लोकसभा चुनाव 2019: मौसम की 'मार' से यहां कम हो सकता है वोटिंग परसेंट

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छत्तीसगढ़ में जिन सात सीटों पर 23 अप्रैल को मतादान होने हैं, उनमें रायगढ़ भी शामिल है. मौसम के लिहाज से रायगढ़ में अप्रैल माह से ही भीषण गर्मी शुरू हो जाती है.
- News18 Chhattisgarh
- Last Updated: March 14, 2019, 12:02 PM IST
लोकतंत्र के महापर्व लोकसभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान होने के बाद अब इसके इंतजाम भी शुरू कर दिए गए हैं. छत्तीसगढ़ में जिन सात सीटों पर 23 अप्रैल को मतादान होने हैं, उनमें रायगढ़ भी शामिल है. मौसम के लिहाज से रायगढ़ में अप्रैल माह से ही भीषण गर्मी शुरू हो जाती है. ऐसे में चुनाव के दौरान मौसम की मार से बचने के लिए निवार्चन आयोग द्वारा खास इंतजाम करने के दावे किए जा रहे हैं. आशंका जताई जा रही है कि तेज गर्मी का असर वोटिंग परसेंट पर पड़ सकता है.
पांच साल का रिकार्ड देखें तो 23 अप्रैल को तापमान का पारा 40 डिग्री से ऊपर ही रहा है. चिलचिलाती धूप और गर्मी को देखते हुए पोलिंग बूथ पर पानी, टेंट और बिजली की व्यवस्था करना जिला निर्वाचन विभाग के लिए चुनौती रहेगा. हालांकि विभाग का कहना है सभी बूथ पर पानी की व्यवस्था है. साथ ही चुनाव आयोग से व्यवस्थाओं के लिए जो बजट आएगा, उससे पूरी व्यवस्था की जाएगी. लोकसभा चुनाव के लिए प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं.
चुनावी तैयारियों में जुटे अफसरों को चिंता सता रही है कि एक तो गर्मी और फिर स्कूलों की छुट्टियों में लोग घूमने निकल जाते हैं. ऐसे में मतदान का प्रतिशत कम होने की आशंका भी है. मतदाताओं को मतदान केंद्रों तक लाने के लिए जिला निर्वाचन विभाग ने जागरुकता अभियान चलाने की तैयारी शुरू कर दी है. ऐसे में अब अप्रैल के मध्य में चुनाव से प्रशासन भी चिंतित है. तीसरे चरण में चुनाव होने के कारण प्रशासन के पास तैयारियों के लिए पूरा समय भी नहीं है. तैयारियों को लेकर अधिकारियों की बैठकों का दौर जारी है.
रायगढ़ में चुनाव के आंकड़ों पर गौर करें तो पिछले तीन विधानसभा और लोकसभा चुनाव के वोटिंग प्रतिशत पर गौर करें तो लोकसभा चुनाव में गर्मी का असर मतदान पर साफ नजर आता है. दरअसल, विधानसभा चुनाव दिसंबर महीने में तो लोकसभा अप्रैल व मई के मध्य आयोजित होता आ रहा है. इसकी वजह से विधानसभा की तरह लोस में मतदाताओं में चुनाव को लेकर उत्साह कम नजर आता है. साल 2018 विधानसभा चुनाव में जिले का वोटिंग प्रतिशत 81.89 रहा तो 2013 में 83.76 था, 2009 में 78.68 था. आम चुनाव का वोटिंग प्रतिशत 76 से कभी बढ़ा नहीं. जानकारों की मानें तो गर्मी का असर भी मतदान पर दिखता है.आंकड़ों पर ध्यान दें तो पांच साल में 23 अप्रैल को 40 डिग्री से ज्यादा ही ताममान रहा है. साल 2014 में न्यूनतम तापमान 28.0 और अधिकतम 42.0 डिग्री रहा है. इसके अलावा साल 2015 में न्यूनतम तापमान 29.0 और अधिकतम 42.0 डिग्री, 2016 में न्यूनतम तापमान 26.5 और अधिकतम 43.5 डिग्री, 2017 में न्यूनतम तापमान 28.0 और अधिकतम 44.0 डिग्री और 2018 न्यूनतम तापमान 27.0 और अधिकतम 41.26 डिग्री रहा है.
