बच्चों के यौनशोषण के आरोपों से घिरे गुरुकुल प्रबंधक

छत्तीसगढ़ के एक गुरुकुल आश्रम में पढ़ने वाले एक छात्र ने आश्रम के प्रबंधक आचार्य पर छात्रों का अप्राकृतिक यौन शोषण करने का आरोप लगाया। मामले का खुलासा होने पर पुलिस व प्रशासन की टीम ने जांच की और कार्यालय व प्रबंधक के कक्ष को सील करते हुए जांच के लिए अलग टीम गठित कर दी है। घटना के बाद से आरोपी प्रबंधक फरार है।
छत्तीसगढ़ के एक गुरुकुल आश्रम में पढ़ने वाले एक छात्र ने आश्रम के प्रबंधक आचार्य पर छात्रों का अप्राकृतिक यौन शोषण करने का आरोप लगाया। मामले का खुलासा होने पर पुलिस व प्रशासन की टीम ने जांच की और कार्यालय व प्रबंधक के कक्ष को सील करते हुए जांच के लिए अलग टीम गठित कर दी है। घटना के बाद से आरोपी प्रबंधक फरार है।
- Agencies
- Last Updated: May 5, 2014, 6:07 PM IST
छत्तीसगढ़ के एक गुरुकुल आश्रम में पढ़ने वाले एक छात्र ने आश्रम के प्रबंधक आचार्य पर छात्रों का अप्राकृतिक यौन शोषण करने का आरोप लगाया। मामले का खुलासा होने पर पुलिस व प्रशासन की टीम ने जांच की और कार्यालय व प्रबंधक के कक्ष को सील करते हुए जांच के लिए अलग टीम गठित कर दी है। घटना के बाद से आरोपी प्रबंधक फरार है।
लैलूंगा तहसील के सलखिया गांव स्थित गुरुकुल आश्रम में चल रहे अप्राकृतिक कृत्य का खुलासा तब हुआ, जब घरघोड़ा तहसील के सामारूमा निवासी 5वीं कक्षा के छात्र ने अपने अभिभावक को बताया कि एक मई की रात आश्रम के प्रबंधक आचार्य रामानंद सरस्वती ने उसे अपने कक्ष में बुलवाया और अप्राकृतिक यौनाचार के लिए उसे राजी करने का प्रयास किया, मगर वह इसके लिए तैयार नहीं हुआ। वह कमरे से निकलकर अपने साथी छात्र प्रमोद (बदला हुआ नाम) के पास पहुंचा।
छात्र के बयान के मुताबिक, प्रमोद ने ही उसे आचार्य के पास भेजा था। उसने जब आचार्य की शिकायत की तो प्रमोद ने उसे बताया कि आचार्य पिछले छह माह से उसके साथ कुकृत्य करते रहे हैं। उन्होंने धमकी दी थी कि इन बातों का जिक्र किसी के सामने करने पर वह उसका भविष्य बिगाड़ देंगे या जान से मरवा देंगे।
छात्र के आक्रोशित अभिभावक ने रविवार को लैलूंगा थाने में आचार्य के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने धारा 377, 506, 120 बी तथा लैंगिक अपराध अधिनियम पास्को की धारा 4, 8 व 9 के तहत अपराध दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।रिपोर्ट दर्ज होने की भनक लगते ही आचार्य रामानंद सरस्वती बोरिया-बिस्तर लेकर फरार हो गया। पुलिस को उसके कक्ष के बाहर ताला लटकता मिला। बताया जाता है कि आरोपी आचार्य ने अब तक दर्जन से अधिक छात्रों को कुकृत्य के लिए मजबूर किया।
पुलिस कप्तान राहुल भगत, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल ठाकुर, घरघोड़ा के एसडीएम, जिला पंचायत के सीईओ और सीएमओ कि अलावा सहायक आयुक्त (आदिवासी कल्याण) बी.के राजपूत आश्रम पहुंचे और कई लोगों से बयान लेने तथा मौका मुआयना के बाद आरोपी प्रबंधक के कक्ष, उसके निजी कमरे व कार्यालय को सील किया और प्रबंधक कक्ष के सभी दस्तावेज जब्त कर लिए।
इस मामले की जांच के लिए जिला प्रशासन व पुलिस ने अलग-अलग जांच समिति भी गठित की है। एडीशनल एसपी ठाकुर ने बताया कि मंगलवार को आरोपी की पतासाजी तथा गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग स्थानों की टीम रवाना की जाएगी।
लैलूंगा तहसील के सलखिया गांव स्थित गुरुकुल आश्रम में चल रहे अप्राकृतिक कृत्य का खुलासा तब हुआ, जब घरघोड़ा तहसील के सामारूमा निवासी 5वीं कक्षा के छात्र ने अपने अभिभावक को बताया कि एक मई की रात आश्रम के प्रबंधक आचार्य रामानंद सरस्वती ने उसे अपने कक्ष में बुलवाया और अप्राकृतिक यौनाचार के लिए उसे राजी करने का प्रयास किया, मगर वह इसके लिए तैयार नहीं हुआ। वह कमरे से निकलकर अपने साथी छात्र प्रमोद (बदला हुआ नाम) के पास पहुंचा।
छात्र के बयान के मुताबिक, प्रमोद ने ही उसे आचार्य के पास भेजा था। उसने जब आचार्य की शिकायत की तो प्रमोद ने उसे बताया कि आचार्य पिछले छह माह से उसके साथ कुकृत्य करते रहे हैं। उन्होंने धमकी दी थी कि इन बातों का जिक्र किसी के सामने करने पर वह उसका भविष्य बिगाड़ देंगे या जान से मरवा देंगे।
पुलिस कप्तान राहुल भगत, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल ठाकुर, घरघोड़ा के एसडीएम, जिला पंचायत के सीईओ और सीएमओ कि अलावा सहायक आयुक्त (आदिवासी कल्याण) बी.के राजपूत आश्रम पहुंचे और कई लोगों से बयान लेने तथा मौका मुआयना के बाद आरोपी प्रबंधक के कक्ष, उसके निजी कमरे व कार्यालय को सील किया और प्रबंधक कक्ष के सभी दस्तावेज जब्त कर लिए।
इस मामले की जांच के लिए जिला प्रशासन व पुलिस ने अलग-अलग जांच समिति भी गठित की है। एडीशनल एसपी ठाकुर ने बताया कि मंगलवार को आरोपी की पतासाजी तथा गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग स्थानों की टीम रवाना की जाएगी।