विभागीय जांच और ट्रांसफर को लेकर तनाव में थी पारुल हरबर्ट.
रिपोर्ट- निखिल मित्रा
अंबिकापुर. छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में खुदकुशी का एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. एसईसीएल की महिला कर्मचारी अपनी मां के साथ रह रही थी. एक सप्ताह पहले उसका तबादला एसईसीएल रीजनल स्टोर से बिश्रामपुर सेंट्रल हॉस्पिटल में कर दिया गया. इस कारण मानसिक तनाव से जूझ रही महिला अपना तबादला स्वीकार नहीं कर सकी और उसने गुरुवार-शुक्रवार दरमियानी रात अपने कमरे में लगे सीलिंग फैन मैं लटककर खुदकुशी कर ली. स्थानीय लोगों द्वारा पुलिस को सूचना दी गई. पुलिस की मौजूदगी में शव को उतारा गया और इस मामले में मर्ग कायम कर पुलिस जांच में जुटी है.
बिश्रामपुर एससीसीएल क्षेत्र के रीजनल स्टोर में डाटा एंट्री के पद पर पदस्थ 42 वर्षीय महिला पारुल की आत्महत्या के केस के बारे में पता चला है कि सुबह जब पारुल की मां नीलिमा हरबर्ट ने दरवाजा खटखटाया तो दरवाजा नहीं खोला. पारुल पहले ही मानसिक तनाव में थी. यह बात मां जानती थी. किसी अनहोनी की आशंका में पारुल की माँ ने पड़ोसियों को बुला लिया. पुलिस को सूचना दे दी. पुलिस के पहुंचते ही दरवाजा खोला गया तो पारुल फांसी पर लटकी मिली. उसके हाथ की नस भी कटी हुई मिली.
एसईसीएल विश्रामपुर क्षेत्र के कार्मिक प्रबंधक ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि मृतका पारुल हरबर्ट के विरुद्ध सहकर्मियों से दुर्व्यवहार करने के आरोप में एक समिति गठित कर जांच कराई गई थी. जांच में उसके खिलाफ आरोप सही पाए जाने पर उसका तबादला केंद्रीय चिकित्सालय विश्रामपुर में कर दिया गया था. इसी बात से वह काफी नाराज थी.
साथी कर्मचारियों ने एसईसीएल में पारुल के निधन पर शोक व्यक्त किया. बताया जा रहा है कि तबादला होने की सूरत में पारुल ने क्षेत्रीय प्रबंधन पर मानसिक रूप से प्रताडि़त करने की बात भी कही थी. साथ ही आत्महत्या की धमकी भी दी थी. इसके बाद प्रबंधन के अधिकारियों ने उसे समझाया भी था.
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