होम /न्यूज /छत्तीसगढ़ /Ambikapur: छात्रों के भविष्य से सरकार का खिलवाड़ जारी , पंचायत भवन से हो रहा स्कूल और पीडीएस दुकान का संचालन

Ambikapur: छात्रों के भविष्य से सरकार का खिलवाड़ जारी , पंचायत भवन से हो रहा स्कूल और पीडीएस दुकान का संचालन

X
पीडीएस

पीडीएस दुकान के साथ संचालित स्कूल

सरगुजा जिले के ग्राम पंचायत रेवापुर में प्राइमरी स्कूल, पीडीएस दुकान और पंचायत का कामकाज एक ही भवन अर्थात पंचायत भवन मे ...अधिक पढ़ें

रिपोर्ट : निखिल मित्रा

अम्बिकापुर. छत्तीसगढ़ में शिक्षा व्यवस्था सुधारने के लिए तमाम कवायद किया जा रहा है , स्वामी आत्मानंद जैसे इंग्लिश मीडियम स्कूल खोले जा रहे है. स्मार्ट बोर्ड के जरिए हाईटेक शिक्षा दी जा रही है, वहीं सरगुजा जिले में एक ऐसा गांव भी है जहां आज पिछले कई सालों से पंचायत भवन में ही स्कूल और पीडीएस की दुकान संचालित हो रही है.

सरगुजा जिले के ग्राम पंचायत रेवापुर में प्राइमरी स्कूल, पीडीएस दुकान और पंचायत का कामकाज एक ही भवन अर्थात पंचायत भवन में संचालित होता है. पंचायत भवन में संचालित प्राथमिक शाला रेवापुर में पहली से लेकर पांचवी के 54 बच्चे वर्तमान में पढ़ रहे हैं. एक ही भवन में पंचायत का कामकाज, पीडीएस दुकान और स्कूल संचालित हो रही है. जिससे बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है.

बच्चों की पढ़ाई हो रही बाधित
ग्रामीणों के राशन लेने आने पर भीड़ की वजह से बच्चों की पढ़ाई बाधित होती है . पहले सिर्फ ग्राम सभा होने पर समस्या आती थी लेकिन बाद में पीडीएस दुकान खुलने से समस्या और बढ़ गई है. इस स्कूल में पदस्थापित शिक्षिका मन भजनी बाई का कहना है कि स्कूल के जर्जर होने के बाद 2016 से पंचायत भवन में स्कूल का संचालन हो रहा है. जिससे बच्चों को पढ़ाने में समस्या आ रही है. जिसकी जानकारी शिक्षा विभाग के अधिकारियों को दे दी गई है. अब तक कोई सुनवाई नहीं हो पाई है.

शिक्षा विभाग है अनजान
इधर शिक्षा विभाग के अधिकारियों को इस बात की जानकारी ही नहीं है. जिला शिक्षा अधिकारी का कहना है कि जिले में 50 ऐसे विद्यालय है जो भवन विहीन है. मामला संज्ञान आने के बाद जांच कराने और आने वाले शिक्षा सत्र में विद्यालय परिसर में स्कूल संचालित करने कि बात कही जा रही है .

अधर में लटका छात्रों का भविष्य
प्रदेश सरकार एक ओर स्कूली बच्चों के शिक्षा स्तर को बढ़ाने के लिए शासकीय स्कूल को प्राइवेट स्कूल के तर्ज पर पढ़ाई कराने के कावयद में लगी है. वहीं पुराने प्राइमरी स्कूल की हालत बद से बदतर होती जा रही है. ऐसे में स्कूल में पढ़ने वाले नौनिहाल का भविष्य अधर में लटका हुआ है. बहरहाल अब देखना होगा कि नौनिहालों को स्कूल भवन मिलता है या इसी तरह पंचायत भवन में ही स्कूल, पीडीएस और पंचायत के काम काज चलता रहेगा .

Tags: Ambikapur News, Chhattisgarh news

टॉप स्टोरीज
अधिक पढ़ें