बिहार में बारिश और बाढ़ से कई जिलों में हाल हुआ बेहाल
Agency:News18India.com
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हालात इस कदर बदतर हैं कि बच्चों को नाव से स्कूल जाना पड़ रहा है जबकि मरीजों को अस्पताल तक पहुंचने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है। लोगों का आरोप है कि प्रशासन की तरफ से कोई मदद नहीं दी जा रही है।

बिहार। बिहार में बारिश और बाढ़ से अब तक 9 लोगों की मौत हो गई है। बिहार के सीतामढ़ी, सुपौल, अररिया, गोपालगंज समेत कई जिले बाढ़ जैसे हालात से जूझ रहे हैं। नेपाल के पहाड़ी इलाकों में हो रही बारिश के चलते सीतामढ़ी के बागमती नदी के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। नदी में पानी बढ़ने से शिवहर-सीतामढ़ी एन एच 104 पर बाढ़ के पानी का तेज बहाव है जिससे वहां से गुजरने वाले लोगों की परेशानी बढ़ गई है। उ
धर सुपौल में पिछले चार दिनों से बाढ़ पीड़ितों को राहत सामिग्री नहीं मिलने से नाराज़ पीड़ितो ने बिहार सरकार के मंत्री का घेराव किया। अररिया के नरपतगंज में तटबंध टूट जाने से 12 पंचायतों में बाढ़ का पानी घुस गया है। तो उधर गोपालगंज में भी बाढ़ की आशंका जताई जा रही है। गोपालगंज के डीएम ने जिले में हाई अलर्ट जारी कर दिया है यूपी का कुशीनगर भी बाढ़ से ग्रस्त है।
पूरे जिले में दूर दूर तक पानी ही पानी दिखाई पड़ रहा है। हालात इस कदर बदतर हैं कि बच्चों को नाव से स्कूल जाना पड़ रहा है जबकि मरीजों को अस्पताल तक पहुंचने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है। लोगों का आरोप है कि प्रशासन की तरफ से कोई मदद नहीं दी जा रही है। बाढ़ से प्रभावित लोगों का कहना है कि प्रशासन की तरफ से न तो राशन की व्यवस्था हो रही है न ही नावों की मदद मिल पा रही है।
धर सुपौल में पिछले चार दिनों से बाढ़ पीड़ितों को राहत सामिग्री नहीं मिलने से नाराज़ पीड़ितो ने बिहार सरकार के मंत्री का घेराव किया। अररिया के नरपतगंज में तटबंध टूट जाने से 12 पंचायतों में बाढ़ का पानी घुस गया है। तो उधर गोपालगंज में भी बाढ़ की आशंका जताई जा रही है। गोपालगंज के डीएम ने जिले में हाई अलर्ट जारी कर दिया है यूपी का कुशीनगर भी बाढ़ से ग्रस्त है।
पूरे जिले में दूर दूर तक पानी ही पानी दिखाई पड़ रहा है। हालात इस कदर बदतर हैं कि बच्चों को नाव से स्कूल जाना पड़ रहा है जबकि मरीजों को अस्पताल तक पहुंचने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है। लोगों का आरोप है कि प्रशासन की तरफ से कोई मदद नहीं दी जा रही है। बाढ़ से प्रभावित लोगों का कहना है कि प्रशासन की तरफ से न तो राशन की व्यवस्था हो रही है न ही नावों की मदद मिल पा रही है।
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