छत्तीसगढ़ी में पढ़ें- सुरता 'खुमान साव' के: लोक संगीत के 'राजा' बिन सुन्ना होगे 'चंदैनी गोंदा'

खुमान साव एक अइसे नाव जेन हमर लोक संगीत के राजा रहिन. एक अइसे नाव जेखर बारे में पढ़े कम फेर सुने जियादा हव.
वइसे चंदैनी गोंदा के 'राजा' खुमान साव के संगीत ल सुन के लगथे सुनते रहेव. लक्ष्मण मस्तुरिया के गीत अउ खुमान बबा के संगीत के असर आज पूरा छत्तीसगढ़ म, सब छत्तीसगढ़िया मन के रग-रग म बगरे हे.
- News18Hindi
- Last Updated: September 8, 2020, 1:01 PM IST
खुमान साव एक अइसे नाव जेन हमर लोक संगीत के राजा रहिन. एक अइसे नाव जेखर बारे में पढ़े कम फेर सुने जियादा हव. सितंबर महीना ह खुमान बबा सुरता करे होथे. इही महीना 5 सितबंर 1929 को खुमान साव के जनम होय रहिस. साजा-कोगिंया के रहईया मोर संगवारी डोशन खुमान बबा के बारे में खूब चरचा करय. गाँव-गँवई म जनम लेव ह त लकई ले नाचा-गम्मत देखें हव. फेर सहर म आय त नाचा-गम्मत ले दूरिहा होंगे. फेर मन म ये बात रहय कि एक पइत 'चंदैनी गोंदा' के नाचा देख लेतेव. एक पइत खुमान बबा ल आँखी देखा-सुन लेतेव. अइसन न लकई म होइस, न पढ़ई-लिखई के दिन म, न नौकरी-चाकरी के दिन म.
यूट्यूब के जमाना आइस त 'चंदैनी-गोंदा' भी देखे ल मिलिस अउ खुमान बबा के धुन ल सुने बर भी. फेर मन म एक बात जरूर रहय के एक पइत भेंट बबा ले हो जतिस. मन के इक्छा पूरा होगे. एक पइत खुमान बबा रइपुर आय रहिन. रइपुर म संस्कृति बिभाग म. संग म संजीव तिवारी भईया रहिन. महूँ संस्कृति बिभाग पहुँच गेव. राहुल सर के कमरा म खुमान बबा ले भेंट होगे. गोठ-बात होइस. लोक-कलाकार मन अउ सरकार ल लेके. भेंट कमती बेरा के रहिस.
एला घलोग पढ़ो: अड़बड़ सुग्घर लागथे छत्तीसगढ़ी भाखा के मुहावरा, कहावत अऊ लोकोक्ति
फेर ये बात सिरतोन हरय उँखर धुन म एक जादू हे. जइसे जादू हावय चंदैनी म. जइसे जादू हावय गोंदा म. अंगना के रिग-बिग फूले चंदैनी गोंदा ल देख के जइसे लगथे देखते रहव. वइसे चंदैनी गोंदा के 'राजा' खुमान साव के संगीत ल सुन के लगथे सुनते रहेव. लक्ष्मण मस्तुरिया के गीत अउ खुमान बबा के संगीत के असर आज पूरा छत्तीसगढ़ म, सब छत्तीसगढ़िया मन के रग-रग म बगरे हे. लोक संगीत के 'राजा' खुमान साव बिना चंदैनी गोंदा सुन्ना होगे. जब कभू आप के अंगना-बारी मन म चंदैनी-गोंदा दिखही, आप मन ल खुमान बबा के सुरता जरूर आही.
यूट्यूब के जमाना आइस त 'चंदैनी-गोंदा' भी देखे ल मिलिस अउ खुमान बबा के धुन ल सुने बर भी. फेर मन म एक बात जरूर रहय के एक पइत भेंट बबा ले हो जतिस. मन के इक्छा पूरा होगे. एक पइत खुमान बबा रइपुर आय रहिन. रइपुर म संस्कृति बिभाग म. संग म संजीव तिवारी भईया रहिन. महूँ संस्कृति बिभाग पहुँच गेव. राहुल सर के कमरा म खुमान बबा ले भेंट होगे. गोठ-बात होइस. लोक-कलाकार मन अउ सरकार ल लेके. भेंट कमती बेरा के रहिस.
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महतारी अस्मिता के चिन्हारी
हम सबके गरब-सुवाभिमान हे
अमर रइही नाव जग म
छत्तीसगढ़ के रतन बेटा खुमान हे