छत्तीसगढ़: कोरोना काल ने छीने छात्रों के बोनस अंक, 10 से 20 नंबरों का नुकसान

स्कूल में एनसीसी. एनएसएस, खेल कूद के साथ साथ अन्य कैटेगरी में छात्रों एक्स्ट्रा नंबर दिए जाते हैं. ये नंबर 10 से 20 तक होते हैं. जोकि इस बार छात्रों को मिलना मुश्किल हैं.
स्कूल में एनसीसी. एनएसएस, खेल कूद के साथ साथ अन्य कैटेगरी में छात्रों एक्स्ट्रा नंबर दिए जाते हैं. ये नंबर 10 से 20 तक होते हैं. जोकि इस बार छात्रों को मिलना मुश्किल हैं.
- News18Hindi
- Last Updated: January 22, 2021, 11:37 AM IST
रायपुर. छत्तीसगढ़ में इस बार दसवीं और बारहवीं बोर्ड में स्टूडेंट्स को बोनस मिलना थोड़ा मुश्किल नजर आ रहा है. माना जा रहा है कि कोरोना संक्रमण की वजह से बीते कई महीनों से स्कूल में पढ़ाई के अलावा अन्य गतिविधियों पर रोक लगने के चलते इस बार बच्चों को ये नंबर नहीं मिलेंगे. बता दें कि स्कूल में एनसीसी. एनएसएस, खेल कूद के साथ साथ अन्य कैटेगरी में छात्रों एक्स्ट्रा नंबर दिए जाते हैं. ये नंबर 10 से 20 तक होते हैं.
कोरोना के चलते महीनों से स्कूल बंद चल रहे हैं. ऐसे में किसी भी अन्य गतिविधि का आयोजन नहीं हो पा रहा है. ऐसे में छात्रों को बोनस नंबरों की पात्रता के लिए कोई सर्टिफिकेट नहीं मिलेगा. जिसके चलते छात्रों को कोई भी बोनस अंक नहीं मिलेगा. पिछली बार के दसवीं और बारहवीं के रिजल्ट पर नजर डाली जाए तो क्रमश: 1777 और 1721 छात्रों को बोनस अंक मिले थे.
माध्यमिक शिक्षा मंडल ने दसवीं और बारहवीं के छात्रों को बोनस नंबर देने का प्रावधान किया था. इन नंबरों को देने की यही वजह थी कि जो छात्र पढ़ाई के साथ साथ एनसीसी जैसी अन्य गतिविधियों से जुड़े रहते हैं वो पढ़ाई पर अच्छे से ध्यान नहीं देते हैं. ऐसे में उनके लिए बोनस अंकों का प्रावधान किया गया. माध्यमिक शिक्षा मंडल के अधिकारियों का कहना है कि उन्हें लोक शिक्षण संचालनालय से बोनस नंबर के लिए लिस्ट मिलती है. जिसके अनुसार ही कार्रवाई की जाती है, लेकिन इस बार लिस्ट नहीं आने के चलते नंबर भी नहीं मिलेंगे
कोरोना के चलते महीनों से स्कूल बंद चल रहे हैं. ऐसे में किसी भी अन्य गतिविधि का आयोजन नहीं हो पा रहा है. ऐसे में छात्रों को बोनस नंबरों की पात्रता के लिए कोई सर्टिफिकेट नहीं मिलेगा. जिसके चलते छात्रों को कोई भी बोनस अंक नहीं मिलेगा. पिछली बार के दसवीं और बारहवीं के रिजल्ट पर नजर डाली जाए तो क्रमश: 1777 और 1721 छात्रों को बोनस अंक मिले थे.
माध्यमिक शिक्षा मंडल ने दसवीं और बारहवीं के छात्रों को बोनस नंबर देने का प्रावधान किया था. इन नंबरों को देने की यही वजह थी कि जो छात्र पढ़ाई के साथ साथ एनसीसी जैसी अन्य गतिविधियों से जुड़े रहते हैं वो पढ़ाई पर अच्छे से ध्यान नहीं देते हैं. ऐसे में उनके लिए बोनस अंकों का प्रावधान किया गया. माध्यमिक शिक्षा मंडल के अधिकारियों का कहना है कि उन्हें लोक शिक्षण संचालनालय से बोनस नंबर के लिए लिस्ट मिलती है. जिसके अनुसार ही कार्रवाई की जाती है, लेकिन इस बार लिस्ट नहीं आने के चलते नंबर भी नहीं मिलेंगे