एक पंचायत 3 तहसील: यहां जरूरत के अनुसार तहसील चुनते हैं लोग

सांकेतिक तस्वीर
सुनने में थोडा अजीब लगेगा लेकिन यह सच है. जिले के तमनार का नूनदरहा और इसके आश्रित गांव के लोग एक नहीं बल्कि तीन-तीन तहसीलों पर निर्भर हैं.
- News18 Chhattisgarh
- Last Updated: May 21, 2019, 5:37 PM IST
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में एक ऐसी ग्राम पंचायत है, जहां ग्रामीणों की जरूरत और काम के हिसाब से तहसील बदल जाती है. सुनने में थोडा अजीब लगेगा लेकिन यह सच है. जिले के तमनार का नूनदरहा और इसके आश्रित गांव के लोग एक नहीं बल्कि तीन-तीन तहसीलों पर निर्भर हैं. इस पंचायत का तमनार के अलावा घरघोड़ा व लैलूंगा ब्लाक से भी नाता जुड़ा हुआ है.
शहर में वार्डों के परिसीमन के दौरान हुई गड़बडी की तरह पंचायतों में भी गड़बड़ी है. इसी का परिणाम है कि नूनदरहा ग्राम पंचायत के ग्रामीणों को जरूरत के अनुसार सरकारी दस्तावेजों में तहसील का अलग-अलग जिक्र करना पड़ता है.
नूनदरहा ग्राम पंचायत वैसे तो तमनार जनपद पंचायत का इलाका है, जो कि जिला मुख्यालय से करीब 45 किमी दूर है. नूनदरहा पंचायत का आश्रित गांव केराखोल है. इस पंचायत में पेंशन, पीडीएस में शिकायत या आवेदन, पीएम आवास और पंचायत से जुड़े दूसरे सरकारी काम के लिए लोग तमनार जनपद पर निर्भर हैं. वहीं पुलिस में किसी तरह की शिकायत करने के लिए लोगों को तमनार नहीं बल्कि घरघोड़ा पुलिस थाना जाना होता है. जो कि तहसील मुख्यालय है.
इसी तरह चुनाव की बारी आती है तो मतदाता सूची में नाम जोड़वाने, विलोपन एवं किसी तरह के अपील निपटारे के लिए ग्रामीणों को लैलूंगा तहसील का रूख करना पड़ता है. परिसीमन में यह गांव लैलूंगा विधानसभा क्षेत्र में आता है. इस वजह से चुनाव के वक्त गांव वाले निर्वाचन से जुड़े किसी काम के लिए लैलूंगा तहसील जाना पड़ता है.ये भी पढ़ें-छत्तीसगढ़: बीजापुर में सात,सुकमा में दो नक्सलियों ने किया सरेंडर
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शहर में वार्डों के परिसीमन के दौरान हुई गड़बडी की तरह पंचायतों में भी गड़बड़ी है. इसी का परिणाम है कि नूनदरहा ग्राम पंचायत के ग्रामीणों को जरूरत के अनुसार सरकारी दस्तावेजों में तहसील का अलग-अलग जिक्र करना पड़ता है.
नूनदरहा ग्राम पंचायत वैसे तो तमनार जनपद पंचायत का इलाका है, जो कि जिला मुख्यालय से करीब 45 किमी दूर है. नूनदरहा पंचायत का आश्रित गांव केराखोल है. इस पंचायत में पेंशन, पीडीएस में शिकायत या आवेदन, पीएम आवास और पंचायत से जुड़े दूसरे सरकारी काम के लिए लोग तमनार जनपद पर निर्भर हैं. वहीं पुलिस में किसी तरह की शिकायत करने के लिए लोगों को तमनार नहीं बल्कि घरघोड़ा पुलिस थाना जाना होता है. जो कि तहसील मुख्यालय है.
इसी तरह चुनाव की बारी आती है तो मतदाता सूची में नाम जोड़वाने, विलोपन एवं किसी तरह के अपील निपटारे के लिए ग्रामीणों को लैलूंगा तहसील का रूख करना पड़ता है. परिसीमन में यह गांव लैलूंगा विधानसभा क्षेत्र में आता है. इस वजह से चुनाव के वक्त गांव वाले निर्वाचन से जुड़े किसी काम के लिए लैलूंगा तहसील जाना पड़ता है.ये भी पढ़ें-छत्तीसगढ़: बीजापुर में सात,सुकमा में दो नक्सलियों ने किया सरेंडर
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