सांकेतिक चित्र.
बात है तीन साल पहले 2015 की. मुंबई के चूनाभट्टी इलाके में रुजुक्ता अपने पापा किशोर के फास्ट फूड जॉइंट में मदद किया करती थी. इसी जॉइंट के पास था रोशनी का घर. रोशनी का अक्सर इस फूड जॉइंट में आना-जाना होता था. रुजुक्ता और रोशनी में इसी बहाने दोस्ती हो चुकी थी. लेकिन यह सिर्फ दोस्ती नहीं रह गई थी, बात आगे बढ़ चली थी.
दोनों की दोस्ती रंग लाई और रोशनी के साथ रुजुक्ता दिन-दिन भर घूमती, दोनों खूब मस्ती करते. जल्द ही दोनों के बीच प्यार का रिश्ता बन गया. दोनों के परिवारों को यही लगता कि दोनों सहेलियां हैं और साथ घूमती-फिरती हैं. रोशनी कुछ सामाजिक और राजनीतिक गतिविधियों में हिस्सा लिया करती थी और रुजुक्ता भी कभी-कभी उसके साथ जाने लगी. अस्ल में, दोनों को एक-दूसरे का साथ अच्छा लगता था तो काम के बहाने भी दोनों साथ हो जाया करती थीं.
कभी जुहू बीच, कभी बैंडस्टैंड तो कभी कहीं दोनों वक्त बिताया करतीं. इस रिश्ते को समाज समलैंगिक संबंध कहता है लेकिन उन दोनों के लिए इसका नाम प्यार ही था. तकरीबन एक साल हो चला था दोनों की इस तरह साथ जीते हुए. 21 साल की उम्र की दोनों लड़कियां कभी-कभी यह बात भी करती थीं कि इस समाज में इस रिश्ते का भविष्य क्या है लेकिन जो होगा, देखा जाएगा पर बात खत्म कर दोनों मौजूदा पल को जीने में विश्वास करती थीं. कई बार होता था कि दोनों सुबह से साथ निकलतीं और शाम को लौटतीं.
सांकेतिक चित्र.
एक दिन मुंबई की मरीन ड्राइव पर दोनों अपने अंतरंग पलों में मगन थीं तभी रुजुक्ता के एक रिश्तेदार ने देख लिया. इस रिश्तेदार ने रुजुक्ता के पिता किशोर को बता दिया कि उसने रुजुक्ता को किसी लड़की के साथ आपत्तिजनक हालत में मरीन ड्राइव पर देखा. यह सुनते ही किशोर को बर्दाश्त नहीं हुआ. उसने फौरन रुजुक्ता को तलब किया और पूछताछ की. रुजुक्ता ने भी कुछ छुपाया नहीं और सच बता दिया कि वह रोशनी से प्यार करती है और दोनों के बीच साल भर से रिश्ता है.
किशोर को समझ में कुछ नहीं आया और उसने रुजुक्ता को अच्छी खासी डांट लगाकर, सामाजिक प्रतिष्ठा का हवाला देकर और इस रिश्ते को गाली देकर आइंदा रोशनी से न मिलने की चेतावनी दी. रुजुक्ता रुआंसी होकर अपने कमरे में चली गई. इधर, किशोर को चिंता इस बात की थी कि इस रिश्ते को पूरी तरह कैसे खत्म किया जाए.
एक लोकल नेता महेंद्र से किशोर के अच्छे संपर्क थे. उसने जब सारी बात बताई तो महेंद्र ने बातचीत करने की सलाह दी. महेंद्र के घर किशोर ने रोशनी और उसकी बड़ी बहन अमृता को बुलवाया. रुजुक्ता के साथ रोशनी के रिश्ते पर आपत्ति जताते हुए किशोर ने जल्द ही आपा खो दिया. वह बहस करते हुए रोशनी और अमृता को कोसने के साथ ही धमकाने लगा. रोशनी इस दौरान चुप ही थी लेकिन अमृता नहीं. वह किशोर के साथ तर्क के साथ बहस कर रही थी.
जैसे-तैसे रात कटी और अगली सुबह अमृता सोकर उठी तो उसने चाय-नाश्ते के लिए रोशनी को आवाज़ दी. रोशनी के कमरे का दरवाज़ा खटखटाया लेकिन कुछ देर तक कोई जवाब नहीं आया. अमृता ने कई आवाज़ें दीं और कई बार दरवाज़ा खटखटाया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला तो अमृता ने पीछे की तरफ से जाकर खिड़की से कमरे में झांका. कमरे में झांकते ही अमृता की चीख निकल पड़ी. छत से फंदा बांधकर रोशनी फांसी पर झूल चुकी थी.
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अगस्त 2016 के आखिर में यह सब कुछ घटा. बाद में, पुलिस ने किशोर को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में गिरफ्तार किया. महेंद्र को भी गिरफ्तार किया गया. इधर, खुदकुशी की कोशिश करने के बाद अस्पताल में भर्ती की गई रुजुक्ता की जान बचा ली गई.
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Tags: Homosexual Relation, LGBTQ, Mumbai