जादू-टोने के शक में मां-बेटी को डंडे से पीटकर मार डाला

जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर स्थित नक्सली प्रभावित आमासरा पंचायत के माहका गांव में जादू-टोने के शक में मां-बेटे समेत तीन लोगों की हत्या के आरोपी 39 ग्रामीणों को पुलिस ने मंगलवार की सुबह गिरफ्तार कर लिया। आरोपी बीस से 52 साल तक की उम्र के हैं।
जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर स्थित नक्सली प्रभावित आमासरा पंचायत के माहका गांव में जादू-टोने के शक में मां-बेटे समेत तीन लोगों की हत्या के आरोपी 39 ग्रामीणों को पुलिस ने मंगलवार की सुबह गिरफ्तार कर लिया। आरोपी बीस से 52 साल तक की उम्र के हैं।
- Agencies
- Last Updated: November 27, 2014, 11:26 PM IST
जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर स्थित नक्सली प्रभावित आमासरा पंचायत के माहका गांव में जादू-टोने के शक में मां-बेटे समेत तीन लोगों की हत्या के आरोपी 39 ग्रामीणों को पुलिस ने मंगलवार की सुबह गिरफ्तार कर लिया। आरोपी बीस से 52 साल तक की उम्र के हैं।
कोतवाली थाना प्रभारी अमर सिंह कोमरे ने बताया कि 13 नंवबर को घोटुल ने इस आरोपियों ने घड़वाराम करंगा, उसकी पत्नी दशरी करंगा और बेटी रामबती पर जादू-टोना करने का आरोप लगाया और डंडे से तीनों की बेदम पिटाई की इससे दशरी और रामबती की मौत हो गई, जबकि घड़वा राम करंगा ने 24 नंवबर को जिला मुख्यालय लाते वक्त दम तोड़ा।
21 नंवबर को घड़वा राम के पुत्र, चमराराम ने उसकी मां दशरी और बहन रामबती की गुमशुदगी की रिपोर्ट थाने में दर्ज करवाई। मामले की जांच करने 25 नवंबर को यहां से 120 जवानों का बल भेजा गया था।
जांच में पता चला कि मामला टोनही प्रताड़ना का है। दशरी और रामबती के शव को गांव के बाहर पहाड़ी में ले जाकर जला दिया गया। पुलिस ने पूछताछ के बाद 39 लोगों को गिरफ्तार किया। उनके खिलाफ टोनही प्रताड़ना अधिनियम 4-5 के अलावा भादंवि की धारा 302, 147, 148, 149, 102 के तहत मामला दर्ज किया गया है।पुलिस ने शवदाह स्थल से हड्डी, राख, चूड़ियां वगैरह बरामद किए हंै। इन्हें जगदलपुर की फारेंसिक लैब भेजा जा रहा है।
थाना प्रभारी के मुताबिक, इस मामले में पटेल छुन्नू राम को भी पकड़ा गया है। गांव के कोटवार, सरपंच व सचिव से भी पूछताछ की जाएगी, क्योंकि उन्होंने घटना की सूचना पुलिस को नहीं दी। यह साक्ष्य छुपाने के आरोप के दायरे में आ सकते हैं।
कोतवाली थाना प्रभारी अमर सिंह कोमरे ने बताया कि 13 नंवबर को घोटुल ने इस आरोपियों ने घड़वाराम करंगा, उसकी पत्नी दशरी करंगा और बेटी रामबती पर जादू-टोना करने का आरोप लगाया और डंडे से तीनों की बेदम पिटाई की इससे दशरी और रामबती की मौत हो गई, जबकि घड़वा राम करंगा ने 24 नंवबर को जिला मुख्यालय लाते वक्त दम तोड़ा।
21 नंवबर को घड़वा राम के पुत्र, चमराराम ने उसकी मां दशरी और बहन रामबती की गुमशुदगी की रिपोर्ट थाने में दर्ज करवाई। मामले की जांच करने 25 नवंबर को यहां से 120 जवानों का बल भेजा गया था।
जांच में पता चला कि मामला टोनही प्रताड़ना का है। दशरी और रामबती के शव को गांव के बाहर पहाड़ी में ले जाकर जला दिया गया। पुलिस ने पूछताछ के बाद 39 लोगों को गिरफ्तार किया। उनके खिलाफ टोनही प्रताड़ना अधिनियम 4-5 के अलावा भादंवि की धारा 302, 147, 148, 149, 102 के तहत मामला दर्ज किया गया है।पुलिस ने शवदाह स्थल से हड्डी, राख, चूड़ियां वगैरह बरामद किए हंै। इन्हें जगदलपुर की फारेंसिक लैब भेजा जा रहा है।
थाना प्रभारी के मुताबिक, इस मामले में पटेल छुन्नू राम को भी पकड़ा गया है। गांव के कोटवार, सरपंच व सचिव से भी पूछताछ की जाएगी, क्योंकि उन्होंने घटना की सूचना पुलिस को नहीं दी। यह साक्ष्य छुपाने के आरोप के दायरे में आ सकते हैं।