मीडिया से चर्चा में रायगढ़ के जिला उप निर्वाचन अधिकारी आरए कुरुवंशी का कहना है कि आयोग के निर्देशानुसार पोलिंग बूथों पर मतदाताओं के लिए पानी, शौचालय, बिजली सहित सारी सुविधाएं रहेगी. अभी हमारे पास मतदान केंद्रों की खामियां दूर करने के लिए पर्याप्त समय है. आयोग द्वारा इसके लिए अलग से बजट व्यवस्था की जाती है. इसी में सारी सुविधाओं की व्यवस्था होगी.
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पांच साल का रिकार्ड देखें तो 23 अप्रैल को तापमान का पारा 40 डिग्री से ऊपर ही रहा है. चिलचिलाती धूप और गर्मी को देखते हुए पोलिंग बूथ पर पानी, टेंट और बिजली की व्यवस्था करना जिला निर्वाचन विभाग के लिए चुनौती रहेगा. हालांकि विभाग का कहना है सभी बूथ पर पानी की व्यवस्था है. साथ ही चुनाव आयोग से व्यवस्थाओं के लिए जो बजट आएगा, उससे पूरी व्यवस्था की जाएगी. लोकसभा चुनाव के लिए प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं.
चुनावी तैयारियों में जुटे अफसरों को चिंता सता रही है कि एक तो गर्मी और फिर स्कूलों की छुट्टियों में लोग घूमने निकल जाते हैं. ऐसे में मतदान का प्रतिशत कम होने की आशंका भी है. मतदाताओं को मतदान केंद्रों तक लाने के लिए जिला निर्वाचन विभाग ने जागरुकता अभियान चलाने की तैयारी शुरू कर दी है. ऐसे में अब अप्रैल के मध्य में चुनाव से प्रशासन भी चिंतित है. तीसरे चरण में चुनाव होने के कारण प्रशासन के पास तैयारियों के लिए पूरा समय भी नहीं है. तैयारियों को लेकर अधिकारियों की बैठकों का दौर जारी है.
रायगढ़ में चुनाव के आंकड़ों पर गौर करें तो पिछले तीन विधानसभा और लोकसभा चुनाव के वोटिंग प्रतिशत पर गौर करें तो लोकसभा चुनाव में गर्मी का असर मतदान पर साफ नजर आता है. दरअसल, विधानसभा चुनाव दिसंबर महीने में तो लोकसभा अप्रैल व मई के मध्य आयोजित होता आ रहा है. इसकी वजह से विधानसभा की तरह लोस में मतदाताओं में चुनाव को लेकर उत्साह कम नजर आता है. साल 2018 विधानसभा चुनाव में जिले का वोटिंग प्रतिशत 81.89 रहा तो 2013 में 83.76 था, 2009 में 78.68 था. आम चुनाव का वोटिंग प्रतिशत 76 से कभी बढ़ा नहीं. जानकारों की मानें तो गर्मी का असर भी मतदान पर दिखता है.आंकड़ों पर ध्यान दें तो पांच साल में 23 अप्रैल को 40 डिग्री से ज्यादा ही ताममान रहा है. साल 2014 में न्यूनतम तापमान 28.0 और अधिकतम 42.0 डिग्री रहा है. इसके अलावा साल 2015 में न्यूनतम तापमान 29.0 और अधिकतम 42.0 डिग्री, 2016 में न्यूनतम तापमान 26.5 और अधिकतम 43.5 डिग्री, 2017 में न्यूनतम तापमान 28.0 और अधिकतम 44.0 डिग्री और 2018 न्यूनतम तापमान 27.0 और अधिकतम 41.26 डिग्री रहा है.
मीडिया से चर्चा में रायगढ़ के जिला उप निर्वाचन अधिकारी आरए कुरुवंशी का कहना है कि आयोग के निर्देशानुसार पोलिंग बूथों पर मतदाताओं के लिए पानी, शौचालय, बिजली सहित सारी सुविधाएं रहेगी. अभी हमारे पास मतदान केंद्रों की खामियां दूर करने के लिए पर्याप्त समय है. आयोग द्वारा इसके लिए अलग से बजट व्यवस्था की जाती है. इसी में सारी सुविधाओं की व्यवस्था होगी.
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