगल टेंडर है. कोई भी व्यक्ति बड़ी आसानी के साथ बैंक में नोट बदल सकता है. 2000 के नोट से वर्तमान में खरीदारी भी कर सकता है. कोई भी व्यापारी 2000 रुपये का नोट लेने के लिए मना नहीं कर सकता है.
सोने चांदी का भाव
जैसे ही बाजार से 2000 रुपये के नोट चलन से बाहर होने की खबर आई. सर्राफा बाजार में इसका प्रभाव देखने को मिल रहा है. सर्राफा व्यापारी तरुण कोचर ने बताया कि 24 कैरेट सोने का भाव 62500 रुपये के आसपास चल रहा है. वहीं, प्रति किलो चांदी का भाव 72 हजार रुपये के हिसाब से चल रहा है.
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