भाजपा के मिशन 65 प्लस पर हो सकता है डेंगू के डंक का असर
छत्तीसगढ़ में डेंगू जैसी बीमारी से एक दो नहीं बल्कि करीब 50 मौतें हो चुकी है.
छत्तीसगढ़ में चुनावी दंलग जारी है. हर वह बात, हर वह विषय चुनावी मुद्दा बन रहा है, जिससे सत्तापक्ष या विपक्ष को लाभ-हानि हो. इन्हीं में से एक मुद्दा है डेंगू का. जी हां डेंगू से आज हालात भयावह है, जिसका असर चुनाव पर पड़ने की आशंका है. डिजिटल इंडिया और 21वीं सदी के भारत में छत्तीसगढ़ में डेंगू जैसी बीमारी से एक दो नहीं बल्कि करीब 50 मौतें हो चुकी हैं. बावजूद इसके जिम्मेदार आज भी अपने हठधर्मिता पर अडिग हैं. आलाम यह है कि भिलाई-दुर्ग में डेंगू को लेकर लोगों में दहशत का माहौल है.
कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी का कहना है कि डेंगू की दहशत में भिलाई के प्रभावित इलाकों में लोगों के घरों में मेहमान तक आने से कतराने लगे हैं. इस बीमारी पर सरकार काबू पाने में नाकाम साबित हो रही है. विशेषज्ञ डॉ. राकेश गुप्ता का कहना है कि ये दु:खद पहलु है कि डेंगू ने इतना भयंकर रूप धारण किया. इसके बाद स्वास्थ्य मंत्री रवैया भी चिंताजनक रहा. हालांकि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि डेंगू पर हालात नियंत्रित करने निर्देश दिए गए हैं.
कांग्रेस का आरोप है कि भले ही मुख्यमंत्री डेंगू पर सतर्कता बरतने और गंभीरता से लेने की बात कह रहे हों, लेकिन मुख्यमंत्री की गंभीरता और संवेदनशीलता को पलिता लगाने के लिए स्वास्थ्य मंत्री अजय चंद्राकर का वह बयान ही काफी है, जिसमें स्वास्थ्य मंत्री ने यह कहा कि डेंगू से मौत उन लोगों की हो रही है जो इलाज के लिए देर से अस्पताल पहुंचे थे. इलाज के लिए जो पहले पहुंचे वे स्वस्थ्य होकर घर लौट आए हैं.
यह भी पढ़ें: विधानसभा चुनाव: सत्ता की चाबी साबित होंगे ये 'सोये शेर', लुभाने में लगीं पार्टियां!राजनीतिक जानकारों की मानें तो चुनाव सिर पर है और फिर से गेंद जनता के पाले में है. जनता इस बार गोल किस तरफ मारना है, खुद ही तय कर लेगी. मंत्री के बायान के कारण एक फिर वे विपक्ष के निशाने पर हैं. डेंगू के मामले पर भले ही राजनीति हो, मगर यह सौ फीसदी सच है कि डेंगू से अब तक हुए करीब पचास मौत से सरकार पूरी तरह से बैकफुट पर आ गई है. डेंगू के डंक और जिम्मेदारों के गैर जिम्मेदाराना बयान से बीजेपी को इस बात की चिंता सता रही है कि अब उसके मिशन 65 प्लस का क्या होगा.
कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी का कहना है कि डेंगू की दहशत में भिलाई के प्रभावित इलाकों में लोगों के घरों में मेहमान तक आने से कतराने लगे हैं. इस बीमारी पर सरकार काबू पाने में नाकाम साबित हो रही है. विशेषज्ञ डॉ. राकेश गुप्ता का कहना है कि ये दु:खद पहलु है कि डेंगू ने इतना भयंकर रूप धारण किया. इसके बाद स्वास्थ्य मंत्री रवैया भी चिंताजनक रहा. हालांकि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि डेंगू पर हालात नियंत्रित करने निर्देश दिए गए हैं.
कांग्रेस का आरोप है कि भले ही मुख्यमंत्री डेंगू पर सतर्कता बरतने और गंभीरता से लेने की बात कह रहे हों, लेकिन मुख्यमंत्री की गंभीरता और संवेदनशीलता को पलिता लगाने के लिए स्वास्थ्य मंत्री अजय चंद्राकर का वह बयान ही काफी है, जिसमें स्वास्थ्य मंत्री ने यह कहा कि डेंगू से मौत उन लोगों की हो रही है जो इलाज के लिए देर से अस्पताल पहुंचे थे. इलाज के लिए जो पहले पहुंचे वे स्वस्थ्य होकर घर लौट आए हैं.
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Updated: February 19, 2019 05:47 PM ISTVIDEO: नक्सलियों के गढ़ में शहीदों को श्रद्धांजलि देने निकाला गया कैंडल मार्च