रायपुर में IT रेड का Side Effect, सरकार ने इस 'खास' इलाके में लगाई धारा-144

मंगलवार रात सरकार ने ये आदेश जारी किया है.
दरअसल, जयस्तंभ चौक पर अघोषित 'शाहीन बाग' को सरकार के खुले समर्थन का आरोप लगता रहा है. रात के अंधेरे में सरकार के सलाहकार से मंत्री तक को इसके के समर्थन में आवाज बुलंद करते देखा जा चुकी है.
- News18 Chhattisgarh
- Last Updated: March 4, 2020, 1:49 PM IST
रायपुर. सीएए-एनआरसी (CAA-NRC) के विरोध में राजधानी रायपुर (Raipur) के जयस्तंभ चौक पर बने तथाकथित शाहीन बाग (Shaheen Bagh) पर आयकर विभाग (Income ax Department) का छापा भारी पड़ गया है. पिछले ढाई महिनों से जारी प्रदर्शन पर जिला प्रशासन ने अचानक सख्ती दिखाते हुए पूरे क्षेत्र में धारा 144 लगा दिया है. इसे सरकार के बेहद 'करीबियों' के ठिकानों पर आयकर की दबिश के बाद की कार्रवाई से जोड़कर देखा जा रहा है. दबी जुबान में जानकार मानते हैं कि आयकर विभाग की ताबड़तोड़ छापा (IT Raid) से सरकार के और उनके बेहद करीबी हिल गए हैं. ऐसे में आने वाले कुछ समय तक ऐसा कुछ भी नहीं करना चाहते जिससे केंद्र की नजर में राज्य सरकार आए. दरअसल, जयस्तंभ चौक पर अघोषित 'शाहीन बाग' को सरकार के खुले समर्थन का आरोप लगता रहा है. रात के अंधेरे में सरकार के सलाहकार से मंत्री तक को इसके के समर्थन में आवाज बुलंद करते देखा जा चुकी है.
अचानक सरकार ने लिया ये फैसला
आपको बता दें कि आयकर विभाग के छापे के बाद अचानक से जिला प्रशासन हरकत में आ गया. जिला प्रशासन ने मंगलवार देर रात क्षेत्र में धारा 144 लगाकर प्रदर्शकारियों को वहां से हटा दिया. जिला प्रशासन ने जयस्तंभ चौक के साथ-साथ वहां पहुंचने वाली तीन प्रमुख रास्तों पर भी धारा 144 लगा दिया, जिसमें तात्यापारा चौक से शास्त्री चौक, सिटी कोतवाली से जयस्तंभ चौक, गुरूनानक चौक से शादरा चौक, सत्तीबाजार हनुमान मंदिर से सिटी कोतवाली चौक शामिल है. प्रशासन ने बीती देर रात आदेश जारी करते हुए इन रास्तों पर आयोजन, धरना-प्रदर्शन, जुलुस सहित सभी तरह की सामूहिक गतिविधियों पर रोक लगा दी है,. प्रशास ने 4 अप्रैल तक के लिए यह आदेश जारी किया है.
राज्य और केंद्र के बीच बढ़ी तल्ख़ी
छत्तीसगढ़ में सत्ता परिवर्तन के बाद से कांग्रेस के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) ने केंद्र के प्रति आक्रमक रवैये के साथ अपनी पारी की शुरुआत की. गाहे-बगाहे मौका तलाश सीएम बघेल से लेकर सरकार के अंग तक ने केंद्र को गरियाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी. इतना ही नहीं गोडसे और गांधी का विवाद भी छत्तीसगढ़ की ही देन रही जिसकी गूंज देशभर में सुनाई दी. बात चाहे मनरेगा भुगतान का हो, प्रधानमंत्री आवास योजना में लंबित भुगतान का, जीएसटी के राज्यांश का, 2500 में धान खरीदी का हो या फिर धान से एथेनॉल बनाने की स्वीकृति, हर बात पर केंद्र और राज्य आमने-सामने हुए है जिसका सीधा असर राज्य के विकास पर देखा जा रहा है. इन सब के बीच केंद्र की एजेंसी आयकर विभाग ने सरकार के बेहद करीबियों के ठिकाने पर दबिश दे दी. इसके बाद सत्ताधारी दल ने इसे राज्य सरकार को अस्थिर करने की कोशिश करार दे दिया.

