राजधानी सहित इन छह शहरों में पटाखों पर बैन, ये है वजह

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छत्तीसगढ़ सरकार ने शादी के सीजन में दो महीने दिसंबर-जनवरी तक रायपुर सहित छह शहरों में पटाखे फोड़ने पर बैन लगा दिया है.
- News18Hindi
- Last Updated: November 29, 2017, 11:40 AM IST
छत्तीसगढ़ सरकार ने शादी के सीजन में दो महीने दिसंबर-जनवरी तक रायपुर सहित छह शहरों में पटाखे फोड़ने पर बैन लगा दिया है. यह कदम वायु प्रदूषण को कम करने के लिए छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल ने उठाए हैं. एक दिसंबर 2017 से 31 जनवरी 2018 तक प्रतिबंध लागू रहेगा.
पर्यावरण संरक्षण मंडल से मिली जानकारी के अनुसार वायु (प्रदूषण निवारण और नियंत्रण) अधिनियम 1981 की धारा 19(5) की शक्तियों का प्रयोग किया गया है. इसके तहत राज्य सरकार ने राजधानी रायपुर, बिलासपुर, भिलाई, दुर्ग, कोरबा और रायगढ़ में इस साल के अंतिम महीने और नए साल के पहले महीने में पटाखा फोड़ना प्रतिबंधित कर दिया है.
इसी कड़ी में पटाखों पर प्रतिबंध का निर्देश जारी किया गया है. प्रतिबंध का पालन करा पाना चुनौती रहेगी. क्योंकि दिसंबर में विवाह के कई मुहूर्त हैं. पटाखों पर प्रतिबंध से उन परिवारों में मायूसी होगी, जहां शादी की तैयारियां चल रही है. इसके अलावा दिसंबर में ही ईदमिलादुन्नबी, क्रिसमस डे और न्यू ईयर सेलिब्रेशन भी है. आम तौर पर इन त्योहारों और मौकों पर पटाखे फूटते ही हैं. ऐसे में देखना होगा कि क्या प्रशासन व पुलिस प्रतिबंध को अमलीजामा पहनाने में सफल होती है या नहीं.
पर्यावरण संरक्षण मंडल से मिली जानकारी के अनुसार वायु (प्रदूषण निवारण और नियंत्रण) अधिनियम 1981 की धारा 19(5) की शक्तियों का प्रयोग किया गया है. इसके तहत राज्य सरकार ने राजधानी रायपुर, बिलासपुर, भिलाई, दुर्ग, कोरबा और रायगढ़ में इस साल के अंतिम महीने और नए साल के पहले महीने में पटाखा फोड़ना प्रतिबंधित कर दिया है.
वायु प्रदूषण अधिनियम के अंतर्गत पूरे राज्य को वायु प्रदूषण नियंत्रण क्षेत्र घोषित किया गया है.
ठंड में वायु प्रदूषण को मापदंडों के अनुसार रखने के लिए सोमवार 27 नवंबर को पर्यावरण विभाग के प्रमुख सचिव अमन कुमार सिंह ने वीडियो कांफ्रेंसिंग से छह जिलों के कलेक्टर, एसपी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक ली थी. उन्होंने निर्देशित किया है कि एकजुटता से प्रदूषण को कम करने का प्रयास किया जाए, क्योंकि प्रदूषण पर सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति है.इसी कड़ी में पटाखों पर प्रतिबंध का निर्देश जारी किया गया है. प्रतिबंध का पालन करा पाना चुनौती रहेगी. क्योंकि दिसंबर में विवाह के कई मुहूर्त हैं. पटाखों पर प्रतिबंध से उन परिवारों में मायूसी होगी, जहां शादी की तैयारियां चल रही है. इसके अलावा दिसंबर में ही ईदमिलादुन्नबी, क्रिसमस डे और न्यू ईयर सेलिब्रेशन भी है. आम तौर पर इन त्योहारों और मौकों पर पटाखे फूटते ही हैं. ऐसे में देखना होगा कि क्या प्रशासन व पुलिस प्रतिबंध को अमलीजामा पहनाने में सफल होती है या नहीं.