ट्रांसजेंडर ने 15 दिन पहले कराया था लिंग परिवर्तन, इलाज के दौरान हुई मौत

मरीज की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का लगाया आरोप
रायपुर के डीकेएस अस्पताल में डाक्टरों की लापरवाही से एक मरीज की जान चली गई, जिसके बाद परिजनों ने डॉक्टरों पर गंभीर आरोप लगाए है.
- News18 Chhattisgarh
- Last Updated: October 9, 2019, 8:36 AM IST
रायपुर. छत्तीसगढ़ के रायपुर के डीकेएस अस्पताल (DKS Hospital) में डाक्टरों की लापरवाही से एक मरीज की जान चली गई. बता दें कि अस्पताल में ट्रांसजेंडर (transgender) ने 15 दिन पहले ऑपरेशन के जरिए लिंग परिवर्तन (gender change) कराया था. जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई. ऑपरेशन (operation) के बाद पता चला कि डॉक्टर पेशाब का नली निकालना ही भूल गए थे. मौत के बाद गुस्साएं परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है. परिजन पोस्टमार्टम कराने पर अड़े हुए हैं. और डाक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
ऑपरेशन के दौरान यूरिन नली निकालना ही भूल गए डॉक्टर
परिजनों का आरोप है कि उन्होंने जेड़र परिवर्तन करने के लिए अस्पताल में भर्ती कराया था. डॉक्टरों ने इसके लिए ऑपरेशन तो किया, लेकिन ऑपरेशन के दौरान यूरिन नली निकालनें ही भूल गए. बाद में अंदरुनी यूरिन रिसाव के कारण इन्फेक्शन हो गया, जिसके बाद दोबारा आपरेशन किया गया, लेकिन इलाज के दौरान मरीज की मौत हो गई.
डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे परिजनमामले की जानकारी मिलते ही ट्रासजेंडर वहां पहुंच गए और मामला को गंभीर बताते हुए जांच और मुआवजे की मांग कर रहें है. वहीं ट्रासजेंड संघ के लोगों ने अस्पताल प्रबंधन पर एक गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बिना प्लास्टिक सर्जन की मौजूदगी में ऑपरेशन करने का भी खुलासा किया. फिलहाल ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
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ऑपरेशन के दौरान यूरिन नली निकालना ही भूल गए डॉक्टर
परिजनों का आरोप है कि उन्होंने जेड़र परिवर्तन करने के लिए अस्पताल में भर्ती कराया था. डॉक्टरों ने इसके लिए ऑपरेशन तो किया, लेकिन ऑपरेशन के दौरान यूरिन नली निकालनें ही भूल गए. बाद में अंदरुनी यूरिन रिसाव के कारण इन्फेक्शन हो गया, जिसके बाद दोबारा आपरेशन किया गया, लेकिन इलाज के दौरान मरीज की मौत हो गई.
डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे परिजनमामले की जानकारी मिलते ही ट्रासजेंडर वहां पहुंच गए और मामला को गंभीर बताते हुए जांच और मुआवजे की मांग कर रहें है. वहीं ट्रासजेंड संघ के लोगों ने अस्पताल प्रबंधन पर एक गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बिना प्लास्टिक सर्जन की मौजूदगी में ऑपरेशन करने का भी खुलासा किया. फिलहाल ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
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