रामनवमी के मौके पर मंदिरों में लगा भक्तों का तांता

रामनवमी के मौके पर मंदिरों में लगा भक्तों का तांता
सूरजपुर जिले में नवमी के मौके पर पूरे मंदिरों में भक्तों का तांता लगा हुआ है. यहां जिले का प्राचीन धाम कुदरगढ़ में हर साल की तरह इस साल भी चैत्र नवरात्र में पूरे 9 दिनों तक छत्तीसगढ़ समेत दूसरे राज्यों से भी श्रद्धालु पूजा अर्चना के लिए पहुंच रहे हैं.
- News18 Chhattisgarh
- Last Updated: March 25, 2018, 3:52 PM IST
छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में चैत्र नवरात्रि में जहां एक ओर पूरे नवरात्र भक्तिमय माहौल बना रहा, वहीं रविवार को नवमी के मौके पर पूरे मंदिरों में भक्तों का तांता लगा हुआ है. यहां जिले का प्राचीन धाम कुदरगढ़ में हर साल की तरह इस साल भी चैत्र नवरात्र में पूरे 9 दिनों तक छत्तीसगढ़ समेत दूसरे राज्यों से भी श्रद्धालु पूजा अर्चना के लिए पहुंच रहे हैं.
वहीं इस मौके पर माता के दर्शन के लिए पहाड़ पर चढ़कर हजारों लोग पूजा अर्चना करते नजर आए. आपको बता दें कि यहां कुदरगढ़ धाम की मान्यता यह है कि 100 सालों से भी ज्यादा समय से माता पहाड़ में विराजमान है. यहां आने वाले श्रद्धालुओं की मानें तो यहां उनके द्वारा मांगी गई हर मन्नत पूरी होती है.
वहीं कुदरगढ़ धाम में विशाल मेले का भी आयोजन किया गया है. श्रद्धालुओं और हजारों की संख्या में आने वाले भक्तों के मद्देनजर भारी संख्या में पुलिस बल भी तैनात किए गए हैं.
मामले में यहां पहुंचे बैगा रामधीन का कहना है कि कुदरगढ़ धाम बहुत ही प्राचीन धाम है. बहुत साल पहले यहां राजा बालेंद्र रहते थे, जिनकी वहां कुल देवी थी. इसके बाद राजा चौहान आए, जिन्होंने इष्ट देवी की स्थापना कर दी.ऐसे में यहां कुदरगढ़ धाम में विराजमान देवी के दर्शन के लिए छत्तीसगढ़ के अलावा दूसरे राज्यों से भी लोग यहां पहुंचते हैं.
वहीं इस मौके पर माता के दर्शन के लिए पहाड़ पर चढ़कर हजारों लोग पूजा अर्चना करते नजर आए. आपको बता दें कि यहां कुदरगढ़ धाम की मान्यता यह है कि 100 सालों से भी ज्यादा समय से माता पहाड़ में विराजमान है. यहां आने वाले श्रद्धालुओं की मानें तो यहां उनके द्वारा मांगी गई हर मन्नत पूरी होती है.
वहीं कुदरगढ़ धाम में विशाल मेले का भी आयोजन किया गया है. श्रद्धालुओं और हजारों की संख्या में आने वाले भक्तों के मद्देनजर भारी संख्या में पुलिस बल भी तैनात किए गए हैं.
मामले में यहां पहुंचे बैगा रामधीन का कहना है कि कुदरगढ़ धाम बहुत ही प्राचीन धाम है. बहुत साल पहले यहां राजा बालेंद्र रहते थे, जिनकी वहां कुल देवी थी. इसके बाद राजा चौहान आए, जिन्होंने इष्ट देवी की स्थापना कर दी.ऐसे में यहां कुदरगढ़ धाम में विराजमान देवी के दर्शन के लिए छत्तीसगढ़ के अलावा दूसरे राज्यों से भी लोग यहां पहुंचते हैं.