पुलिस आंदोलन को तूल दे रहा सोशल मीडिया में वायरल एक "LETTER"

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पुलिसकर्मियों के आंदोलन को हवा देने सोशल मीडिया में भी कई चीजे शेयर की जा रही है. ऐसा ही इक वायल लेटर अब चर्चा का विषय बनता जा रहा है.
- News18 Chhattisgarh
- Last Updated: June 22, 2018, 2:08 PM IST
वेतन,भत्ते समेत कई मांगों को लेकर पूरे प्रदेश में पुलिसकर्मियों के परिजन लामबंद हो रहे है. प्रशसानिक सख्ती के बावजूद 25 जून को राजधानी रायपुर में धरना प्रदर्शन करने पर अड़े हुए है. पुलिसकर्मियों के परिजनों के आंदोलन से पहले जिले से लेकर पीएचक्यू तक में हड़कंप है. वहीं दूसरी ओर आंदोलन को हवा देने सोशल मीडिया में भी कई चीजे शेयर की जा रही है. ऐसा ही इक वायल लेटर अब चर्चा का विषय बनता जा रहा है.
बता दें कि इन दिनों सोशल मीडिया में एक लेटर वायर हो रहा है. इस वायरल लेटर में एक प्रधान ने पुलिस अधीक्षक से अपनी पत्नी को मारने की अनुमति मांगी है ताकि वो रायपुर में होने वाले प्रदर्शन में भाग ने ले सके.

लेटर रायगढ़ में कार्यक्रत प्रधान आरक्षक संजय कुमार का बताया जा रहा है. लेटर में प्रधान आरक्षक ने पुलिस अधीक्षक से कहा है कि उनकी पत्नी पुलिस परिवार के धरना प्रदर्शन में शामिल होने रायपुर जाना चाहती है. प्रदर्शन में शामिल होने से रोकने के लिए उसने एसपी से पत्नी को मारने पीटने की अनुमति मांगी है.वहीं दूसरी ओर पुलिस महकमे ने इस पूरे मामले को कोरी अफवाह बताया है. रायगढ़ एएसपी का कहना है कि संजय कुमार नाम का कोई प्रधान आरक्षक वहां पदस्थ है ही नहीं. एएसपी ने कहा कि थाने में ऐसा कोई भी मामले नहीं आया है. लेटर जो सोशल मीडिया में वायरल किया जा रहा है वो फर्जी है और पूरा मामले केवल अफवाह है.
बता दें कि इन दिनों सोशल मीडिया में एक लेटर वायर हो रहा है. इस वायरल लेटर में एक प्रधान ने पुलिस अधीक्षक से अपनी पत्नी को मारने की अनुमति मांगी है ताकि वो रायपुर में होने वाले प्रदर्शन में भाग ने ले सके.

लेटर रायगढ़ में कार्यक्रत प्रधान आरक्षक संजय कुमार का बताया जा रहा है. लेटर में प्रधान आरक्षक ने पुलिस अधीक्षक से कहा है कि उनकी पत्नी पुलिस परिवार के धरना प्रदर्शन में शामिल होने रायपुर जाना चाहती है. प्रदर्शन में शामिल होने से रोकने के लिए उसने एसपी से पत्नी को मारने पीटने की अनुमति मांगी है.वहीं दूसरी ओर पुलिस महकमे ने इस पूरे मामले को कोरी अफवाह बताया है. रायगढ़ एएसपी का कहना है कि संजय कुमार नाम का कोई प्रधान आरक्षक वहां पदस्थ है ही नहीं. एएसपी ने कहा कि थाने में ऐसा कोई भी मामले नहीं आया है. लेटर जो सोशल मीडिया में वायरल किया जा रहा है वो फर्जी है और पूरा मामले केवल अफवाह है.