नवोदय विद्यालय में 88 सीटों के लिए 4 हजार से ज्यादा विद्यार्थियों ने आजमाई किस्मत

नवोदय विद्यालय में 88 सीटों के लिए 4 हजार से ज्यादा विद्यार्थियों ने आजमाई किस्मत
छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में शनिवार को जवाहर नवोदय विद्यालय में प्रवेश के लिए परीक्षा का आयोजन किया गया.
- ETV MP/Chhattisgarh
- Last Updated: June 10, 2017, 2:34 PM IST
छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में शनिवार को जवाहर नवोदय विद्यालय में प्रवेश के लिए परीक्षा का आयोजन किया गया.
करपात्री स्कूल में आयोजित हुई परीक्षा
बता दें कि इस परीक्षा में 88 सीटों के लिए 4 हजार से भी ज्यादा विद्यार्थियों ने अपनी किस्मत आजमाई है. नगर के करपात्री स्कूल में परीक्षा आयोजित हुई थी.
इसलिए दोबारा लिए गए परीक्षागौरतलब हो कि पूर्व में 8 जनवरी 2017 को परीक्षा का आयोजन हुआ था. इसमें स्कूल प्रबंधन द्वारा बड़ी लापरवाही बरती गई थी. बच्चों द्वारा भरे गए आंसरशीट की जगह कोरे आंसरशीट को जांच के लिए भेज दिया गया था.
इसका खुलासा दिल्ली में आंसर जांच के लिए जब पैकेट खोले गए तब हुआ था. इसके बाद शिक्षा विभाग ने आनन-फानन में फिर से परीक्षा लेने के निर्देश दिए गए. इसी के तहत शनिवार को परीक्षा आयोजित की गई.
स्कूल प्रबंधन की लापरवाही से विद्यार्थी परेशान
ऐसे में स्कूल प्रबंधन की इस लापरवाही का नतीजा विद्यार्थियों को भुगतना पड़ा, जिन्होंने बड़ी मेहनत से परीक्षा की तैयारी की थी. इसके चलते समय पर विद्यार्थियों का रिजल्ट नहीं आ सका.
वहीं विद्यालय में जब बच्चों को प्रवेश लिया जाना था, तब उनकी परीक्षा ली जा रही है. अब रिजल्ट समय पर नहीं आने से मजबूरन उन्हें दूसरे स्कूलों में प्रवेश लेना पड़ेगा.
करपात्री स्कूल में आयोजित हुई परीक्षा
बता दें कि इस परीक्षा में 88 सीटों के लिए 4 हजार से भी ज्यादा विद्यार्थियों ने अपनी किस्मत आजमाई है. नगर के करपात्री स्कूल में परीक्षा आयोजित हुई थी.
इसलिए दोबारा लिए गए परीक्षागौरतलब हो कि पूर्व में 8 जनवरी 2017 को परीक्षा का आयोजन हुआ था. इसमें स्कूल प्रबंधन द्वारा बड़ी लापरवाही बरती गई थी. बच्चों द्वारा भरे गए आंसरशीट की जगह कोरे आंसरशीट को जांच के लिए भेज दिया गया था.
इसका खुलासा दिल्ली में आंसर जांच के लिए जब पैकेट खोले गए तब हुआ था. इसके बाद शिक्षा विभाग ने आनन-फानन में फिर से परीक्षा लेने के निर्देश दिए गए. इसी के तहत शनिवार को परीक्षा आयोजित की गई.
स्कूल प्रबंधन की लापरवाही से विद्यार्थी परेशान
ऐसे में स्कूल प्रबंधन की इस लापरवाही का नतीजा विद्यार्थियों को भुगतना पड़ा, जिन्होंने बड़ी मेहनत से परीक्षा की तैयारी की थी. इसके चलते समय पर विद्यार्थियों का रिजल्ट नहीं आ सका.
वहीं विद्यालय में जब बच्चों को प्रवेश लिया जाना था, तब उनकी परीक्षा ली जा रही है. अब रिजल्ट समय पर नहीं आने से मजबूरन उन्हें दूसरे स्कूलों में प्रवेश लेना पड़ेगा.