शाहीन बाग बनाम हनुमानगढ़ी
राजधानी रायपुर का हृदय स्थल कहे जाने वाले जयस्तंभ चौक के आस-पास से रात के समय में अगर आप बीते एक-दो महीनों में भी गुजरे होंगे तो आपको यह अहसास जरूर हुआ होगा की देश में आज सभी मुद्दें गौण है शाहीन बाग बनाम हनुमानगढ़ी के आगे. दरअसल जयस्तंभ चौक का शाहीन बाग हो या फिर शारदा चौक का हनुमानगढ़ी, दोनों स्थानों पर विचारों की लड़ाई लड़ने वाले दो-चार सौ लोग आपको आसानी से दिखाई दिए होंगे.
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अचानक सरकार ने लिया ये फैसला
आपको बता दें कि आयकर विभाग के छापे के बाद अचानक से जिला प्रशासन हरकत में आ गया. जिला प्रशासन ने मंगलवार देर रात क्षेत्र में धारा 144 लगाकर प्रदर्शकारियों को वहां से हटा दिया. जिला प्रशासन ने जयस्तंभ चौक के साथ-साथ वहां पहुंचने वाली तीन प्रमुख रास्तों पर भी धारा 144 लगा दिया, जिसमें तात्यापारा चौक से शास्त्री चौक, सिटी कोतवाली से जयस्तंभ चौक, गुरूनानक चौक से शादरा चौक, सत्तीबाजार हनुमान मंदिर से सिटी कोतवाली चौक शामिल है. प्रशासन ने बीती देर रात आदेश जारी करते हुए इन रास्तों पर आयोजन, धरना-प्रदर्शन, जुलुस सहित सभी तरह की सामूहिक गतिविधियों पर रोक लगा दी है,. प्रशास ने 4 अप्रैल तक के लिए यह आदेश जारी किया है.

जिला प्रशासन ने जयस्तंभ चौक के साथ-साथ वहां पहुंचने वाली तीन प्रमुख रास्तों पर भी धारा 144 लगा दिया,
छत्तीसगढ़ में सत्ता परिवर्तन के बाद से कांग्रेस के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) ने केंद्र के प्रति आक्रमक रवैये के साथ अपनी पारी की शुरुआत की. गाहे-बगाहे मौका तलाश सीएम बघेल से लेकर सरकार के अंग तक ने केंद्र को गरियाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी. इतना ही नहीं गोडसे और गांधी का विवाद भी छत्तीसगढ़ की ही देन रही जिसकी गूंज देशभर में सुनाई दी. बात चाहे मनरेगा भुगतान का हो, प्रधानमंत्री आवास योजना में लंबित भुगतान का, जीएसटी के राज्यांश का, 2500 में धान खरीदी का हो या फिर धान से एथेनॉल बनाने की स्वीकृति, हर बात पर केंद्र और राज्य आमने-सामने हुए है जिसका सीधा असर राज्य के विकास पर देखा जा रहा है. इन सब के बीच केंद्र की एजेंसी आयकर विभाग ने सरकार के बेहद करीबियों के ठिकाने पर दबिश दे दी. इसके बाद सत्ताधारी दल ने इसे राज्य सरकार को अस्थिर करने की कोशिश करार दे दिया.

छत्तीसगढ़ में सत्ता परिवर्तन के बाद से कांग्रेस के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) ने केंद्र के प्रति आक्रमक रवैये के साथ अपनी पारी की शुरुआत की थी.
शाहीन बाग बनाम हनुमानगढ़ी
राजधानी रायपुर का हृदय स्थल कहे जाने वाले जयस्तंभ चौक के आस-पास से रात के समय में अगर आप बीते एक-दो महीनों में भी गुजरे होंगे तो आपको यह अहसास जरूर हुआ होगा की देश में आज सभी मुद्दें गौण है शाहीन बाग बनाम हनुमानगढ़ी के आगे. दरअसल जयस्तंभ चौक का शाहीन बाग हो या फिर शारदा चौक का हनुमानगढ़ी, दोनों स्थानों पर विचारों की लड़ाई लड़ने वाले दो-चार सौ लोग आपको आसानी से दिखाई दिए होंगे.
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