सड़कों पर मवेशियों को खुला छोड़ने पर होगी सख्त कार्रवाई: अपर कलेक्टर

मवेशियों को खुला छोड़ने पर होगी सख्त कार्रवाई
नगर पंचायत तुमगांव की 75 प्रतिशत आबादी किसानों की है और करीब 1200 एकड़ में यहां किसान अपनी फसल लगाते हैं. किसानों की शिकायत है कि अक्सर उनकी लगाई फसलों को आवारा पशु नष्ट कर देते हैं.
- News18 Chhattisgarh
- Last Updated: August 29, 2018, 7:34 AM IST
छत्तीसगढ़ में महासमुंद नगर पंचायत तुमगांव के करीब 700 किसान पिछले 2 सालों से आवारा पशुओं से परेशान हैं. किसान अनेकों बार इसकी शिकायत नगर पंचायत के आला अधिकारियों से करते-करते थक चुके हैं. बावजूद इसके आज तक इन किसानों की सुनवाई नहीं हो सकी है. ऐसे में किसानों ने अब थक हार कर कलेक्टर से गुहार लगाई है.
किसानों ने सड़कों पर आवारा पशुओं से निजात पाने के लिए कलेक्टर से अपील की है. दरअसल, नगर पंचायत तुमगांव की 75 प्रतिशत आबादी किसानों की है और करीब 1200 एकड़ में यहां किसान अपनी फसल लगाते हैं. किसानों की शिकायत है कि अक्सर उनकी लगाई फसलों को आवारा पशु नष्ट कर देते हैं.
किसानों का कहना है कि आए दिन आवारा पशु उनकी खेतों में जाकर फसलों को नुकासन पहुंचा रहे हैं, जिससे किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है. हालांकि इस संबंध में किसानों ने इसकी शिकायत नगर पंचायत के अधिकारियों से भी की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. अब किसानों ने कलेक्टर से मदद की गुहार लगाई है.
मामले में अपर कलेक्टर शरीफ मोहम्मद का कहना है कि बरसात के दिनों में मक्खियों से बचने के लिए अक्सर मवेशी सड़कों पर आ जाते हैं. हालांकि इसमें उन्होंने निर्देशित किया है कि जिनके भी मवेशी या पशु बाहर खुले हैं वे उन्हें बांधकर रखे और खुला न छोड़ें. अगर ऐसा नहीं होता है तो फिर नगर पंचायत नियमानुसार उसके विरुद्ध कार्रवाई करेगी.
किसानों ने सड़कों पर आवारा पशुओं से निजात पाने के लिए कलेक्टर से अपील की है. दरअसल, नगर पंचायत तुमगांव की 75 प्रतिशत आबादी किसानों की है और करीब 1200 एकड़ में यहां किसान अपनी फसल लगाते हैं. किसानों की शिकायत है कि अक्सर उनकी लगाई फसलों को आवारा पशु नष्ट कर देते हैं.
किसानों का कहना है कि आए दिन आवारा पशु उनकी खेतों में जाकर फसलों को नुकासन पहुंचा रहे हैं, जिससे किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है. हालांकि इस संबंध में किसानों ने इसकी शिकायत नगर पंचायत के अधिकारियों से भी की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. अब किसानों ने कलेक्टर से मदद की गुहार लगाई है.
मामले में अपर कलेक्टर शरीफ मोहम्मद का कहना है कि बरसात के दिनों में मक्खियों से बचने के लिए अक्सर मवेशी सड़कों पर आ जाते हैं. हालांकि इसमें उन्होंने निर्देशित किया है कि जिनके भी मवेशी या पशु बाहर खुले हैं वे उन्हें बांधकर रखे और खुला न छोड़ें. अगर ऐसा नहीं होता है तो फिर नगर पंचायत नियमानुसार उसके विरुद्ध कार्रवाई करेगी.