Chhattisgarh Budget Session 2021: गरमाया बढ़ते अपराध का मुद्दा, स्थगन प्रस्ताव पर जोरदार हंगामा

विधानसभा सत्र के दूसरे दिन बढ़ते अपराध के मुद्दे पर जमकर हंगामा हुआ.
छत्तीसगढ़ विधानसभा (Chhattisgarh Assembly Budget Session 2021) का दूसरा दिन हंगामे की भेंट चढ़ गया. जिस जरूरी मुद्दे पर विपक्ष ने चर्चा की मांग रखी थी उस पर केवल हंगामा हुआ और सदन बुधवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया. दूसरे दिन बढ़ते अपराध (Crime) के मुद्दे पर सदन गरमाया.
- News18 Chhattisgarh
- Last Updated: February 23, 2021, 6:05 PM IST
रायपुर. छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र Chhattisgarh Assembly Budget Session 2021) के दूसरे दिन प्रदेश में बढ़ते अपराध मसले को लेकर सदन गरमाया रहा. इस मुद्दे को लेकर विपक्ष ने स्थगन प्रस्ताव लाया और इस पर जमकर हंगामा किया जिसके बाद सत्र बुधवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया. मंगलवार को विपक्ष ने प्रदेश में बढ़ते अपराध, झीरम कांड (Jhiram Kand) और सरकार द्वारा लिए गए कर्ज समेत कई मुद्दों को लेकर प्रदेश सरकार को घेरा और बीजेपी विधायकों ने शून्यकाल में काम रोककर प्रदेश में बढ़ते अपराध पर चर्चा की मांग की. विपक्ष का स्थगन प्रस्ताव स्वीकार किया जाए या नहीं, इसे लेकर सदन में काफी देर तक चर्चा होती रही. लेकिन आसंदी ने प्रस्ताव अस्वीकार कर दिया.
इस दौरान नेता प्रतिपक्ष को बोलने की अनुमति नहीं दिए जाने से बीजेपी विधायक आक्रोशित हो गए और आसंदी के सामने ही नारेबाजी की और वेल में चले गये. बढ़ते अपराध को लेकर बीजेपी विधायक शिवरतन शर्मा ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश में अपराध बढ़ रहे हैं. हत्याएं हो रही है. उसकी वीडियो क्लिपिंग बनाई जा रही है
अपराध के मुद्दे पर सदन में हंगामा
बढ़ते अपराध के मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि बिलासपुर के विधायक ने खुद स्वीकारा था कि पुलिस किस तरह कमीशन मांगती है. ऐसा लगता है प्रदेश में सरकारी संरक्षण में लूट मची है. सरकारी शराब की दुकानों में दूसरे प्रदेश के शराब बिक रहे हैं. प्रदेश अपराध और नशेड़ियों का अड्डा बन चुका है. पुलिस जुए और वैश्यावृत्ति वाले को पकड़ती है क्योंकि वहां पैसा है, लेकिन दूसरे अपराधियों को नहीं पकड़ते. रात को पुलिस गश्त करती नहीं दिखती.वहीं इस मसले पर प्रदेश के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि विपक्ष के द्वारा ऐसा कहना ठीक नहीं कि प्रदेश में कानून व्यवस्था का राज नहीं है. अपराध पर पुलिस ने पूरी मुस्तैदी से काम कर रही है और ज्यादातर मामलों में आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है.
ये भी पढ़ें: दिल्ली से सीएम त्रिवेंद्र रावत को मिली अच्छी खबर, रेल मंत्री पीयूष गोयल ने इन प्रोजेक्ट्स को कहा 'OK'
एक बार फिर सदन में गूंजा झीरम का मुद्दा
बढ़ते अपराध पर चर्चा के दौरान झीरम मामले की गूंज फिर एक बार सदन में सुनाई दी. वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने झीरम नक्सल हमले की याद दिलाते हुए कहा कि झीरम कांड से बड़ी आज तक कोई घटना छत्तीसगढ़ में नहीं हुई. इसके दोषी गिरफ्तार नहीं हुए और सजा नहीं मिली. हम सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं क्यों अनुमति नहीं देते? इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि पहले कहते थे सबूत है, तो अब वह सामने क्यों नहीं लाते. इसके जवाब में सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि हमने एसआईटी जांच झीरम पर बिठाई. केंद्रीय गृह मंत्री से बात भी की. लेकिन हमें जांच का जिम्मा नहीं देते. उन्होंने सवाल किया कि आखिर क्यों उन्हें जांच से रोका जा रहा है.
इस दौरान नेता प्रतिपक्ष को बोलने की अनुमति नहीं दिए जाने से बीजेपी विधायक आक्रोशित हो गए और आसंदी के सामने ही नारेबाजी की और वेल में चले गये. बढ़ते अपराध को लेकर बीजेपी विधायक शिवरतन शर्मा ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश में अपराध बढ़ रहे हैं. हत्याएं हो रही है. उसकी वीडियो क्लिपिंग बनाई जा रही है
अपराध के मुद्दे पर सदन में हंगामा
बढ़ते अपराध के मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि बिलासपुर के विधायक ने खुद स्वीकारा था कि पुलिस किस तरह कमीशन मांगती है. ऐसा लगता है प्रदेश में सरकारी संरक्षण में लूट मची है. सरकारी शराब की दुकानों में दूसरे प्रदेश के शराब बिक रहे हैं. प्रदेश अपराध और नशेड़ियों का अड्डा बन चुका है. पुलिस जुए और वैश्यावृत्ति वाले को पकड़ती है क्योंकि वहां पैसा है, लेकिन दूसरे अपराधियों को नहीं पकड़ते. रात को पुलिस गश्त करती नहीं दिखती.वहीं इस मसले पर प्रदेश के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि विपक्ष के द्वारा ऐसा कहना ठीक नहीं कि प्रदेश में कानून व्यवस्था का राज नहीं है. अपराध पर पुलिस ने पूरी मुस्तैदी से काम कर रही है और ज्यादातर मामलों में आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है.
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एक बार फिर सदन में गूंजा झीरम का मुद्दा
बढ़ते अपराध पर चर्चा के दौरान झीरम मामले की गूंज फिर एक बार सदन में सुनाई दी. वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने झीरम नक्सल हमले की याद दिलाते हुए कहा कि झीरम कांड से बड़ी आज तक कोई घटना छत्तीसगढ़ में नहीं हुई. इसके दोषी गिरफ्तार नहीं हुए और सजा नहीं मिली. हम सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं क्यों अनुमति नहीं देते? इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि पहले कहते थे सबूत है, तो अब वह सामने क्यों नहीं लाते. इसके जवाब में सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि हमने एसआईटी जांच झीरम पर बिठाई. केंद्रीय गृह मंत्री से बात भी की. लेकिन हमें जांच का जिम्मा नहीं देते. उन्होंने सवाल किया कि आखिर क्यों उन्हें जांच से रोका जा रहा है.